कबीरधाम । जिले में 2nd ANM (DMF) का विगत चार माह से वेतन भुगतान नहीं किया गया है, जिससे स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के सदस्य परेशान हो गए हैं। कलेक्टर कार्यालय और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के चक्कर लगाने के बावजूद, उन्हें वेतन प्राप्त नहीं हुआ है।
छत्तीसगढ़ में सबसे कम वेतन कबीरधाम जिले के 2nd ANM को दिया जा रहा है, और फिर भी समय पर वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है। पिछले पांच सालों से हर वर्ष CR भरवाने और बजट की कमी का बहाना करते हुए, कर्मचारियों को चार से पांच महीने की देरी से वेतन मिलता है। इसके अलावा, CR के माध्यम से कर्मचारियों की लगातार छंटनी की जा रही है।
2nd ANM (DMF) से विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रम, प्रसव कार्य, टीकाकरण कार्य, OPD कार्य, NCD कार्य, यू-विन ऑनलाइन एंट्री और सर्वे कार्य लिए जा रहे हैं, जबकि उनकी नियुक्ति केवल प्रसव कार्य के लिए की गई थी। इतनी महंगाई के बावजूद उन्हें कम वेतन दिया जा रहा है और समय पर वेतन भुगतान न होने से उन्हें आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
इस संबंध में 24 जून को ही संघ द्वारा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और जिलाधीश को ध्यान आकर्षित कराया गया था। पिछले हफ्ते ही समस्त 2nd ANM ने पुनः मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को अपनी समस्या से अवगत कराया, फिर भी वेतन अब तक अप्राप्त है। वहीं, उसी DMF में कार्यरत अन्य कर्मचारियों जैसे लैब टेक्नीसियन और स्टाफ नर्स का वेतन पिछले 15 दिन पूर्व ही भुगतान कर दिया गया है, लेकिन 2nd ANM का वेतन अभी भी नहीं मिला है।
बुधवार को छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार डहरिया और समस्त 2nd ANM ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से मुलाकात कर अपनी समस्याओं को रखा। उन्होंने वेतन भुगतान में हो रही देरी पर चिंता जताई और शीघ्र समाधान की मांग की।
कबीरधाम । जिले में 2nd ANM (DMF) का विगत चार माह से वेतन भुगतान नहीं किया गया है, जिससे स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के सदस्य परेशान हो गए हैं। कलेक्टर कार्यालय और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के चक्कर लगाने के बावजूद, उन्हें वेतन प्राप्त नहीं हुआ है।
छत्तीसगढ़ में सबसे कम वेतन कबीरधाम जिले के 2nd ANM को दिया जा रहा है, और फिर भी समय पर वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है। पिछले पांच सालों से हर वर्ष CR भरवाने और बजट की कमी का बहाना करते हुए, कर्मचारियों को चार से पांच महीने की देरी से वेतन मिलता है। इसके अलावा, CR के माध्यम से कर्मचारियों की लगातार छंटनी की जा रही है।
2nd ANM (DMF) से विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रम, प्रसव कार्य, टीकाकरण कार्य, OPD कार्य, NCD कार्य, यू-विन ऑनलाइन एंट्री और सर्वे कार्य लिए जा रहे हैं, जबकि उनकी नियुक्ति केवल प्रसव कार्य के लिए की गई थी। इतनी महंगाई के बावजूद उन्हें कम वेतन दिया जा रहा है और समय पर वेतन भुगतान न होने से उन्हें आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
इस संबंध में 24 जून को ही संघ द्वारा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और जिलाधीश को ध्यान आकर्षित कराया गया था। पिछले हफ्ते ही समस्त 2nd ANM ने पुनः मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को अपनी समस्या से अवगत कराया, फिर भी वेतन अब तक अप्राप्त है। वहीं, उसी DMF में कार्यरत अन्य कर्मचारियों जैसे लैब टेक्नीसियन और स्टाफ नर्स का वेतन पिछले 15 दिन पूर्व ही भुगतान कर दिया गया है, लेकिन 2nd ANM का वेतन अभी भी नहीं मिला है।
बुधवार को छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार डहरिया और समस्त 2nd ANM ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से मुलाकात कर अपनी समस्याओं को रखा। उन्होंने वेतन भुगतान में हो रही देरी पर चिंता जताई और शीघ्र समाधान की मांग की।