सर्दियां शुरू हो गई हैं. इस मौसम में किसी चीज या फिर व्यक्ति को छूने पर करंट के झटके का एहसास होना सामान्य बात है. जिसे आमतौर पर स्ट्रिक्टिक डिस्चार्ज या इलेक्ट्रोस्टैटिक डिस्चार्ज (ESD) कहा जाता है. इसके पीछे कारण वातावरण में नमी की कमी और शरीर में स्टैटिक बिजली का इकट्ठा होना होता है. दरअसल, स्टैटिक बिजली शरीर या किसी वस्तु में तब बनती है जब इलेक्ट्रान इक्टठा हो जाता है. ऐसे में जैसे ही आप किसी व्यक्ति या वस्तु को छूते हैं आपको इलेक्ट्रिक शॉक का अनुभव होता है.
इसके अलावा सर्दियों में लोग सिंथेटिक कपड़े ज्यादा पहनते हैं. इन कपड़ों के फाइबर इलेक्ट्रॉन्स को आसानी से अवशोषित कर लेते हैं. ऐसे में जब आप किसी को व्यक्ति या फिर धातु की वस्तु छूते हैं, तो आपको करंट का झटका महसूस होता है.
वहीं, ठंड के मौसम में चलने वाली शुष्क हवाओं से त्वचा सूखी और बेजान हो जाती है. जिससे इलेक्ट्रॉन्स आसानी से इकट्ठा हो जाते हैं और किसी व्यक्ति या वस्तु को छूने पर करंट का एहसास होता है.
ठंड के मौसम में मानव शरीर और वस्तु के छूने पर महसूस होने वाले करंट के झटके से बचने के कुछ उपाय भी हैं, जो इस प्रकार हैं...
1. जब भी आप किसी धातु की चीज को छूने जा रहे हों, तो पहले पैर को जमीन से टच करा लीजिए, जिससे आपके शरीर में जमा स्टैटिक चार्ज निकल जाएगा.
2. इसके अलावा त्वचा में नमी बनाए रखने के लिए मॉइस्चराइजर या लोशन अप्लाई जरूर करें. इससे शरीर में स्टैटिक बिजली के जमा होने के चांसेस कम हो जाते हैं.
3. वहीं, आप सूती कपड़े पहने इससे भी स्टैटिक बिजली के इक्टठा होने की संभावना कम होती है और हवा में नमी बनाए रखने के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल कर सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. KBRLNA इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
सर्दियां शुरू हो गई हैं. इस मौसम में किसी चीज या फिर व्यक्ति को छूने पर करंट के झटके का एहसास होना सामान्य बात है. जिसे आमतौर पर स्ट्रिक्टिक डिस्चार्ज या इलेक्ट्रोस्टैटिक डिस्चार्ज (ESD) कहा जाता है. इसके पीछे कारण वातावरण में नमी की कमी और शरीर में स्टैटिक बिजली का इकट्ठा होना होता है. दरअसल, स्टैटिक बिजली शरीर या किसी वस्तु में तब बनती है जब इलेक्ट्रान इक्टठा हो जाता है. ऐसे में जैसे ही आप किसी व्यक्ति या वस्तु को छूते हैं आपको इलेक्ट्रिक शॉक का अनुभव होता है.
इसके अलावा सर्दियों में लोग सिंथेटिक कपड़े ज्यादा पहनते हैं. इन कपड़ों के फाइबर इलेक्ट्रॉन्स को आसानी से अवशोषित कर लेते हैं. ऐसे में जब आप किसी को व्यक्ति या फिर धातु की वस्तु छूते हैं, तो आपको करंट का झटका महसूस होता है.
वहीं, ठंड के मौसम में चलने वाली शुष्क हवाओं से त्वचा सूखी और बेजान हो जाती है. जिससे इलेक्ट्रॉन्स आसानी से इकट्ठा हो जाते हैं और किसी व्यक्ति या वस्तु को छूने पर करंट का एहसास होता है.
ठंड के मौसम में मानव शरीर और वस्तु के छूने पर महसूस होने वाले करंट के झटके से बचने के कुछ उपाय भी हैं, जो इस प्रकार हैं...
1. जब भी आप किसी धातु की चीज को छूने जा रहे हों, तो पहले पैर को जमीन से टच करा लीजिए, जिससे आपके शरीर में जमा स्टैटिक चार्ज निकल जाएगा.
2. इसके अलावा त्वचा में नमी बनाए रखने के लिए मॉइस्चराइजर या लोशन अप्लाई जरूर करें. इससे शरीर में स्टैटिक बिजली के जमा होने के चांसेस कम हो जाते हैं.
3. वहीं, आप सूती कपड़े पहने इससे भी स्टैटिक बिजली के इक्टठा होने की संभावना कम होती है और हवा में नमी बनाए रखने के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल कर सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. KBRLNA इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.