रायपुर। रेल मंत्रालय द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के कांकेर जिले में रेल कनेक्टिविटी में सुधार लाने के लिए कदम उठाए हैं। इसके तहत, दल्लीराजहरा-रावघाट-जगदलपुर रेल लाइन परियोजना (कुल लंबाई 235 किमी) को दो चरणों में क्रियान्वित किया जा रहा है।
पहले चरण में दल्लीराजहरा से रावघाट (95 किमी)। इस चरण में दल्लीराजहरा से तारोकी (77 किमी) तक की लाइन चालू कर दी गई है। इस परियोजना पर 31 मार्च 2024 तक कुल 1,028 करोड़ का व्यय किया जा चुका है। दूसरे चरण में रावघाट से जगदलपुर (140 किमी)। इस चरण के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर ली गई है। इसके अतिरिक्त, कांकेर जिले की रेल कनेक्टिविटी को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए, धमतरी से कोंडागांव (183.19 किमी) तक नई रेल लाइन के लिए सर्वेक्षण स्वीकृत किया गया है। यह नई लाइन बंस्कोट और अमरावती होते हुए गुजरेगी।यह पहल क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ लोगों की आवाजाही को सुगम बनाने में अहम भूमिका निभाएगी।
रायपुर। रेल मंत्रालय द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के कांकेर जिले में रेल कनेक्टिविटी में सुधार लाने के लिए कदम उठाए हैं। इसके तहत, दल्लीराजहरा-रावघाट-जगदलपुर रेल लाइन परियोजना (कुल लंबाई 235 किमी) को दो चरणों में क्रियान्वित किया जा रहा है।
पहले चरण में दल्लीराजहरा से रावघाट (95 किमी)। इस चरण में दल्लीराजहरा से तारोकी (77 किमी) तक की लाइन चालू कर दी गई है। इस परियोजना पर 31 मार्च 2024 तक कुल 1,028 करोड़ का व्यय किया जा चुका है। दूसरे चरण में रावघाट से जगदलपुर (140 किमी)। इस चरण के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर ली गई है। इसके अतिरिक्त, कांकेर जिले की रेल कनेक्टिविटी को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए, धमतरी से कोंडागांव (183.19 किमी) तक नई रेल लाइन के लिए सर्वेक्षण स्वीकृत किया गया है। यह नई लाइन बंस्कोट और अमरावती होते हुए गुजरेगी।यह पहल क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ लोगों की आवाजाही को सुगम बनाने में अहम भूमिका निभाएगी।