जयपुर, राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े एवं पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र बुधवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के विशेष आमंत्रण पर यहां अभिनंदन-वंदन कार्यक्रम के तहत रात्रि भोज में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित इस कार्यक्रम के अवसर श्री शर्मा ने अपने स्वागत संबोधन में कहा कि श्री बागडे़ का प्रदेश के नए राज्यपाल के रूप में दायित्व ग्रहण करना हमारे लिए प्रसन्न्ता का क्षण है एवं जन सेवा का उनका व्यापक अनुभव प्रदेश के विकास में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में प्रदेशवासियों की आकांक्षाओं और उम्मीदों पर हमारी सरकार खरा उतरने में सफल रहेगी।
श्री शर्मा ने श्री मिश्र के कार्यकाल को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि सार्वजनिक कार्यक्रमों, विधानसभा, विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोहों में संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों के वाचन की शुरुआत, संविधान पार्क एवं संविधान वाटिकाओं की स्थापना के साथ ही विश्वविद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार को लेकर उनके द्वारा किए गए नवाचारों से प्रदेश लाभान्वित हुआ है।
इस मौके श्री मिश्र ने कहा कि भारतीय संविधान की प्रस्तावना विश्व की सबसे अच्छी प्रस्तावना है और यह भारतीय संस्कृति का मूर्त रूप है। उन्होंने आदिवासी क्षेत्रों के विकास एवं संवैधानिक जागरूकता के लिए किए गए विशेष प्रयासों का उल्लेख करते हुए अपने कार्यकाल के अनुभव साझा किए।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश मनिन्द्र मोहन श्रीवास्तव, उपमुख्ययमंत्री दिया कुमारी एवं डॉ. प्रेमचंद बैरवा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, मंत्रि, विधायक एवं मुख्य सचिव सुधांश पंत सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
जयपुर, राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े एवं पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र बुधवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के विशेष आमंत्रण पर यहां अभिनंदन-वंदन कार्यक्रम के तहत रात्रि भोज में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित इस कार्यक्रम के अवसर श्री शर्मा ने अपने स्वागत संबोधन में कहा कि श्री बागडे़ का प्रदेश के नए राज्यपाल के रूप में दायित्व ग्रहण करना हमारे लिए प्रसन्न्ता का क्षण है एवं जन सेवा का उनका व्यापक अनुभव प्रदेश के विकास में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में प्रदेशवासियों की आकांक्षाओं और उम्मीदों पर हमारी सरकार खरा उतरने में सफल रहेगी।
श्री शर्मा ने श्री मिश्र के कार्यकाल को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि सार्वजनिक कार्यक्रमों, विधानसभा, विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोहों में संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों के वाचन की शुरुआत, संविधान पार्क एवं संविधान वाटिकाओं की स्थापना के साथ ही विश्वविद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार को लेकर उनके द्वारा किए गए नवाचारों से प्रदेश लाभान्वित हुआ है।
इस मौके श्री मिश्र ने कहा कि भारतीय संविधान की प्रस्तावना विश्व की सबसे अच्छी प्रस्तावना है और यह भारतीय संस्कृति का मूर्त रूप है। उन्होंने आदिवासी क्षेत्रों के विकास एवं संवैधानिक जागरूकता के लिए किए गए विशेष प्रयासों का उल्लेख करते हुए अपने कार्यकाल के अनुभव साझा किए।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश मनिन्द्र मोहन श्रीवास्तव, उपमुख्ययमंत्री दिया कुमारी एवं डॉ. प्रेमचंद बैरवा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, मंत्रि, विधायक एवं मुख्य सचिव सुधांश पंत सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।