सुकमा । स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अन्तर्गत स्वच्छता ही सेवा (स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता अभियान 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर, 2024 तक मनाया जा रहा है। जिसमें कलेक्टर श्री देवेश कुमार धुव के निर्देशन एवं सीईओ जिला पंचायत श्रीमती नम्रता जैन के मार्गदर्शन में विभिन्न गतिविधियां ग्राम स्तर पर आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम में पंचायत स्तर के स्कूल, आश्रम, छात्रावास, आंगनबाड़ी, उप स्वास्थ्य केन्द्र, एवं कार्यालय ग्राम पंचायत में स्वच्छता को बढ़ावा देने एवं जीवन में आत्मसात करने हेतु प्रतियोगिता के रूप में गतिविधियां किया जा रहा है। पंचायत स्तर पर ग्राम पंचायत कार्यालय में होने वाली गतिविधियों में प्रतिदिन स्वच्छता शपथ का आयोजन, स्वच्छता चित्रकारी एवं स्लोगन कार्यालय में लिखा जा रहा है। एक पेड़ मां के नाम अन्तर्गत कार्यालय परिसर में पर्यावरण संरक्षण की शपथ के साथ अधिकतम पेड़ लगाया जा रहा है। इसी प्रकार विद्यालय, आश्रम, छात्रावासों में स्वच्छता थीम पर आधारित कबाड़ से जुगाड़ प्रतियोगिता कराया जा रहा है।
स्वच्छता पर निबंध, नारा, भाषण, प्रश्नोत्तरी, पेंटिंग, कविता, रंगोली, वाद-विवाद एवं स्वच्छता मॉडल, किशोरी बालिकाओं के साथ माहवारी स्वच्छता प्रबंधन विषय पर चर्चा एंव सैनेटरी पैड के उचित निपटान के लिये उन्हें जागरूक किया जा रहा है। साथ ही उपस्वास्थ्य केन्द्रों में व्यक्तिगत स्वच्छता, जल स्रोतों के स्वच्छता, संरक्षण, वर्षा जल संचयन, पर्यावरण स्वच्छता, गीला एवं सुखा कचरा प्रबंधन, वेस्ट वॉटर एवं मेडिकल पेस्ट का उचित निपटान पर चर्चा कर, जल-जनित रोग व बिमारियों, पीने के पानी के सुरक्षित प्रबंधन पर जागरूक किया जा रहा है।
सुकमा । स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अन्तर्गत स्वच्छता ही सेवा (स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता अभियान 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर, 2024 तक मनाया जा रहा है। जिसमें कलेक्टर श्री देवेश कुमार धुव के निर्देशन एवं सीईओ जिला पंचायत श्रीमती नम्रता जैन के मार्गदर्शन में विभिन्न गतिविधियां ग्राम स्तर पर आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम में पंचायत स्तर के स्कूल, आश्रम, छात्रावास, आंगनबाड़ी, उप स्वास्थ्य केन्द्र, एवं कार्यालय ग्राम पंचायत में स्वच्छता को बढ़ावा देने एवं जीवन में आत्मसात करने हेतु प्रतियोगिता के रूप में गतिविधियां किया जा रहा है। पंचायत स्तर पर ग्राम पंचायत कार्यालय में होने वाली गतिविधियों में प्रतिदिन स्वच्छता शपथ का आयोजन, स्वच्छता चित्रकारी एवं स्लोगन कार्यालय में लिखा जा रहा है। एक पेड़ मां के नाम अन्तर्गत कार्यालय परिसर में पर्यावरण संरक्षण की शपथ के साथ अधिकतम पेड़ लगाया जा रहा है। इसी प्रकार विद्यालय, आश्रम, छात्रावासों में स्वच्छता थीम पर आधारित कबाड़ से जुगाड़ प्रतियोगिता कराया जा रहा है।
स्वच्छता पर निबंध, नारा, भाषण, प्रश्नोत्तरी, पेंटिंग, कविता, रंगोली, वाद-विवाद एवं स्वच्छता मॉडल, किशोरी बालिकाओं के साथ माहवारी स्वच्छता प्रबंधन विषय पर चर्चा एंव सैनेटरी पैड के उचित निपटान के लिये उन्हें जागरूक किया जा रहा है। साथ ही उपस्वास्थ्य केन्द्रों में व्यक्तिगत स्वच्छता, जल स्रोतों के स्वच्छता, संरक्षण, वर्षा जल संचयन, पर्यावरण स्वच्छता, गीला एवं सुखा कचरा प्रबंधन, वेस्ट वॉटर एवं मेडिकल पेस्ट का उचित निपटान पर चर्चा कर, जल-जनित रोग व बिमारियों, पीने के पानी के सुरक्षित प्रबंधन पर जागरूक किया जा रहा है।