मिमिक्री के हुनर को बनाया ठगी का जरिया, लडक़ी की आवाज में शादी का देता रहा झांसा, डेढ़ करोड़ रुपए की ऑनलाईन ठगी:

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बिलासपुर । शादी का झांसा देकर मल्टीनेशनल कंपनी के सॉफ्टवेयर इंजिनियर से करोडो की ठगी करने वाला शातिर ठग 48 घण्टे के भीतर पुलिस की गिरफ्त में। सायबर ठगी का अंतर्राज्यीय शातिर चढ़ा पुलिस के हत्थे। रेंज सायबर थाना व एसीसीयू की संयुक्त कार्यवाही पुलिस को मिली बड़ी सफलता। बिलासा गुड़ी में खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने बताया कि सॉफ्टवेयर इंजिनियर से परिचय बढाकर शादी का झांसा देकर बे्रन-वॉश कर ठगी कर वसुले 01 करोड 39 लाख 51 हजार 277 रू। बैंक स्टेटमेंट एवं तकनीकी इन्पुट के आधार पर पुलिस पहुॅची शातिर अपराधी तक। पुलिस द्वारा करीब 35 से 40 बैंक खाते जांच बाद फ्रीज किये गये है। जिस पर अपराध क्रमंाक 05/2024 धारा 420, 386, 34 भा.द.वि. एवं 66(डी) आई.टी एक्ट के तहत कार्यवाही की गई। डॉ. संजीव शुक्ला (भा.पु.से.) पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेन्ज बिलासपुर के निर्देशन एवं रजनेश सिंह (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक बिलासपुर के मार्गदर्शन में सायबर अपराध पर ’’प्रहार’’।

रेंज सायबर थाना बिलासपुर व ए.सी.सी.यू. बिलासपुर की संयुक्त कार्यवाही बाद पुलिस को मिली महत्वपूर्ण सफलता। अपराध में शामिल प्रमुख तथ्यज्.आरोपी जो स्कूल के समय से ही मिमिक्री करता रहा है महिला, पुरूष साउथ इंडियन, फिल्मी कलाकारो के हुबहु नकल कर आवाज निकालने में माहिर है।

अपराध के उददेश्य से स्वयं ही महिला एकता जैन, महिला के मामा का लडका अंशुल जैन, जिला जज सुब्रमन्यन स्वामी हैदराबाद, प्रापर्टी टैक्स ऑफिसर रामकृष्ण चेन्नई, मोबाईल लोन एप रिकवरी एजेन्ट बॉस, आर.बी.आई. इन्स्पैक्टर विनित बनकर, किरदार गढकर प्रार्थी को लिया झांसे में। प्रत्येक किरदार निभाने के लिये किया उपयोग किया अलग-अलग कंपनी का सिम कार्ड।

आरोपी ठगी कर ऑनलाइन बैंटिंग एप डी-247 के एवीएटर, तीन पत्ती, रमी, क्रिकेट पर लगाता था दाव। मामले का विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थी नितिन जैन निवासी सरकण्डा बिलासपुर जो प्राईवेट कंपनी पुणे मे सॉफ्टवेयर इंजिनियर है ने सायबर थाना आकर स्वयं के साथ सायबर ठगी होने की रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसके साथ 01 करोड 39 लाख 51 हजार 277 रू की ठगी* हो गयी है प्रार्थी के लिखित आवेदन पत्र पर उपरोक्त अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

डॉ. संजीव शुक्ला पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेन्ज बिलासपुर एवं रजनेश सिंह (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक बिलासपुर द्वारा धोखाधडी व सायबर अपराधो की समीक्षा कर समस्त राजपत्रित अधिकारियो को विशेष निर्देश दिये गये थे इस निर्देश के पालन में एक विशेष टीम द्वारा आरोपीयो का पता ठिकाना ज्ञात कर विवेचना प्रारम्भ की गई, जो आरोपी का आनलाईन ठगी का काम करने में संलिप्त होने की जानकारी प्राप्त हुई।

मामले की जांच दौरान ज्ञात हुआ कि आरोपी रोहित अपने भाई के घर पुणे गया हुआ था जहॉ उसकी मुलाकात जैन कॉलोनी में रहने वाले प्रार्थी नितिन जैन से हुई आपसी परिचय बढने के बाद रोहित को नितिन जैन के विवाह हेतु लडकी की तलाश होने की जानकारी मिली इसी का फायदा उठाकर आरोपी ने प्रार्थी से संपर्क कर उसे विवाह योग्य लडकी से परिचय कराने की बात कहीं प्रार्थी इसके बातो पर विश्वास कर लिया, तब आरोपी द्वारा प्रार्थी को 02-03 लडकियो की फोटो इन्टरनेट से निकालकर दिखाया जिसमें से प्रार्थी ने एक लडकी काल्पनिक नाम एकता जैन को पसंद किया तब आरोपी रोहित ने स्वयं के मोबाईल से प्रार्थी को आवाज बदलकर लडकी एकता जैन की आवाज में बात कर झांसे मेे लेना शुरू कर दिया, आरोपी ने लडकी की आवाज में कुछ दिन बात कर शादी के लिये राजी होकर ठगी करना प्रारम्भ कर दिया।

आरोपी द्वारा अपराध करने निम्न काल्पनिक किरदार की रचना की काल्पनिक नाम एकता जैन - एकता जैन जिससे प्रार्थी विवाह करने की बात तय हुई थी। आरोपी ने एकता के बीमार होने व अन्य आवश्यकता होने का झांसा देकर प्रार्थी से करीब 30 लाख रू विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।

एकता जैन का भाई अंशुल जैन - आरोपी ने एक नया सिम कार्ड खरीदकर एकता जैन का भाई अंशुल जैन बनकर नये आवाज में प्रार्थी से संपर्क कर अपनी बहन से विवाह की पारिवारिक सहमति दी बातचीत दौरान प्रार्थी को शेयर मार्केट मेें हानि होने, प्रॉपर्टी टेैक्स पटाने, फैमली डिस्प्युट होने का हवाला देकर प्रार्थी से करीब 30 लाख रू विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।

हैदराबाद के इंकम टैक्स जज सुब्रमण्यम - आरोपी ने पुणे जाकर एक नई कहानी बनाई जिसमें लडकी एकता जैन के परिवार का हैदराबाद में प्रापर्टी होना बताया जिसकी बिक्री हेतु हैदराबाद जाना बताया यहॉ नया सिम कार्ड खरीदकर प्रार्थी को हैदराबाद के इंकम टैक्स के जज सुब्रमण्यम की बदली हुई आवाज में मोबाईल पर संपर्क कर एकता के गिरफ्तार होने का झांसा देकर प्रार्थी से करीब 20 लाख रू विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।

चेन्नई का प्रापर्टी टैक्स अधिकारी रामकृषण्ण - आरोपी ने एकता जैन का चेन्नई में भी प्रापर्टी का टैक्स जमा न होने के कारण एकता की गिरफ्तारी की संभावना बताकर चेन्नई का प्रापर्टी टैक्स अधिकारी रामकृषण्ण की बदली हुई आवाज में तमिल, हिन्दी, अंग्रेजी में प्रार्थी से करीब 15 लाख रू विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।

आर.बी.आई. अधिकारी विनित - आरोपी ने इसी प्रकार आर.बी.आई. अधिकारी विनित की बदली हुई आवाज में इन्स्टेन्ट लोन एप के माध्यम से रकम अदायगी न कर पाने के कारण तुम जांच एजेंन्सीयो के सर्विलेंस मेें हो पुलिस व ई.डी. अधिकारी तुम्हारे घर पर रेड करने वाले है तुम दवाजा मत खोलना और स्वयं जाकर प्रार्थी के घर का दरवाजा खटखटाने लगा और प्रार्थी को भय हो गया कि पुलिस इसे कभी भी गिरफ्तार कर सकती है आरोपी स्वयं प्रार्थी के घर के निचे खडे होकर फोटो खिंचकर प्रार्थी को भेजता था। कि तुम जांच एजेंन्सीयो के सर्विलेंस मेें हो। प्रार्थी डर में आकर से करीब 20 लाख रू विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।

मामले में आरोपी रोहित जैन पिता रमेश चन्द्र जैन उम्र 33 वर्ष सा. कटरा बाजार जैन एजेन्सी वार्ड न. 15 मैहर थाना मैहर जिला मैहर (म.प्र.) को मैहर से हिरासत में लेकर पुछताछ किया गया घटना में प्रयुक्त 02 नग एण्ड्रायड फोन 02 नग कि-पैड फोन 11 नग सिम कार्ड जप्त किया गया है आरोपी का अपराध स्वीकार करने से आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय पेश किया जाता है।

सम्पुर्ण कार्यवाही में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर बिलासपुर उमेश कश्यप अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं ए.सी.सी.यू. बिलासपुर अनुज कुमार, नगर पुलिस अधीक्षक चकरभाठा निमितेश सिंह के मार्गदर्शन में निरीक्षक राजेश मिश्रा प्रभारी ए.सी.सी.यू. एवं रेंज सायबर थाना बिलासपुर उप निरीक्षक अजय वारे, स.उ.नि. सुरेश पाठक, प्रधान आरक्षक सैय्यद साजिद, विक्कु सिंह ठाकुर आरक्षक चिरंजीव कमलेश, मुकेश वर्मा का विशेष योगदान रहा।


बिलासपुर । शादी का झांसा देकर मल्टीनेशनल कंपनी के सॉफ्टवेयर इंजिनियर से करोडो की ठगी करने वाला शातिर ठग 48 घण्टे के भीतर पुलिस की गिरफ्त में। सायबर ठगी का अंतर्राज्यीय शातिर चढ़ा पुलिस के हत्थे। रेंज सायबर थाना व एसीसीयू की संयुक्त कार्यवाही पुलिस को मिली बड़ी सफलता। बिलासा गुड़ी में खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने बताया कि सॉफ्टवेयर इंजिनियर से परिचय बढाकर शादी का झांसा देकर बे्रन-वॉश कर ठगी कर वसुले 01 करोड 39 लाख 51 हजार 277 रू। बैंक स्टेटमेंट एवं तकनीकी इन्पुट के आधार पर पुलिस पहुॅची शातिर अपराधी तक। पुलिस द्वारा करीब 35 से 40 बैंक खाते जांच बाद फ्रीज किये गये है। जिस पर अपराध क्रमंाक 05/2024 धारा 420, 386, 34 भा.द.वि. एवं 66(डी) आई.टी एक्ट के तहत कार्यवाही की गई। डॉ. संजीव शुक्ला (भा.पु.से.) पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेन्ज बिलासपुर के निर्देशन एवं रजनेश सिंह (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक बिलासपुर के मार्गदर्शन में सायबर अपराध पर ’’प्रहार’’।

रेंज सायबर थाना बिलासपुर व ए.सी.सी.यू. बिलासपुर की संयुक्त कार्यवाही बाद पुलिस को मिली महत्वपूर्ण सफलता। अपराध में शामिल प्रमुख तथ्यज्.आरोपी जो स्कूल के समय से ही मिमिक्री करता रहा है महिला, पुरूष साउथ इंडियन, फिल्मी कलाकारो के हुबहु नकल कर आवाज निकालने में माहिर है।

अपराध के उददेश्य से स्वयं ही महिला एकता जैन, महिला के मामा का लडका अंशुल जैन, जिला जज सुब्रमन्यन स्वामी हैदराबाद, प्रापर्टी टैक्स ऑफिसर रामकृष्ण चेन्नई, मोबाईल लोन एप रिकवरी एजेन्ट बॉस, आर.बी.आई. इन्स्पैक्टर विनित बनकर, किरदार गढकर प्रार्थी को लिया झांसे में। प्रत्येक किरदार निभाने के लिये किया उपयोग किया अलग-अलग कंपनी का सिम कार्ड।

आरोपी ठगी कर ऑनलाइन बैंटिंग एप डी-247 के एवीएटर, तीन पत्ती, रमी, क्रिकेट पर लगाता था दाव। मामले का विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थी नितिन जैन निवासी सरकण्डा बिलासपुर जो प्राईवेट कंपनी पुणे मे सॉफ्टवेयर इंजिनियर है ने सायबर थाना आकर स्वयं के साथ सायबर ठगी होने की रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसके साथ 01 करोड 39 लाख 51 हजार 277 रू की ठगी* हो गयी है प्रार्थी के लिखित आवेदन पत्र पर उपरोक्त अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

डॉ. संजीव शुक्ला पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेन्ज बिलासपुर एवं रजनेश सिंह (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक बिलासपुर द्वारा धोखाधडी व सायबर अपराधो की समीक्षा कर समस्त राजपत्रित अधिकारियो को विशेष निर्देश दिये गये थे इस निर्देश के पालन में एक विशेष टीम द्वारा आरोपीयो का पता ठिकाना ज्ञात कर विवेचना प्रारम्भ की गई, जो आरोपी का आनलाईन ठगी का काम करने में संलिप्त होने की जानकारी प्राप्त हुई।

मामले की जांच दौरान ज्ञात हुआ कि आरोपी रोहित अपने भाई के घर पुणे गया हुआ था जहॉ उसकी मुलाकात जैन कॉलोनी में रहने वाले प्रार्थी नितिन जैन से हुई आपसी परिचय बढने के बाद रोहित को नितिन जैन के विवाह हेतु लडकी की तलाश होने की जानकारी मिली इसी का फायदा उठाकर आरोपी ने प्रार्थी से संपर्क कर उसे विवाह योग्य लडकी से परिचय कराने की बात कहीं प्रार्थी इसके बातो पर विश्वास कर लिया, तब आरोपी द्वारा प्रार्थी को 02-03 लडकियो की फोटो इन्टरनेट से निकालकर दिखाया जिसमें से प्रार्थी ने एक लडकी काल्पनिक नाम एकता जैन को पसंद किया तब आरोपी रोहित ने स्वयं के मोबाईल से प्रार्थी को आवाज बदलकर लडकी एकता जैन की आवाज में बात कर झांसे मेे लेना शुरू कर दिया, आरोपी ने लडकी की आवाज में कुछ दिन बात कर शादी के लिये राजी होकर ठगी करना प्रारम्भ कर दिया।

आरोपी द्वारा अपराध करने निम्न काल्पनिक किरदार की रचना की काल्पनिक नाम एकता जैन - एकता जैन जिससे प्रार्थी विवाह करने की बात तय हुई थी। आरोपी ने एकता के बीमार होने व अन्य आवश्यकता होने का झांसा देकर प्रार्थी से करीब 30 लाख रू विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।

एकता जैन का भाई अंशुल जैन - आरोपी ने एक नया सिम कार्ड खरीदकर एकता जैन का भाई अंशुल जैन बनकर नये आवाज में प्रार्थी से संपर्क कर अपनी बहन से विवाह की पारिवारिक सहमति दी बातचीत दौरान प्रार्थी को शेयर मार्केट मेें हानि होने, प्रॉपर्टी टेैक्स पटाने, फैमली डिस्प्युट होने का हवाला देकर प्रार्थी से करीब 30 लाख रू विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।

हैदराबाद के इंकम टैक्स जज सुब्रमण्यम - आरोपी ने पुणे जाकर एक नई कहानी बनाई जिसमें लडकी एकता जैन के परिवार का हैदराबाद में प्रापर्टी होना बताया जिसकी बिक्री हेतु हैदराबाद जाना बताया यहॉ नया सिम कार्ड खरीदकर प्रार्थी को हैदराबाद के इंकम टैक्स के जज सुब्रमण्यम की बदली हुई आवाज में मोबाईल पर संपर्क कर एकता के गिरफ्तार होने का झांसा देकर प्रार्थी से करीब 20 लाख रू विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।

चेन्नई का प्रापर्टी टैक्स अधिकारी रामकृषण्ण - आरोपी ने एकता जैन का चेन्नई में भी प्रापर्टी का टैक्स जमा न होने के कारण एकता की गिरफ्तारी की संभावना बताकर चेन्नई का प्रापर्टी टैक्स अधिकारी रामकृषण्ण की बदली हुई आवाज में तमिल, हिन्दी, अंग्रेजी में प्रार्थी से करीब 15 लाख रू विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।

आर.बी.आई. अधिकारी विनित - आरोपी ने इसी प्रकार आर.बी.आई. अधिकारी विनित की बदली हुई आवाज में इन्स्टेन्ट लोन एप के माध्यम से रकम अदायगी न कर पाने के कारण तुम जांच एजेंन्सीयो के सर्विलेंस मेें हो पुलिस व ई.डी. अधिकारी तुम्हारे घर पर रेड करने वाले है तुम दवाजा मत खोलना और स्वयं जाकर प्रार्थी के घर का दरवाजा खटखटाने लगा और प्रार्थी को भय हो गया कि पुलिस इसे कभी भी गिरफ्तार कर सकती है आरोपी स्वयं प्रार्थी के घर के निचे खडे होकर फोटो खिंचकर प्रार्थी को भेजता था। कि तुम जांच एजेंन्सीयो के सर्विलेंस मेें हो। प्रार्थी डर में आकर से करीब 20 लाख रू विभिन्न बैंक अकाउंट में जमा करा लिया।

मामले में आरोपी रोहित जैन पिता रमेश चन्द्र जैन उम्र 33 वर्ष सा. कटरा बाजार जैन एजेन्सी वार्ड न. 15 मैहर थाना मैहर जिला मैहर (म.प्र.) को मैहर से हिरासत में लेकर पुछताछ किया गया घटना में प्रयुक्त 02 नग एण्ड्रायड फोन 02 नग कि-पैड फोन 11 नग सिम कार्ड जप्त किया गया है आरोपी का अपराध स्वीकार करने से आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय पेश किया जाता है।

सम्पुर्ण कार्यवाही में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर बिलासपुर उमेश कश्यप अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं ए.सी.सी.यू. बिलासपुर अनुज कुमार, नगर पुलिस अधीक्षक चकरभाठा निमितेश सिंह के मार्गदर्शन में निरीक्षक राजेश मिश्रा प्रभारी ए.सी.सी.यू. एवं रेंज सायबर थाना बिलासपुर उप निरीक्षक अजय वारे, स.उ.नि. सुरेश पाठक, प्रधान आरक्षक सैय्यद साजिद, विक्कु सिंह ठाकुर आरक्षक चिरंजीव कमलेश, मुकेश वर्मा का विशेष योगदान रहा।


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