हनोई । पश्चिमी देशों को स्पष्ट चेतावनी देते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को संकेत दिया कि जैसे अमेरिका और अन्य देश यूक्रेन को हथियार दे रहे हैं, उसी प्रकार उनका देश भी उत्तर कोरिया और दूसरे देशों को लंबी दूरी की मिसाइलें व अन्य हथियार दे सकता है।
उत्तर कोरिया की यात्रा के बाद वियतनाम पहुंचे पुतिन ने मीडियाकर्मियों से कहा, हम उत्तर कोरिया सहित अन्य देशों को हथियार देने की संभावना से इनकार नहीं करते हैं। वह पश्चिमी देशों के विरोधियों को मिसाइल प्रदान करने के अपने बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।
पुतिन ने कहा कि रूस भी पश्चिमी देशों की तरह अपने अधिकार को सुरक्षित रखना चाहता है। वह पश्चिमी देशों के विरोधियों को हथियार प्रदान करने के लिए स्वतंत्र है। नैतिक रूप से कोई अन्य देश इस पर उंगली नहीं उठा सकता।
उन्होंने यह भी कहा कि मास्को परमाणु हथियारों के उपयोग पर अपने सिद्धांत में संशोधन पर विचार कर रहा है, क्योंकि पश्चिम परमाणु सीमा को कम करने के लिए कम-क्षमता वाले हथियारों पर काम कर रहा है।
पिछले सप्ताह यूक्रेन को पेश की गई शांति शर्तों के बारे में पूछे जाने पर, पुतिन ने कहा कि रूस हमेशा बातचीत के लिए तैयार रहा है, जबकि कीव और उसके पश्चिमी समर्थकों ने मिन्स्क प्रक्रिया और इस्तांबुल वार्ता दोनों को नष्ट कर दिया।
रूसी राष्ट्रपति ने शांति वार्ता के लिए शर्तें रखी थीं, इसमें यूक्रेन द्वारा डोनबास और दो अन्य क्षेत्रों से अपने सैनिकों को हटाना और नाटो में शामिल न होने का आश्वासन देना शामिल था। उन्होंने कहा, हमारी शर्तें जमीनी हालात के आधार पर बदल भी सकती हैं, ये स्थाई नहीं हैं।
पुतिन बुधवार शाम प्योंगयांग से हनोई पहुंचे। उन्होंने उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन के साथ रणनीतिक साझेदारी संधि पर हस्ताक्षर किए। वियतनाम की उनकी यात्रा का उद्देश्य हनोई के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना है, इसमें व्यापार और परमाणु ऊर्जा सहयोग शामिल है।
हनोई । पश्चिमी देशों को स्पष्ट चेतावनी देते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को संकेत दिया कि जैसे अमेरिका और अन्य देश यूक्रेन को हथियार दे रहे हैं, उसी प्रकार उनका देश भी उत्तर कोरिया और दूसरे देशों को लंबी दूरी की मिसाइलें व अन्य हथियार दे सकता है।
उत्तर कोरिया की यात्रा के बाद वियतनाम पहुंचे पुतिन ने मीडियाकर्मियों से कहा, हम उत्तर कोरिया सहित अन्य देशों को हथियार देने की संभावना से इनकार नहीं करते हैं। वह पश्चिमी देशों के विरोधियों को मिसाइल प्रदान करने के अपने बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।
पुतिन ने कहा कि रूस भी पश्चिमी देशों की तरह अपने अधिकार को सुरक्षित रखना चाहता है। वह पश्चिमी देशों के विरोधियों को हथियार प्रदान करने के लिए स्वतंत्र है। नैतिक रूप से कोई अन्य देश इस पर उंगली नहीं उठा सकता।
उन्होंने यह भी कहा कि मास्को परमाणु हथियारों के उपयोग पर अपने सिद्धांत में संशोधन पर विचार कर रहा है, क्योंकि पश्चिम परमाणु सीमा को कम करने के लिए कम-क्षमता वाले हथियारों पर काम कर रहा है।
पिछले सप्ताह यूक्रेन को पेश की गई शांति शर्तों के बारे में पूछे जाने पर, पुतिन ने कहा कि रूस हमेशा बातचीत के लिए तैयार रहा है, जबकि कीव और उसके पश्चिमी समर्थकों ने मिन्स्क प्रक्रिया और इस्तांबुल वार्ता दोनों को नष्ट कर दिया।
रूसी राष्ट्रपति ने शांति वार्ता के लिए शर्तें रखी थीं, इसमें यूक्रेन द्वारा डोनबास और दो अन्य क्षेत्रों से अपने सैनिकों को हटाना और नाटो में शामिल न होने का आश्वासन देना शामिल था। उन्होंने कहा, हमारी शर्तें जमीनी हालात के आधार पर बदल भी सकती हैं, ये स्थाई नहीं हैं।
पुतिन बुधवार शाम प्योंगयांग से हनोई पहुंचे। उन्होंने उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन के साथ रणनीतिक साझेदारी संधि पर हस्ताक्षर किए। वियतनाम की उनकी यात्रा का उद्देश्य हनोई के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना है, इसमें व्यापार और परमाणु ऊर्जा सहयोग शामिल है।