भोपाल। मध्य प्रदेश में कड़ाके की सर्दी पडऩे का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में प्रदेश में सबसे कम सात डिग्री सेल्सियस तापमान राजगढ़ में दर्ज किया गया। हिल स्टेशन पचमढ़ी में रात का तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस पर रहा। राजधानी सहित 11 शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, हवाओं का रुख बदलने से कहीं-कहीं आंशिक बादल छाने लगे हैं। इस वजह से न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन ठंड का जलवा बरकरार रहने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में देश के पश्चिमोत्तर क्षेत्र में जेट स्ट्रीम बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में तूफान फेंगल कुछ कमजोर पडऩे के बाद गहरा अवदाब का क्षेत्र बन गया है। इसके पुड्डूचेरी के आसपास टकराने के आसार हैं। पाकिस्तान के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। हवाओं का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी बना हुआ है।
तूफान फेंगल का असर
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि तूफान फेंगल के असर से हवाओं का रुख बदलने लगा है। इस वजह से कहीं-कहीं मध्यम एवं ऊंचाई के स्तर पर बादल छा रहे हैं। इस वजह से न्यूनतम तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने के आसार हैं। उधर, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी, वर्षा होने की भी संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढऩे पर एक बार फिर तापमान में गिरावट होने की संभावना है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में कड़ाके की सर्दी पडऩे का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में प्रदेश में सबसे कम सात डिग्री सेल्सियस तापमान राजगढ़ में दर्ज किया गया। हिल स्टेशन पचमढ़ी में रात का तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस पर रहा। राजधानी सहित 11 शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, हवाओं का रुख बदलने से कहीं-कहीं आंशिक बादल छाने लगे हैं। इस वजह से न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन ठंड का जलवा बरकरार रहने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में देश के पश्चिमोत्तर क्षेत्र में जेट स्ट्रीम बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में तूफान फेंगल कुछ कमजोर पडऩे के बाद गहरा अवदाब का क्षेत्र बन गया है। इसके पुड्डूचेरी के आसपास टकराने के आसार हैं। पाकिस्तान के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। हवाओं का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी बना हुआ है।
तूफान फेंगल का असर
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि तूफान फेंगल के असर से हवाओं का रुख बदलने लगा है। इस वजह से कहीं-कहीं मध्यम एवं ऊंचाई के स्तर पर बादल छा रहे हैं। इस वजह से न्यूनतम तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने के आसार हैं। उधर, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी, वर्षा होने की भी संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढऩे पर एक बार फिर तापमान में गिरावट होने की संभावना है।