दुर्ग। पूर्व विधायक अरुण वोरा ने आज दुर्ग रेलवे स्टेशन का दौरा किया और स्टेशन अधीक्षक से मुलाकात कर वहां की खराब हालत पर सवाल उठाए।वोरा ने कहा कि 2016 में जब उन्होंने और सांसद ताम्रध्वज साहू ने दुर्ग स्टेशन पर एस्केलेटर का उद्घाटन किया था, तब यात्री सुविधाओं का स्तर उच्च था। लेकिन आज वही एस्केलेटर पिछले तीन महीनों से खराब पड़ा है, जिससे बुजुर्गों और दिव्यांगों को भारी परेशानी हो रही है।वोरा, जो हमेशा से दुर्ग स्टेशन के सुधार और यात्रियों की सुविधा के लिए सक्रिय रहे हैं, ने स्टेशन अधीक्षक से यह मुद्दा उठाया। उन्होंने याद दिलाया कि उनके कार्यकाल में न केवल ढालयुक्त ऊपरी पैदल पुल का लोकार्पण किया गया था, बल्कि स्टेशन की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता था। गर्मियों में यात्रियों को गर्मी से राहत दिलाने के लिए मिस्टिंग शॉवर्स भी लगाए गए थे।
लेकिन आज स्टेशन की हालत दयनीय हो चुकी है।2022 में भारतीय रेल द्वारा 400 करोड़ की लागत से दुर्ग, बिलासपुर, और रायपुर स्टेशनों के आधुनिकीकरण कर उन्हें मॉडर्न स्टेशन बनाने का वादा किया गया था। इन योजनाओं में मल्टी-ब्रांड शोरूम, फूड कोर्ट, होटल, और 7,000 यात्रियों के लिए वेटिंग हॉल जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं शामिल थीं। इस परियोजना को मार्च 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन अब सितंबर आ चुका है और स्थिति जस की तस बनी हुई है। वोरा ने स्टेशन अधीक्षक से इस देरी पर सवाल किया, जिस पर उन्हें बताया गया कि कार्य प्रगति पर है।वोरा ने अनुरोध किया कि इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा किया जाए ताकि यात्रियों को आधुनिक सुविधाओं का लाभ मिल सके। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह जल्द ही रायपुर में रेलवे के डीआरएम से भी इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे। इस बैठक में पार्षद श्री राजकुमार नारायणी भी मौजूद थे।
दुर्ग। पूर्व विधायक अरुण वोरा ने आज दुर्ग रेलवे स्टेशन का दौरा किया और स्टेशन अधीक्षक से मुलाकात कर वहां की खराब हालत पर सवाल उठाए।वोरा ने कहा कि 2016 में जब उन्होंने और सांसद ताम्रध्वज साहू ने दुर्ग स्टेशन पर एस्केलेटर का उद्घाटन किया था, तब यात्री सुविधाओं का स्तर उच्च था। लेकिन आज वही एस्केलेटर पिछले तीन महीनों से खराब पड़ा है, जिससे बुजुर्गों और दिव्यांगों को भारी परेशानी हो रही है।वोरा, जो हमेशा से दुर्ग स्टेशन के सुधार और यात्रियों की सुविधा के लिए सक्रिय रहे हैं, ने स्टेशन अधीक्षक से यह मुद्दा उठाया। उन्होंने याद दिलाया कि उनके कार्यकाल में न केवल ढालयुक्त ऊपरी पैदल पुल का लोकार्पण किया गया था, बल्कि स्टेशन की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता था। गर्मियों में यात्रियों को गर्मी से राहत दिलाने के लिए मिस्टिंग शॉवर्स भी लगाए गए थे।
लेकिन आज स्टेशन की हालत दयनीय हो चुकी है।2022 में भारतीय रेल द्वारा 400 करोड़ की लागत से दुर्ग, बिलासपुर, और रायपुर स्टेशनों के आधुनिकीकरण कर उन्हें मॉडर्न स्टेशन बनाने का वादा किया गया था। इन योजनाओं में मल्टी-ब्रांड शोरूम, फूड कोर्ट, होटल, और 7,000 यात्रियों के लिए वेटिंग हॉल जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं शामिल थीं। इस परियोजना को मार्च 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन अब सितंबर आ चुका है और स्थिति जस की तस बनी हुई है। वोरा ने स्टेशन अधीक्षक से इस देरी पर सवाल किया, जिस पर उन्हें बताया गया कि कार्य प्रगति पर है।वोरा ने अनुरोध किया कि इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा किया जाए ताकि यात्रियों को आधुनिक सुविधाओं का लाभ मिल सके। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह जल्द ही रायपुर में रेलवे के डीआरएम से भी इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे। इस बैठक में पार्षद श्री राजकुमार नारायणी भी मौजूद थे।