अपनी मांगों को लेकर राजधानी की सड़क पर उतरे प्रदेशभर के दिव्यांग:

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रायपुर। इसे लाचारी कहें, या फिर मजबूरी. अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर आज दिव्यांग विरोध- प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदेश के सभी जिलों से राजधानी रायपुर पहुंचे है. सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करते इससे पहले ही दिव्यांगों को पुलिस ने रोक दिया.

दिव्यांग 6 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इनमें से प्रमुख मांग है कि फर्जी सर्टिफिकेट के सहारे नौकरी कर रहे लोगों का राज्य मेडिकल बोर्ड से भौतिक परीक्षण कराकर बर्खास्त किया जाए. दिव्यांगजनों को प्रतिमाह 5000 रुपए पेंशन दिया जाए. बीपीएल की बाध्यता को ख़त्म किया जाए.

इसके अलावा 18 वर्ष से ऊपर की अविवाहित दिव्यांग युवती-महिला को महतारी वंदन योजना में शामिल किया जाए. दिव्यांगजनों के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाया जाए. शासकीय दिव्यांग कर्मियों को पदोन्नति में 4% आरक्षण दिया जाए, बेरोजगार दिव्यांगों को बिना गारंटी के लोन दिलाया जाए और कोरोना पूर्व दिए गए समस्त ऋण माफ़ किया जाए.


रायपुर। इसे लाचारी कहें, या फिर मजबूरी. अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर आज दिव्यांग विरोध- प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदेश के सभी जिलों से राजधानी रायपुर पहुंचे है. सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करते इससे पहले ही दिव्यांगों को पुलिस ने रोक दिया.

दिव्यांग 6 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इनमें से प्रमुख मांग है कि फर्जी सर्टिफिकेट के सहारे नौकरी कर रहे लोगों का राज्य मेडिकल बोर्ड से भौतिक परीक्षण कराकर बर्खास्त किया जाए. दिव्यांगजनों को प्रतिमाह 5000 रुपए पेंशन दिया जाए. बीपीएल की बाध्यता को ख़त्म किया जाए.

इसके अलावा 18 वर्ष से ऊपर की अविवाहित दिव्यांग युवती-महिला को महतारी वंदन योजना में शामिल किया जाए. दिव्यांगजनों के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाया जाए. शासकीय दिव्यांग कर्मियों को पदोन्नति में 4% आरक्षण दिया जाए, बेरोजगार दिव्यांगों को बिना गारंटी के लोन दिलाया जाए और कोरोना पूर्व दिए गए समस्त ऋण माफ़ किया जाए.


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