नेपाल में भारी बारिश के कारण भूस्खलन आने से दो बसे नदी में बह गईं, 7 शव बरामद:

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नेपाल में शुक्रवार को भूस्खलन के कारण राजमार्ग से दो बसें उफनती नदी में बह गईं, जिसके बाद कम से कम 66 लोग लापता बताए जा रहे हैं। सोमवार को बचावकर्मियों ने नदी से कुल सात शव बरामद किए हैं। बचावकर्मी नदी के किनारे अलग-अलग स्थानों पर शवों को खोजने में जुटे हुए है, जबकि लापता बसों और उनमें सवार लोगों की तलाश जारी है।    

शवों की पहचान की गई, 3 भारतीय और 4 नेपाली

सरकारी प्रशासक खीमा नंदा भूसल ने बताया कि शवों की पहचान कर ली गई है और उनके रिश्तेदारों से संपर्क किया गया है। मृतकों में तीन भारतीय हैं और बाकी चार नेपाली नागरिक हैं। जानकारी के लिए बता दें कि ये बसें काठमांडू को देश के दक्षिणी भागों से जोड़ने वाले प्रमुख राजमार्ग पर थीं। शुक्रवार की सुबह काठमांडू से लगभग 120 किलोमीटर (75 मील) पश्चिम में सिमलताल के पास बस बह गईं थी। 

दो बसों में कितने लोग थे सवार?

बचाव प्रयासों में मदद के लिए अतिरिक्त बचाव दल और सुरक्षा बलों को इलाके में भेजा गया है। भूसल ने कहा कि एक बस में 24 लोग सवार थे जबकि दूसरी में 42 लोग सवार थे, लेकिन हो सकता है कि रास्ते में बस में और लोग सवार हो गए हों।

जानकारी के लिए बता दें कि जून में शुरू होने वाला और सितंबर में खत्म होने वाला मानसून सीजन नेपाल में भारी बारिश लाता है, जिससे आमतौर पर हिमालयी देश में भूस्खलन होता है।


नेपाल में शुक्रवार को भूस्खलन के कारण राजमार्ग से दो बसें उफनती नदी में बह गईं, जिसके बाद कम से कम 66 लोग लापता बताए जा रहे हैं। सोमवार को बचावकर्मियों ने नदी से कुल सात शव बरामद किए हैं। बचावकर्मी नदी के किनारे अलग-अलग स्थानों पर शवों को खोजने में जुटे हुए है, जबकि लापता बसों और उनमें सवार लोगों की तलाश जारी है।    

शवों की पहचान की गई, 3 भारतीय और 4 नेपाली

सरकारी प्रशासक खीमा नंदा भूसल ने बताया कि शवों की पहचान कर ली गई है और उनके रिश्तेदारों से संपर्क किया गया है। मृतकों में तीन भारतीय हैं और बाकी चार नेपाली नागरिक हैं। जानकारी के लिए बता दें कि ये बसें काठमांडू को देश के दक्षिणी भागों से जोड़ने वाले प्रमुख राजमार्ग पर थीं। शुक्रवार की सुबह काठमांडू से लगभग 120 किलोमीटर (75 मील) पश्चिम में सिमलताल के पास बस बह गईं थी। 

दो बसों में कितने लोग थे सवार?

बचाव प्रयासों में मदद के लिए अतिरिक्त बचाव दल और सुरक्षा बलों को इलाके में भेजा गया है। भूसल ने कहा कि एक बस में 24 लोग सवार थे जबकि दूसरी में 42 लोग सवार थे, लेकिन हो सकता है कि रास्ते में बस में और लोग सवार हो गए हों।

जानकारी के लिए बता दें कि जून में शुरू होने वाला और सितंबर में खत्म होने वाला मानसून सीजन नेपाल में भारी बारिश लाता है, जिससे आमतौर पर हिमालयी देश में भूस्खलन होता है।


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