Mp : 19 दिन के मेगा ब्लाक के चलते 52 यात्री ट्रेनें बंद, 25 का रूट बदला, यात्रियों को होंगे परेशान:

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दमोह ।   दमोह रेलवे स्टेशन पर तीसरी रेलवे लाइन के नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य के चलते सोमवार से 19 दिन का मेगा ब्लॉक शुरू होगा। इसके कारण इस रूट पर चलने वाली 52 यात्री ट्रेनों को 26 अगस्त से 14 सितंबर तक निरस्त कर दिया गया है, जबकि 25 ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित कर चलाया जाएगा। मेगा ब्लॉक के चलते बीना से दमोह के बीच यात्रा करने वाले रेल यात्रियों को कल से इस रूट पर कोई ट्रेन नहीं मिलेगी। इन यात्रियों को या तो निजी वाहन या फिर बस से सफर करना होगा। अधिकारियों के अनुसार, इस रूट से केवल दयोदय और गौंडवाना ट्रेनें ही चलेंगी, जबकि राज्यरानी को भोपाल से सागर तक चलाया जाएगा। इस कारण इस रूट पर रोजाना अप-डाउन करने वाले यात्रियों को 19 दिन तक खासी मुसीबत झेलनी पड़ेगी। साथ ही बसों या अन्य साधनों से दो से तीन गुना अधिक किराया देकर अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ेगा। दमोह से असलाना रेलवे स्टेशन तक तीसरी रेलवे लाइन का काम पूरा हो चुका है। कोपरा नदी के पुल के ऊपर भी पटरियां बिछाई जा चुकी हैं। रेलवे 16 किमी लंबे इस रेल रूट को चालू करने की तैयारी में जुटा है। इसी कारण मलैया रेलवे फाटक के पास से तीसरी लाइन को मेन लाइन से जोड़ने के लिए एनआई वर्क शुरू होना है। इसमें ट्रेनों की पटरियों को एक-दूसरे से जोड़ा जाता है ताकि ट्रेन एक पटरी से दूसरी पटरी पर जा सके। इसके अलावा, सिग्नल और अन्य सिस्टम भी बदले जाते हैं, जिसमें समय लगता है। एनआई वर्क पूरा होने के बाद रेलवे स्टेशन के कंट्रोल रूम को नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाएगा, जहां से डिजिटली ट्रेनों का संचालन होगा। अभी तक दमोह में मैन्युअल सिस्टम से ट्रेनों का संचालन हो रहा है।

नॉन-इंटरलॉकिंग के चलते रेलवे द्वारा केवल यात्री ट्रेनों को निरस्त किया गया है, जबकि मालगाड़ियां सुचारू रूप से चलेंगी। गौरतलब है कि बीना-कटनी रूट पर दिनभर में 80 से 90 मालगाड़ियां निकलती हैं, जिनमें ज्यादातर सिंगरौली, छत्तीसगढ़ से कोयले की ढुलाई होती है। इससे रेलवे को भरपूर मालभाड़ा मिलता है, जिससे मालगाड़ियों को नहीं रोका जा रहा है। केवल दमोह स्टेशन से निकलते समय उनकी स्पीड 5 से 10 किमी प्रति घंटे रहेगी।

रेल संघर्ष समिति के प्रांजल राय और संतोष रैकवार का कहना है कि रेलवे को यात्रियों की सुविधाओं से कोई सरोकार नहीं है। दमोह-बीना के बीच विभिन्न रेलवे स्टेशनों से रोजाना 20,000 से अधिक यात्री विभिन्न ट्रेनों में सफर करते हैं। लेकिन सभी ट्रेनें बंद होने से यात्री कैसे सफर करेंगे? कम से कम दोनों रूटों पर एक-एक लोकल ट्रेन चलाई जानी चाहिए ताकि रोजमर्रा के काम करने वाले और सागर-भोपाल जाने वाले यात्रियों को राहत मिल सके।

निरस्त की गई यात्री ट्रेनों में शामिल हैं: दमोह-बीना, बीना-कटनी, इटारसी-भोपाल, बिलासपुर-भोपाल, कोटा-दानापुर, रीवा-डॉ. अंबेडकर नगर, भोपाल-सिंगरौली, रानी कमलापति-संतरागाछी, हावड़ा-भोपाल एक्सप्रेस, भागलपुर-अजमेर, संतरागाछी-अजमेर, शालीमार-भुज, दुर्ग-अजमेर, दुर्ग-जम्मूतवी एक्सप्रेस, दुर्ग-हजरत निजामुद्दीन, विशाखापटनम-भगत की कोठी, डॉ. अंबेडकर नगर-पटना एक्सप्रेस, अहमदाबाद-पटना एक्सप्रेस, बांदा-गोरखपुर एक्सप्रेस, इंदौर-हावड़ा, उदयपुर-शालीमार, कोलकाता-अजमेर, बीकानेर-पुरी एक्सप्रेस, निजामुद्दीन-अंबिकापुर एक्सप्रेस। ये सभी ट्रेनें अप और डाउन दिशा में निरस्त रहेंगी।

परिवर्तित मार्ग से चलने वाली ट्रेनों में शामिल हैं: दुर्ग-हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस (31 अगस्त, 9 सितंबर), हजरत निजामुद्दीन-दुर्ग एक्सप्रेस (8, 10 सितंबर), जबलपुर-श्री वैष्णो माता एक्सप्रेस (3 सितंबर), श्री वैष्णो माता-जबलपुर एक्सप्रेस (11 सितंबर), सिंगरौली-हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस (4, 8 सितंबर), हजरत निजामुद्दीन-सिंगरौली एक्सप्रेस (9 सितंबर), अंबिकापुर-हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस (12 सितंबर), उधमपुर-दुर्ग जंक्शन एक्सप्रेस (12 सितंबर), अमृतसर-विशाखापट्टनम एक्सप्रेस (4, 11 सितंबर), भुज-शालीमार एक्सप्रेस (27 अगस्त), सोमनाथ-जबलपुर एक्सप्रेस (26, 30 अगस्त, 2, 6, 9, 13 सितंबर), जबलपुर-सोमनाथ एक्सप्रेस (9 सितंबर), हावड़ा-भोपाल एक्सप्रेस (26 अगस्त, 2 सितंबर), भोपाल-हावड़ा एक्सप्रेस (28 अगस्त), अहमदाबाद-पटना एक्सप्रेस (31 अगस्त, 8 सितंबर), पटना-अहमदाबाद एक्सप्रेस (10 सितंबर), रेवांचल एक्सप्रेस (30 अगस्त, 1, 5, 7, 12 सितंबर), कामायनी एक्सप्रेस (27 अगस्त), बलिया-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस (25, 26, 30 अगस्त, 3, 7 सितंबर), अंत्योदय एक्सप्रेस (28 अगस्त, 4, 11 सितंबर) को परिवर्तित मार्ग से चलाया जाएगा। राज्यरानी अल्प अवधि के लिए निरस्त रहेगी।

दमोह स्टेशन प्रबंधक मुकेश जैन ने बताया कि 26 अगस्त से नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य के चलते यात्री ट्रेन बंद रहेंगी। यात्रियों को परेशानी तो होगी, लेकिन तीसरी लाइन का जुड़ना भी बहुत जरूरी है। दमोह स्टेशन पर नई सुविधा भी शुरू हो जाएगी। अब नया कंट्रोल पैनल डिजिटल हो जाएगा।


दमोह ।   दमोह रेलवे स्टेशन पर तीसरी रेलवे लाइन के नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य के चलते सोमवार से 19 दिन का मेगा ब्लॉक शुरू होगा। इसके कारण इस रूट पर चलने वाली 52 यात्री ट्रेनों को 26 अगस्त से 14 सितंबर तक निरस्त कर दिया गया है, जबकि 25 ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित कर चलाया जाएगा। मेगा ब्लॉक के चलते बीना से दमोह के बीच यात्रा करने वाले रेल यात्रियों को कल से इस रूट पर कोई ट्रेन नहीं मिलेगी। इन यात्रियों को या तो निजी वाहन या फिर बस से सफर करना होगा। अधिकारियों के अनुसार, इस रूट से केवल दयोदय और गौंडवाना ट्रेनें ही चलेंगी, जबकि राज्यरानी को भोपाल से सागर तक चलाया जाएगा। इस कारण इस रूट पर रोजाना अप-डाउन करने वाले यात्रियों को 19 दिन तक खासी मुसीबत झेलनी पड़ेगी। साथ ही बसों या अन्य साधनों से दो से तीन गुना अधिक किराया देकर अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ेगा। दमोह से असलाना रेलवे स्टेशन तक तीसरी रेलवे लाइन का काम पूरा हो चुका है। कोपरा नदी के पुल के ऊपर भी पटरियां बिछाई जा चुकी हैं। रेलवे 16 किमी लंबे इस रेल रूट को चालू करने की तैयारी में जुटा है। इसी कारण मलैया रेलवे फाटक के पास से तीसरी लाइन को मेन लाइन से जोड़ने के लिए एनआई वर्क शुरू होना है। इसमें ट्रेनों की पटरियों को एक-दूसरे से जोड़ा जाता है ताकि ट्रेन एक पटरी से दूसरी पटरी पर जा सके। इसके अलावा, सिग्नल और अन्य सिस्टम भी बदले जाते हैं, जिसमें समय लगता है। एनआई वर्क पूरा होने के बाद रेलवे स्टेशन के कंट्रोल रूम को नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाएगा, जहां से डिजिटली ट्रेनों का संचालन होगा। अभी तक दमोह में मैन्युअल सिस्टम से ट्रेनों का संचालन हो रहा है।

नॉन-इंटरलॉकिंग के चलते रेलवे द्वारा केवल यात्री ट्रेनों को निरस्त किया गया है, जबकि मालगाड़ियां सुचारू रूप से चलेंगी। गौरतलब है कि बीना-कटनी रूट पर दिनभर में 80 से 90 मालगाड़ियां निकलती हैं, जिनमें ज्यादातर सिंगरौली, छत्तीसगढ़ से कोयले की ढुलाई होती है। इससे रेलवे को भरपूर मालभाड़ा मिलता है, जिससे मालगाड़ियों को नहीं रोका जा रहा है। केवल दमोह स्टेशन से निकलते समय उनकी स्पीड 5 से 10 किमी प्रति घंटे रहेगी।

रेल संघर्ष समिति के प्रांजल राय और संतोष रैकवार का कहना है कि रेलवे को यात्रियों की सुविधाओं से कोई सरोकार नहीं है। दमोह-बीना के बीच विभिन्न रेलवे स्टेशनों से रोजाना 20,000 से अधिक यात्री विभिन्न ट्रेनों में सफर करते हैं। लेकिन सभी ट्रेनें बंद होने से यात्री कैसे सफर करेंगे? कम से कम दोनों रूटों पर एक-एक लोकल ट्रेन चलाई जानी चाहिए ताकि रोजमर्रा के काम करने वाले और सागर-भोपाल जाने वाले यात्रियों को राहत मिल सके।

निरस्त की गई यात्री ट्रेनों में शामिल हैं: दमोह-बीना, बीना-कटनी, इटारसी-भोपाल, बिलासपुर-भोपाल, कोटा-दानापुर, रीवा-डॉ. अंबेडकर नगर, भोपाल-सिंगरौली, रानी कमलापति-संतरागाछी, हावड़ा-भोपाल एक्सप्रेस, भागलपुर-अजमेर, संतरागाछी-अजमेर, शालीमार-भुज, दुर्ग-अजमेर, दुर्ग-जम्मूतवी एक्सप्रेस, दुर्ग-हजरत निजामुद्दीन, विशाखापटनम-भगत की कोठी, डॉ. अंबेडकर नगर-पटना एक्सप्रेस, अहमदाबाद-पटना एक्सप्रेस, बांदा-गोरखपुर एक्सप्रेस, इंदौर-हावड़ा, उदयपुर-शालीमार, कोलकाता-अजमेर, बीकानेर-पुरी एक्सप्रेस, निजामुद्दीन-अंबिकापुर एक्सप्रेस। ये सभी ट्रेनें अप और डाउन दिशा में निरस्त रहेंगी।

परिवर्तित मार्ग से चलने वाली ट्रेनों में शामिल हैं: दुर्ग-हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस (31 अगस्त, 9 सितंबर), हजरत निजामुद्दीन-दुर्ग एक्सप्रेस (8, 10 सितंबर), जबलपुर-श्री वैष्णो माता एक्सप्रेस (3 सितंबर), श्री वैष्णो माता-जबलपुर एक्सप्रेस (11 सितंबर), सिंगरौली-हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस (4, 8 सितंबर), हजरत निजामुद्दीन-सिंगरौली एक्सप्रेस (9 सितंबर), अंबिकापुर-हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस (12 सितंबर), उधमपुर-दुर्ग जंक्शन एक्सप्रेस (12 सितंबर), अमृतसर-विशाखापट्टनम एक्सप्रेस (4, 11 सितंबर), भुज-शालीमार एक्सप्रेस (27 अगस्त), सोमनाथ-जबलपुर एक्सप्रेस (26, 30 अगस्त, 2, 6, 9, 13 सितंबर), जबलपुर-सोमनाथ एक्सप्रेस (9 सितंबर), हावड़ा-भोपाल एक्सप्रेस (26 अगस्त, 2 सितंबर), भोपाल-हावड़ा एक्सप्रेस (28 अगस्त), अहमदाबाद-पटना एक्सप्रेस (31 अगस्त, 8 सितंबर), पटना-अहमदाबाद एक्सप्रेस (10 सितंबर), रेवांचल एक्सप्रेस (30 अगस्त, 1, 5, 7, 12 सितंबर), कामायनी एक्सप्रेस (27 अगस्त), बलिया-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस (25, 26, 30 अगस्त, 3, 7 सितंबर), अंत्योदय एक्सप्रेस (28 अगस्त, 4, 11 सितंबर) को परिवर्तित मार्ग से चलाया जाएगा। राज्यरानी अल्प अवधि के लिए निरस्त रहेगी।

दमोह स्टेशन प्रबंधक मुकेश जैन ने बताया कि 26 अगस्त से नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य के चलते यात्री ट्रेन बंद रहेंगी। यात्रियों को परेशानी तो होगी, लेकिन तीसरी लाइन का जुड़ना भी बहुत जरूरी है। दमोह स्टेशन पर नई सुविधा भी शुरू हो जाएगी। अब नया कंट्रोल पैनल डिजिटल हो जाएगा।


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