Haryana :: विधानसभा चुनाव के पहले सीएम पद हेतु लॉबिंग शुरू:

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चंडीगढ़, 25 अगस्त । कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी भले ही हरियाणा के कांग्रेस दिग्गजों को एकजुट होकर विधानसभा चुनाव में उतरने का पाठ पढ़ा चुके हैं, लेकिन उन्होंने अपने समर्थकों के बीच मुख्यमंत्री पद की दावेदारी तेज कर दी है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा तो राज्य में मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं ही, साथ ही कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला ने भी मुख्यमंत्री पद की लाबिंग बढ़ा दी है। हुड्डा, सैलजा और सुरजेवाला अलग-अलग राजनीतिक कार्यक्रम कर रहे हैं। इन कार्यक्रमों में कांग्रेस दिग्गजों के समर्थकों द्वारा उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में पेश किया जा रहा है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि लोकसभा चुनाव के नतीजों का असर विधानसभा चुनाव पर पडऩे की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। कांग्रेस दिग्गज लोकसभा चुनाव के नतीजों से काफी उत्साहित हैं। लोकसभा चुनाव में सभी सीटों पर टिकटों का आवंटन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा की पसंद से हुआ है। विधानसभा चुनाव के लिए 90 सीटों पर करीब 2500 कार्यकर्ताओं ने आवेदन किए हैं। कांग्रेस के सभी दिग्गजों को अधिकार दिया गया है कि वे अपनी पसंद का कोई भी नाम पैनल में जुड़वाने अथवा हटवाने के लिए पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया, प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान और स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन अजय माकन को दे सकते हैं।

राज्य में दीपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा मांगे हिसाब अभियान के तहत पदयात्राओं का एक दौर पूरा कर चुके हैं और जल्दी ही भूपेंद्र सिंह हुड्डा व चौधरी उदयभान की रथयात्रा आरंभ होने वाली है। मुख्यमंत्री पद के लिए भूपेंद्र हुड्डा की दावेदारी के बीच कुमारी सैलजा ने कहा कि वे राज्य की राजनीति में सक्रिय रहना चाहती हैं, क्योंकि राज्य में रहकर जनता के ज्यादा काम कराए जा सकते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी जताते हुए यहां तक कह दिया कि अंतिम फैसला भले ही हाईकमान करे, लेकिन मुख्यमंत्री बनने की इच्छा मन में रखना कोई गलत बात नहीं है। सैलजा की इस इच्छा को कांग्रेस में उनकी सीएम पद के लिए मजबूत दावेदारी के रूप में देखा जा रहा है। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला भी बड़े कद के नेता हैं। कर्नाटक में उन्होंने कांग्रेस को जिताने का काम किया है। राज्य में फिर से सक्रिय हो चुके सुरजेवाला की ईच्छा भी मुख्यमंत्री बनने की है।


चंडीगढ़, 25 अगस्त । कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी भले ही हरियाणा के कांग्रेस दिग्गजों को एकजुट होकर विधानसभा चुनाव में उतरने का पाठ पढ़ा चुके हैं, लेकिन उन्होंने अपने समर्थकों के बीच मुख्यमंत्री पद की दावेदारी तेज कर दी है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा तो राज्य में मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं ही, साथ ही कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला ने भी मुख्यमंत्री पद की लाबिंग बढ़ा दी है। हुड्डा, सैलजा और सुरजेवाला अलग-अलग राजनीतिक कार्यक्रम कर रहे हैं। इन कार्यक्रमों में कांग्रेस दिग्गजों के समर्थकों द्वारा उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में पेश किया जा रहा है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि लोकसभा चुनाव के नतीजों का असर विधानसभा चुनाव पर पडऩे की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। कांग्रेस दिग्गज लोकसभा चुनाव के नतीजों से काफी उत्साहित हैं। लोकसभा चुनाव में सभी सीटों पर टिकटों का आवंटन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा की पसंद से हुआ है। विधानसभा चुनाव के लिए 90 सीटों पर करीब 2500 कार्यकर्ताओं ने आवेदन किए हैं। कांग्रेस के सभी दिग्गजों को अधिकार दिया गया है कि वे अपनी पसंद का कोई भी नाम पैनल में जुड़वाने अथवा हटवाने के लिए पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया, प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान और स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन अजय माकन को दे सकते हैं।

राज्य में दीपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा मांगे हिसाब अभियान के तहत पदयात्राओं का एक दौर पूरा कर चुके हैं और जल्दी ही भूपेंद्र सिंह हुड्डा व चौधरी उदयभान की रथयात्रा आरंभ होने वाली है। मुख्यमंत्री पद के लिए भूपेंद्र हुड्डा की दावेदारी के बीच कुमारी सैलजा ने कहा कि वे राज्य की राजनीति में सक्रिय रहना चाहती हैं, क्योंकि राज्य में रहकर जनता के ज्यादा काम कराए जा सकते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी जताते हुए यहां तक कह दिया कि अंतिम फैसला भले ही हाईकमान करे, लेकिन मुख्यमंत्री बनने की इच्छा मन में रखना कोई गलत बात नहीं है। सैलजा की इस इच्छा को कांग्रेस में उनकी सीएम पद के लिए मजबूत दावेदारी के रूप में देखा जा रहा है। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला भी बड़े कद के नेता हैं। कर्नाटक में उन्होंने कांग्रेस को जिताने का काम किया है। राज्य में फिर से सक्रिय हो चुके सुरजेवाला की ईच्छा भी मुख्यमंत्री बनने की है।


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