वातावरण में बढ़ता प्रदूषण, सूरज की हानिकारक किरणों का प्रभाव, बढ़ती उम्र सहित कई अन्य फैक्टर्स हैं, जो त्वचा पर डार्क स्पॉट का कारण बनते हैं। इसके अलावा ये फैक्टर्स स्किन पिगमेंटेशन को भी बढ़ावा देती हैं। आप में से बहुत सी महिलाएं ऐसी होंगी जिन्हें, डार्क स्पॉट की शिकायत हो। यदि अपने काफी कुछ आजमा लिया है और आपके डार्क स्पॉट्स फिर भी कम नहीं हो रहे हैं, तो आपके लिए एक सबसे अच्छा विकल्प है “विटामिन सी”। विटामिन सी त्वचा के लिए कई रूपों में फायदेमंद होती है।
इसकी स्किन लाइटनिंग प्रॉपर्टी त्वचा पर नजर आने वाले डार्क स्पॉट्स और पिगमेंटेड एरिया को त्वचा की प्राकृतिक रंगत के सामान्य लाने में मदद करती हैं। तो क्यों न आप इस बार विटामिन सी ट्राई करें। आज हेल्थ शॉट्स के साथ जानेंगे, आखिर डार्क स्पॉट पर विटामिन सी किस तरह काम करती है, साथ ही जानेंगे इसे कैसे अप्लाई करना है।
विटामिन सी कई तरीकों से काले धब्बों को कम करने में आपकी मदद कर सकता है -
1. मेलेनिन उत्पादन को रोकता है
विटामिन सी एंजाइम टायरोसिनेस को रोकती है, जो मेलेनिन का उत्पादन करते हैं। ये एंजाइम काले धब्बों के लिए जिम्मेदार कारणों में से एक है। इनपर नियंत्रण पा आप डार्क स्पॉट को बढ़ने से रोक सकती हैं।
2. एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज बनाती हैं इसे खास
विटामिन सी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आपकी त्वचा पर फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम कर देती हैं। फ्री रेडिकल्स ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का कारण बनते हैं, जो त्वचा की सेल्स को नुकसान पहुंचती हैं और डार्क स्पॉट सहित त्वचा संबंधित तमाम अन्य समस्याओं का कारण बनती हैं। एक स्वस्थ एवं संतुलित त्वचा के लिए फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करना बेहद महत्वपूर्ण है।
3. स्किन कांप्लेक्शन में सुधार करे
त्वचा पर डार्क स्पॉट्स और पिगमेंटेशन स्किन कांप्लेक्शन को अनइवन कर देती हैं। ऐसे में विटामिन सी के नियमित इस्तेमाल से त्वचा की रंगत एक सामान्य रहती है। यदि आपकी त्वचा पर पिगमेंटेशन और डार्क स्पॉट्स हैं, तो वे धीरे-धीरे हल्के होते हैं और आपकी त्वचा के प्राकृतिक रंगत में मिल जाते हैं।
4. कोलेजन प्रोडक्शन को बूस्ट करे
विटामिन सी कोलेजन उत्पादन को उत्तेजित करता है, त्वचा की बनावट में सुधार करता है। बेहतर कोलेजन प्रोडक्शन त्वचा पर डार्क स्पॉट्स को हल्का करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही यह पिगमेंटेड एरिया को भी त्वचा की रंगत में मिला देते हैं।
5. हाइपरपिग्मेंटेशन को कम करता है
विटामिन सी मेलेनिन उत्पादन को रोककर और स्किन सेल्स के टर्नओवर को बढ़ावा देकर मौजूदा हाइपरपिग्मेंटेशन को कम करने में मदद करता है।
6. सन डैमेज से प्रोटेक्ट करे
डार्क स्पॉट का एक सबसे बड़ा कारण सूर्य की हानिकारक किरणें होती हैं। यदि आप लंबे समय तक सूर्य की किरणों के संपर्क में रहती हैं, तो आपकी त्वचा पर छोटे-छोटे काले धब्बे निकल आते हैं, साथ ही साथ त्वचा पिगमेंटेड हो जाती है। विटामिन सी त्वचा को यूवी डैमेज से बचाता है, जिससे धब्बों की रंगत धीरे धीरे कम हो जाती है।
जानें ब्लैक स्पॉट के लिए कैसे करना है विटामिन सी का इस्तेमाल
– विटामिन सी से युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें (खट्टे फल, जामुन, पत्तेदार साग आदि)
– विटामिन सी युक्त सीरम, क्रीम, फेस मास्क आदि का इस्तेमाल करें।
– विटामिन सी के साथ नियासिनमाइड, कोजिक एसिड, रेटिनोइड्स को मिक्स करें, और इसे त्वचा पर अप्लाई करें।
– धैर्य रखें, क्योंकि परिणाम आने में समय लग सकता है, इसे कंसिस्टेंसी के साथ त्वचा पर अप्लाई करें।
वातावरण में बढ़ता प्रदूषण, सूरज की हानिकारक किरणों का प्रभाव, बढ़ती उम्र सहित कई अन्य फैक्टर्स हैं, जो त्वचा पर डार्क स्पॉट का कारण बनते हैं। इसके अलावा ये फैक्टर्स स्किन पिगमेंटेशन को भी बढ़ावा देती हैं। आप में से बहुत सी महिलाएं ऐसी होंगी जिन्हें, डार्क स्पॉट की शिकायत हो। यदि अपने काफी कुछ आजमा लिया है और आपके डार्क स्पॉट्स फिर भी कम नहीं हो रहे हैं, तो आपके लिए एक सबसे अच्छा विकल्प है “विटामिन सी”। विटामिन सी त्वचा के लिए कई रूपों में फायदेमंद होती है।
इसकी स्किन लाइटनिंग प्रॉपर्टी त्वचा पर नजर आने वाले डार्क स्पॉट्स और पिगमेंटेड एरिया को त्वचा की प्राकृतिक रंगत के सामान्य लाने में मदद करती हैं। तो क्यों न आप इस बार विटामिन सी ट्राई करें। आज हेल्थ शॉट्स के साथ जानेंगे, आखिर डार्क स्पॉट पर विटामिन सी किस तरह काम करती है, साथ ही जानेंगे इसे कैसे अप्लाई करना है।
विटामिन सी कई तरीकों से काले धब्बों को कम करने में आपकी मदद कर सकता है -
1. मेलेनिन उत्पादन को रोकता है
विटामिन सी एंजाइम टायरोसिनेस को रोकती है, जो मेलेनिन का उत्पादन करते हैं। ये एंजाइम काले धब्बों के लिए जिम्मेदार कारणों में से एक है। इनपर नियंत्रण पा आप डार्क स्पॉट को बढ़ने से रोक सकती हैं।
2. एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज बनाती हैं इसे खास
विटामिन सी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आपकी त्वचा पर फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम कर देती हैं। फ्री रेडिकल्स ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का कारण बनते हैं, जो त्वचा की सेल्स को नुकसान पहुंचती हैं और डार्क स्पॉट सहित त्वचा संबंधित तमाम अन्य समस्याओं का कारण बनती हैं। एक स्वस्थ एवं संतुलित त्वचा के लिए फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करना बेहद महत्वपूर्ण है।
3. स्किन कांप्लेक्शन में सुधार करे
त्वचा पर डार्क स्पॉट्स और पिगमेंटेशन स्किन कांप्लेक्शन को अनइवन कर देती हैं। ऐसे में विटामिन सी के नियमित इस्तेमाल से त्वचा की रंगत एक सामान्य रहती है। यदि आपकी त्वचा पर पिगमेंटेशन और डार्क स्पॉट्स हैं, तो वे धीरे-धीरे हल्के होते हैं और आपकी त्वचा के प्राकृतिक रंगत में मिल जाते हैं।
4. कोलेजन प्रोडक्शन को बूस्ट करे
विटामिन सी कोलेजन उत्पादन को उत्तेजित करता है, त्वचा की बनावट में सुधार करता है। बेहतर कोलेजन प्रोडक्शन त्वचा पर डार्क स्पॉट्स को हल्का करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही यह पिगमेंटेड एरिया को भी त्वचा की रंगत में मिला देते हैं।
5. हाइपरपिग्मेंटेशन को कम करता है
विटामिन सी मेलेनिन उत्पादन को रोककर और स्किन सेल्स के टर्नओवर को बढ़ावा देकर मौजूदा हाइपरपिग्मेंटेशन को कम करने में मदद करता है।
6. सन डैमेज से प्रोटेक्ट करे
डार्क स्पॉट का एक सबसे बड़ा कारण सूर्य की हानिकारक किरणें होती हैं। यदि आप लंबे समय तक सूर्य की किरणों के संपर्क में रहती हैं, तो आपकी त्वचा पर छोटे-छोटे काले धब्बे निकल आते हैं, साथ ही साथ त्वचा पिगमेंटेड हो जाती है। विटामिन सी त्वचा को यूवी डैमेज से बचाता है, जिससे धब्बों की रंगत धीरे धीरे कम हो जाती है।
जानें ब्लैक स्पॉट के लिए कैसे करना है विटामिन सी का इस्तेमाल
– विटामिन सी से युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें (खट्टे फल, जामुन, पत्तेदार साग आदि)
– विटामिन सी युक्त सीरम, क्रीम, फेस मास्क आदि का इस्तेमाल करें।
– विटामिन सी के साथ नियासिनमाइड, कोजिक एसिड, रेटिनोइड्स को मिक्स करें, और इसे त्वचा पर अप्लाई करें।
– धैर्य रखें, क्योंकि परिणाम आने में समय लग सकता है, इसे कंसिस्टेंसी के साथ त्वचा पर अप्लाई करें।