रायपुर, 04 सितंबर, 2024/ स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी काउंसिल के पंजीयन की आनलाइन सुविधा का शुभारंभ किया है। अब फार्मेसी काउंसिल का पंजीयन सिस्टम आनलाइन हो गया है। इससे फार्मेसी छात्र तथा फार्मासिस्टों को पंजीयन अथवा नवीनीकरण के लिए रायपुर स्थित फार्मेसी काउंसिल का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। अब पंजीयन कराने के लिए आनलाइन आवेदन के बाद आवेदक को केवल एक बार दस्तावेजों के वेरीफिकेशन के लिए काउंसिल कार्यालय आना होगा। कार्यक्रम का लोकार्पण करते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि पंजीयन कार्य के आनलाइन हो जाने से आवेदकों को अब काउंसिल के चक्कर नहीं लगाने होंगे, जिससे उन्हें काफी सहूलियत मिलेगी। उन्होंने कहा कि फार्मासिस्ट डाक्टर और मरीज के बीच की एक महत्वपूर्ण कड़ी होती है जिस पर सही दवा एवं खुराक के निर्धारण की जिम्मेदारी होती है।
अभी तक फार्मेसी काउंसिल में पंजीयन के लिए राज्य के सभी जिलों के विभिन्न स्थानों के फार्मेसी उत्तीर्ण छात्र फार्मासिस्ट पंजीयन के लिए रायपुर स्थित काउंसिल कार्यालय आते थे। इसी प्रकार पंजीकृत फार्मासिस्टों को नवीनीकरण के लिए रायपुर आना पड़ता था। अब पंजीयन तथा नवीनीकरण की व्यवस्था आनलाइन हो जाने से राज्य के सभी फार्मेसी छात्र एवं पंजीकृत फार्मासिस्टों को लाभ मिलेगा। वर्तमान में राज्य में लगभग 33 हजार 300 फार्मासिस्ट पंजीकृत हैं। ये फार्मासिस्ट रिटेल दवा दुकान, थोक दवा दुकान, दवा निर्माण इकाइयों जैसे कार्यों को संचालित कर रहे हैं। इसके साथ ही ये विभिन्न फार्मेसी शिक्षण संस्थानों में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं।
रायपुर, 04 सितंबर, 2024/ स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी काउंसिल के पंजीयन की आनलाइन सुविधा का शुभारंभ किया है। अब फार्मेसी काउंसिल का पंजीयन सिस्टम आनलाइन हो गया है। इससे फार्मेसी छात्र तथा फार्मासिस्टों को पंजीयन अथवा नवीनीकरण के लिए रायपुर स्थित फार्मेसी काउंसिल का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। अब पंजीयन कराने के लिए आनलाइन आवेदन के बाद आवेदक को केवल एक बार दस्तावेजों के वेरीफिकेशन के लिए काउंसिल कार्यालय आना होगा। कार्यक्रम का लोकार्पण करते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि पंजीयन कार्य के आनलाइन हो जाने से आवेदकों को अब काउंसिल के चक्कर नहीं लगाने होंगे, जिससे उन्हें काफी सहूलियत मिलेगी। उन्होंने कहा कि फार्मासिस्ट डाक्टर और मरीज के बीच की एक महत्वपूर्ण कड़ी होती है जिस पर सही दवा एवं खुराक के निर्धारण की जिम्मेदारी होती है।
अभी तक फार्मेसी काउंसिल में पंजीयन के लिए राज्य के सभी जिलों के विभिन्न स्थानों के फार्मेसी उत्तीर्ण छात्र फार्मासिस्ट पंजीयन के लिए रायपुर स्थित काउंसिल कार्यालय आते थे। इसी प्रकार पंजीकृत फार्मासिस्टों को नवीनीकरण के लिए रायपुर आना पड़ता था। अब पंजीयन तथा नवीनीकरण की व्यवस्था आनलाइन हो जाने से राज्य के सभी फार्मेसी छात्र एवं पंजीकृत फार्मासिस्टों को लाभ मिलेगा। वर्तमान में राज्य में लगभग 33 हजार 300 फार्मासिस्ट पंजीकृत हैं। ये फार्मासिस्ट रिटेल दवा दुकान, थोक दवा दुकान, दवा निर्माण इकाइयों जैसे कार्यों को संचालित कर रहे हैं। इसके साथ ही ये विभिन्न फार्मेसी शिक्षण संस्थानों में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं।