रायपुर . खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री दयाल दास बघेल ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने हमें कर्म की प्रधानता की शिक्षा दी है। उन्होंने अपनी लीला से हमें जीवन जीने की कला सिखाई है। महाभारत में श्री कृष्ण ने अन्याय के विरुद्ध लड़ने का संदेश दिया। खाद्य मंत्री श्री बघेल मंगलवार को बेमेतरा जिले अंतर्गत नगर पंचायत नवागढ़ में आयोजित भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर श्री कृष्ण झांकी एवं दही लूट महोत्सव कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उक्त बाते कही। उन्होंने इस दौरान भगवान श्री कृष्ण और हलधर बलराम के प्रति रूप का पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के लिए सुख-समृद्धि की कामना की।
मंत्री श्री बघेल ने कहा कि श्री कृष्ण प्रकृति प्रेमी थे। जब हम भगवान कृष्ण को याद करते हैं तो हमें यमुना नदी का किनारा याद आता है, बांसुरी की तान याद आती है और गौ माता का झुंड याद आता है। सनातन धर्म में प्रकृति की पूजा की जाती है। पीपल, बरगद आदि वृक्षों को पूजनीय माना गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी एक पेड़ मां के नाम लगाने का आह्वान किया है। मैं सभी से अनुरोध करता हूँ कि वे अपनी माँ के नाम से एक पेड़ जरूर लगाएं। भगवान कृष्ण के प्रति भी हमारी सच्ची श्रद्धा तभी प्रकट होगी, जब हम एक पेड़ मां के नाम लगाकर प्रकृति के प्रति अपना दायित्व पूरा करेंगे।
महोत्सव के दौरान आनंद कंद ब्रजनंदन योगेश्वर श्याम सुन्दर भगवान श्री कृष्ण की भव्य शोभा यात्रा निकाली गई एवं विभिन्न गांवों से आए हुए हरिकीर्तन मंडलियों के द्वारा भजन-कीर्तन भी किया गया। मंत्री श्री बघेल ने दही लूट-हांडी-फोड़ टोलियों का उत्साहवर्धन किया और दही लूट के विजेताओं को पुरस्कार एवं शील्ड से सम्मानित किया।
इस अवसर पर श्री कृष्ण सेवा समिति के प्रतिनिधि मंडल तथा नगरवासी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
रायपुर . खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री दयाल दास बघेल ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने हमें कर्म की प्रधानता की शिक्षा दी है। उन्होंने अपनी लीला से हमें जीवन जीने की कला सिखाई है। महाभारत में श्री कृष्ण ने अन्याय के विरुद्ध लड़ने का संदेश दिया। खाद्य मंत्री श्री बघेल मंगलवार को बेमेतरा जिले अंतर्गत नगर पंचायत नवागढ़ में आयोजित भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर श्री कृष्ण झांकी एवं दही लूट महोत्सव कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उक्त बाते कही। उन्होंने इस दौरान भगवान श्री कृष्ण और हलधर बलराम के प्रति रूप का पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के लिए सुख-समृद्धि की कामना की।
मंत्री श्री बघेल ने कहा कि श्री कृष्ण प्रकृति प्रेमी थे। जब हम भगवान कृष्ण को याद करते हैं तो हमें यमुना नदी का किनारा याद आता है, बांसुरी की तान याद आती है और गौ माता का झुंड याद आता है। सनातन धर्म में प्रकृति की पूजा की जाती है। पीपल, बरगद आदि वृक्षों को पूजनीय माना गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी एक पेड़ मां के नाम लगाने का आह्वान किया है। मैं सभी से अनुरोध करता हूँ कि वे अपनी माँ के नाम से एक पेड़ जरूर लगाएं। भगवान कृष्ण के प्रति भी हमारी सच्ची श्रद्धा तभी प्रकट होगी, जब हम एक पेड़ मां के नाम लगाकर प्रकृति के प्रति अपना दायित्व पूरा करेंगे।
महोत्सव के दौरान आनंद कंद ब्रजनंदन योगेश्वर श्याम सुन्दर भगवान श्री कृष्ण की भव्य शोभा यात्रा निकाली गई एवं विभिन्न गांवों से आए हुए हरिकीर्तन मंडलियों के द्वारा भजन-कीर्तन भी किया गया। मंत्री श्री बघेल ने दही लूट-हांडी-फोड़ टोलियों का उत्साहवर्धन किया और दही लूट के विजेताओं को पुरस्कार एवं शील्ड से सम्मानित किया।
इस अवसर पर श्री कृष्ण सेवा समिति के प्रतिनिधि मंडल तथा नगरवासी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।