खेल post authorJournalist खबरीलाल Thursday ,November 14,2024

रमनदीप सिंह ने इंटरनेशनल क्रिकेट में किया तूफानी आगाज, सूर्यकुमार यादव के बाद दूसरे ऐसे भारतीय बल्लेबाज बने :

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नई दिल्ली.  टीम इंडिया के लिए बुधवार 13 नवंबर को सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क में रमनदीप सिंह ने टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया। ये उनका इंटरनेशनल डेब्यू भी था। रमनदीप सिंह भारत के 118वें खिलाड़ी इस फॉर्मेट में इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने वाले बने। रमनदीप के लिए ये मैच यादगार रहा और इसे उन्होंने इस मैच को और भी ज्यादा यादगार उस वक्त बनाया, जब वे बल्लेबाजी के लिए आए और पहली गेंद पर वो कारनामा कर दिखाया, जिसके लिए बल्लेबाज सोचने से भी डरते हैं।

दरअसल, रमनदीप सिंह भारत के दूसरे ऐसे बल्लेबाज बन गए, जिन्होंने अपने इंटरनेशनल करियर की पहली गेंद पर छक्का जड़ा। अक्सर जब कोई खिलाड़ी इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखता है तो हवाई शॉट खेलने से बचता है, क्योंकि वह चाहता है कि जो घबराहट अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की है, वह सिंगल, डबल या चौका जड़कर निकल जाए, लेकिन ये नया भारत है और रमनदीप भी नई टीम इंडिया के उभरते सितारे हैं। ऐसे में वे छक्का जड़ने से पीछे नहीं हटे।

रमनदीप सिंह से पहले सूर्यकुमार यादव ही भारत के लिए ऐसा कर पाए थे। 2001 के बाद के आंकड़ों के मुताबिक, सूर्या और रमनदीप ही ऐसे भारतीय हैं, जिन्होंने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत छक्के के साथ की। रमनदीप को इस मैच में 6 गेंदें खेलने का मौका मिला और वे 15 रन बनाकर रन आउट हो गए। उन्होंने अपनी पारी में एक छक्के के अलावा एक चौका भी जड़ा।

मैच से पहले रमनदीप सिंह को वीवीएस लक्ष्मण और हार्दिक पांड्या ने डेब्यू कैप सौंपी थी। वीवीएस ने कैप हार्दिक को थमाई थी, जिसे हार्दिक ने रमनदीप सिंह को सौंप दिया था। रमनदीप सिंह भी हार्दिक पांड्या की तरह एक पेस ऑलराउंडर हैं। आईपीएल के अलावा वे घरेलू क्रिकेट में गेंदबाजी करते हैं, लेकिन कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पहले मैच में उनसे गेंदबाजी नहीं कराई। यहां तक कि वे एक पेसर की जगह प्लेइंग इलेवन में शामिल किए गए थे, लेकिन कप्तान सूर्या ने रमनदीप सिंह को गेंदबाजी नहीं सौंपी।


नई दिल्ली.  टीम इंडिया के लिए बुधवार 13 नवंबर को सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क में रमनदीप सिंह ने टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया। ये उनका इंटरनेशनल डेब्यू भी था। रमनदीप सिंह भारत के 118वें खिलाड़ी इस फॉर्मेट में इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने वाले बने। रमनदीप के लिए ये मैच यादगार रहा और इसे उन्होंने इस मैच को और भी ज्यादा यादगार उस वक्त बनाया, जब वे बल्लेबाजी के लिए आए और पहली गेंद पर वो कारनामा कर दिखाया, जिसके लिए बल्लेबाज सोचने से भी डरते हैं।

दरअसल, रमनदीप सिंह भारत के दूसरे ऐसे बल्लेबाज बन गए, जिन्होंने अपने इंटरनेशनल करियर की पहली गेंद पर छक्का जड़ा। अक्सर जब कोई खिलाड़ी इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखता है तो हवाई शॉट खेलने से बचता है, क्योंकि वह चाहता है कि जो घबराहट अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की है, वह सिंगल, डबल या चौका जड़कर निकल जाए, लेकिन ये नया भारत है और रमनदीप भी नई टीम इंडिया के उभरते सितारे हैं। ऐसे में वे छक्का जड़ने से पीछे नहीं हटे।

रमनदीप सिंह से पहले सूर्यकुमार यादव ही भारत के लिए ऐसा कर पाए थे। 2001 के बाद के आंकड़ों के मुताबिक, सूर्या और रमनदीप ही ऐसे भारतीय हैं, जिन्होंने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत छक्के के साथ की। रमनदीप को इस मैच में 6 गेंदें खेलने का मौका मिला और वे 15 रन बनाकर रन आउट हो गए। उन्होंने अपनी पारी में एक छक्के के अलावा एक चौका भी जड़ा।

मैच से पहले रमनदीप सिंह को वीवीएस लक्ष्मण और हार्दिक पांड्या ने डेब्यू कैप सौंपी थी। वीवीएस ने कैप हार्दिक को थमाई थी, जिसे हार्दिक ने रमनदीप सिंह को सौंप दिया था। रमनदीप सिंह भी हार्दिक पांड्या की तरह एक पेस ऑलराउंडर हैं। आईपीएल के अलावा वे घरेलू क्रिकेट में गेंदबाजी करते हैं, लेकिन कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पहले मैच में उनसे गेंदबाजी नहीं कराई। यहां तक कि वे एक पेसर की जगह प्लेइंग इलेवन में शामिल किए गए थे, लेकिन कप्तान सूर्या ने रमनदीप सिंह को गेंदबाजी नहीं सौंपी।


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