कलेक्टर ने किया बैगा आवासीय कन्या परिसर का निरीक्षण:

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आदिवासी बच्ची के साथ कैरम खेल में हाथ आजमाया, प्रतियोगी परीक्षाओं के किताब एवं नोट्स भी रखें हॉस्टलों में, जलभराव रोकने नाली की सफाई एवं सुधार करने दिए निर्देश

बिलासपुर, कलेक्टर अवनीश शरण एवं निगम आयुक्त अमित कुमार ने आज जरहाभांठा स्थित बैगा कन्या परिसर एवं प्री मेट्रिक आदिवासी छात्रावास का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां रहकर पढ़ाई कर रहे बच्चों से मुलाकात कर व्यवस्था की जानकारी ली। उनसे पूछताछ कर उनकी पढ़ाई की गुणवत्ता परखी। उन्होंने हास्टलों में संचालित लाईब्रेरियों में प्रतियोगी परीक्षाओं के किताब एवं नोट्स भी रखने के निर्देश दिए। आदिवासी बच्ची के साथ कैरम खेल में हाथ आजमाया। सहायक आयुक्त आदिवासी श्री सीएल जायसवाल भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

       कलेक्टर ने प्री मेट्रिक हास्टल परिसर के किनारे से होकर गुजर रहे नाले की सफाई और इसमें आवश्यक सुधार के निर्देश निगम आयुक्त को दिए। इस नाले में अक्सर ओव्हरफ्लों हो जाने के कारण हास्टल परिसर में पानी भर जाता है जिससे बच्चों को काफी दिक्कत होती है। पानी को डायवर्ट करने के लिए कोई अन्य वैकल्पिक उपाय पर भी विचार करने के निर्देश दिए। उन्होंने रसोई घर में बन रहे भोजन का भी अवलोकन किया। बच्चों की संख्या के अनुरूप भोजन एवं सब्जी पर्याप्त मात्रा में परोसने के निर्देश अधीक्षक को दिए। इस हॉस्टल में आदिवासी परिवार के 100 बच्चे रहते हैं। शहर की विभिन्न स्कूलों में कक्षा छठवीं से 10 वीं तक की पढ़ाई करते हैं। कलेक्टर इसके बाद बैगा आवासीय कन्या परिसर पहुंचे। छठवीं से 10 वीं तक एक सौ बैगा सहित आदिवासी बच्चियां इसमें रहकर पढ़ाई करती हैं। कलेक्टर ने आदिवासी बच्चियों को कैरियर मार्गदर्शन भी दिया। उन्होंने कन्या हास्टल में संचालित स्मार्ट क्लास एवं इण्टोर गेम कक्ष का भी निरीक्षण किया। आदिवासी बच्ची चन्द्रमणि पैकरा के साथ कैरम खेल में भी हाथ आजमाया। उन्होंने पोस्ट मेट्रिक छात्रावासों के लिए स्मार्ट क्लास बनाने के प्रस्ताव देने के निर्देश भी सहायक आयुक्त को दिए।




आदिवासी बच्ची के साथ कैरम खेल में हाथ आजमाया, प्रतियोगी परीक्षाओं के किताब एवं नोट्स भी रखें हॉस्टलों में, जलभराव रोकने नाली की सफाई एवं सुधार करने दिए निर्देश

बिलासपुर, कलेक्टर अवनीश शरण एवं निगम आयुक्त अमित कुमार ने आज जरहाभांठा स्थित बैगा कन्या परिसर एवं प्री मेट्रिक आदिवासी छात्रावास का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां रहकर पढ़ाई कर रहे बच्चों से मुलाकात कर व्यवस्था की जानकारी ली। उनसे पूछताछ कर उनकी पढ़ाई की गुणवत्ता परखी। उन्होंने हास्टलों में संचालित लाईब्रेरियों में प्रतियोगी परीक्षाओं के किताब एवं नोट्स भी रखने के निर्देश दिए। आदिवासी बच्ची के साथ कैरम खेल में हाथ आजमाया। सहायक आयुक्त आदिवासी श्री सीएल जायसवाल भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

       कलेक्टर ने प्री मेट्रिक हास्टल परिसर के किनारे से होकर गुजर रहे नाले की सफाई और इसमें आवश्यक सुधार के निर्देश निगम आयुक्त को दिए। इस नाले में अक्सर ओव्हरफ्लों हो जाने के कारण हास्टल परिसर में पानी भर जाता है जिससे बच्चों को काफी दिक्कत होती है। पानी को डायवर्ट करने के लिए कोई अन्य वैकल्पिक उपाय पर भी विचार करने के निर्देश दिए। उन्होंने रसोई घर में बन रहे भोजन का भी अवलोकन किया। बच्चों की संख्या के अनुरूप भोजन एवं सब्जी पर्याप्त मात्रा में परोसने के निर्देश अधीक्षक को दिए। इस हॉस्टल में आदिवासी परिवार के 100 बच्चे रहते हैं। शहर की विभिन्न स्कूलों में कक्षा छठवीं से 10 वीं तक की पढ़ाई करते हैं। कलेक्टर इसके बाद बैगा आवासीय कन्या परिसर पहुंचे। छठवीं से 10 वीं तक एक सौ बैगा सहित आदिवासी बच्चियां इसमें रहकर पढ़ाई करती हैं। कलेक्टर ने आदिवासी बच्चियों को कैरियर मार्गदर्शन भी दिया। उन्होंने कन्या हास्टल में संचालित स्मार्ट क्लास एवं इण्टोर गेम कक्ष का भी निरीक्षण किया। आदिवासी बच्ची चन्द्रमणि पैकरा के साथ कैरम खेल में भी हाथ आजमाया। उन्होंने पोस्ट मेट्रिक छात्रावासों के लिए स्मार्ट क्लास बनाने के प्रस्ताव देने के निर्देश भी सहायक आयुक्त को दिए।



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