रायपुर . रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल ने बुधवार को पीवीआर सिनेमा , मैग्नेटो मॉल में अपने परिवार विधायक श्री राजेश मूणत श्री मोतीलाल साहू, पूर्व सांसद श्री सुनील सोनी समेत सैकड़ों समर्थकों के साथ "द साबरमती रिपोर्ट" फिल्म देखी।
सिनेमा हॉल से निकलने के बाद श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, "द साबरमती रिपोर्ट" फिल्म आज से 22 साल पहले गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन को जलाने के भयावह हादसे के सत्य को उजागर करने का अत्यंत सराहनीय और प्रभावशाली प्रयास है।
फिल्म के निर्माता और निर्देशक ने उस सच को जनता के सामने लाए है।
इस फिल्म के माध्यम से पूरे देश को सच मालूम चलेगा कि, 27 फरवरी को गुजरात के गोधरा स्टेशन के पास साबरमती एक्सप्रेस में क्या हुआ था, कैसे हुआ था और किसने किया था। इस फिल्म का उद्देश्य न केवल उस दिन की घटनाओं को दिखाना है, बल्कि तात्कालिक सामाजिक, राजनीतिक गठजोड़ को भी उजागर करना है।
जिसने झूठे नरेटिव फैलाकर सत्य को दबाने का घृणित प्रयास किया था। यह केवल एक फिल्म नहीं है, बल्कि यह उस हादसे के पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
जिसके लिए निर्देशक धीरज सरना समेत पूरी टीम को बधाई देता हूं, साथ ही जनता से अपील करता कि सभी इस फिल्म को जरूर देखें। ताकि वे अतीत की त्रासदी से सीख लें और भविष्य में एक बेहतर समाज के निर्माण में योगदान दें।
रायपुर . रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल ने बुधवार को पीवीआर सिनेमा , मैग्नेटो मॉल में अपने परिवार विधायक श्री राजेश मूणत श्री मोतीलाल साहू, पूर्व सांसद श्री सुनील सोनी समेत सैकड़ों समर्थकों के साथ "द साबरमती रिपोर्ट" फिल्म देखी।
सिनेमा हॉल से निकलने के बाद श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, "द साबरमती रिपोर्ट" फिल्म आज से 22 साल पहले गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन को जलाने के भयावह हादसे के सत्य को उजागर करने का अत्यंत सराहनीय और प्रभावशाली प्रयास है।
फिल्म के निर्माता और निर्देशक ने उस सच को जनता के सामने लाए है।
इस फिल्म के माध्यम से पूरे देश को सच मालूम चलेगा कि, 27 फरवरी को गुजरात के गोधरा स्टेशन के पास साबरमती एक्सप्रेस में क्या हुआ था, कैसे हुआ था और किसने किया था। इस फिल्म का उद्देश्य न केवल उस दिन की घटनाओं को दिखाना है, बल्कि तात्कालिक सामाजिक, राजनीतिक गठजोड़ को भी उजागर करना है।
जिसने झूठे नरेटिव फैलाकर सत्य को दबाने का घृणित प्रयास किया था। यह केवल एक फिल्म नहीं है, बल्कि यह उस हादसे के पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
जिसके लिए निर्देशक धीरज सरना समेत पूरी टीम को बधाई देता हूं, साथ ही जनता से अपील करता कि सभी इस फिल्म को जरूर देखें। ताकि वे अतीत की त्रासदी से सीख लें और भविष्य में एक बेहतर समाज के निर्माण में योगदान दें।