रायपुर । मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास परिसर से 15 नवीन इंटरसेप्टर वाहनों को हरी झंडी दिखाकर 15 जिलों के लिए रवाना किया। इन वाहनों का उद्देश्य छत्तीसगढ़ में सड़क दुर्घटनाओं के प्रभावी नियंत्रण में मदद करना है।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, वन मंत्री केदार कश्यप, सांसद संतोष पाण्डेय, और विधायक अनुज शर्मा भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने डीजीपी को इंटरसेप्टर वाहनों की चाबी सौंपी और वाहनों के उपयोगिता और तकनीकी विशेषताओं की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री साय ने नागरिकों से यातायात नियमों का पालन करने की अपील की और कहा, "यातायात नियमों का पालन कर लोग अपनी जिम्मेदारी निभाएं।" उन्होंने कहा कि ओवरस्पीडिंग, ड्रिंक एंड ड्राइव, और सड़क सुरक्षा नियमों के उल्लंघन पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
इंटरसेप्टर वाहनों की विशेषताएं
इन इंटरसेप्टर वाहनों में स्पीड रडारगन, ब्रेथ एनालाइजर, और सर्विलांस कैमरा जैसी आधुनिक तकनीकें लगी हैं। इसके अलावा, यह वाहन गाड़ियों के ग्लास की पारदर्शिता और ध्वनि की तीव्रता की भी जांच कर सकते हैं।
इस पहल के माध्यम से सरकार का उद्देश्य सड़क सुरक्षा को बढ़ाना और दुर्घटनाओं को कम करना है। नवीन इंटरसेप्टर वाहनों की मदद से ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नज़र रखी जाएगी और त्वरित कार्यवाही की जाएगी।
छत्तीसगढ़ सरकार के इस कदम से राज्य में सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण की उम्मीद है और नागरिकों को सुरक्षित यात्रा का आश्वासन मिलता है।
रायपुर । मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास परिसर से 15 नवीन इंटरसेप्टर वाहनों को हरी झंडी दिखाकर 15 जिलों के लिए रवाना किया। इन वाहनों का उद्देश्य छत्तीसगढ़ में सड़क दुर्घटनाओं के प्रभावी नियंत्रण में मदद करना है।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, वन मंत्री केदार कश्यप, सांसद संतोष पाण्डेय, और विधायक अनुज शर्मा भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने डीजीपी को इंटरसेप्टर वाहनों की चाबी सौंपी और वाहनों के उपयोगिता और तकनीकी विशेषताओं की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री साय ने नागरिकों से यातायात नियमों का पालन करने की अपील की और कहा, "यातायात नियमों का पालन कर लोग अपनी जिम्मेदारी निभाएं।" उन्होंने कहा कि ओवरस्पीडिंग, ड्रिंक एंड ड्राइव, और सड़क सुरक्षा नियमों के उल्लंघन पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
इंटरसेप्टर वाहनों की विशेषताएं
इन इंटरसेप्टर वाहनों में स्पीड रडारगन, ब्रेथ एनालाइजर, और सर्विलांस कैमरा जैसी आधुनिक तकनीकें लगी हैं। इसके अलावा, यह वाहन गाड़ियों के ग्लास की पारदर्शिता और ध्वनि की तीव्रता की भी जांच कर सकते हैं।
इस पहल के माध्यम से सरकार का उद्देश्य सड़क सुरक्षा को बढ़ाना और दुर्घटनाओं को कम करना है। नवीन इंटरसेप्टर वाहनों की मदद से ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नज़र रखी जाएगी और त्वरित कार्यवाही की जाएगी।
छत्तीसगढ़ सरकार के इस कदम से राज्य में सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण की उम्मीद है और नागरिकों को सुरक्षित यात्रा का आश्वासन मिलता है।