रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरण
सिंहदेव ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए शुक्रवार को विधानसभा परिसर
में पत्रकार के साथ हुई धक्का-मुक्की और अभद्रता को “लोकतंत्र के मंदिर में
कांग्रेस की गुंडागर्दी” करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संविधान और
लोकतंत्र की दुहाई देकर जनता को गुमराह करती है, जबकि वास्तविकता यह है कि
वह अभिव्यक्ति की आजादी और लोकतांत्रिक मूल्यों का खुलेआम उल्लंघन कर रही
है।
श्री देव ने कहा, “संविधान की नकली किताब लेकर घूमने वाले कांग्रेसी
बताएं कि पत्रकारों को धमकाना और उनका अपमान करना कहां तक संवैधानिक है?”
उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली से लेकर छत्तीसगढ़ तक कांग्रेस केवल हिंसा,
धक्कामुक्की, और धमकीबाजी की राजनीति कर रही है।
उन्होंने इस घटना को लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ बताते हुए कहा,
“पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकार को सवाल पूछने पर उंगलियां
दिखाईं, और फिर कांग्रेस विधायकों ने घेरकर उसे धमकाया, माइक और कैमरा छीन
लिया। इतना ही नहीं, पत्रकार को औकात में रहने जैसी अपमानजनक बातें कहीं
गईं।”
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने लोकसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर भी
निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के सामने बुजुर्ग सांसदों के साथ
धक्का-मुक्की की गई, जिससे उनका सिर तक फूट गया। इसके अलावा, सारंगढ़
विधायक उत्तरी जांगड़े ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कलेक्ट्रेट में घुसकर
तोड़फोड़ करने का आह्वान किया।
श्री देव ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा परिसर में पत्रकार को घुटनों के
बल बैठाने की कोशिश और माइक-कैमरा छीनने का दृश्य छत्तीसगढ़ के इतिहास में
कभी नहीं देखा गया। उन्होंने इसे लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के लिए शर्मनाक और
निंदनीय घटना बताया।
कांग्रेस का हिंसक चेहरा उजागर
श्री देव ने कहा कि
कांग्रेस का हिंसक और असंवैधानिक चेहरा अब जनता के सामने आ चुका है।
उन्होंने कहा कि जो घटना शुक्रवार को विधानसभा में हुई, वह न केवल कांग्रेस
की असहिष्णुता को दिखाती है, बल्कि यह भी प्रमाणित करती है कि कांग्रेस अब
राजनीतिक और नैतिक मूल्यों से पूरी तरह भटक चुकी है।
कड़ी निंदा और माफी की मांग
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस को अपने व्यवहार के लिए
सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के
अपमान पर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया और कहा कि इस तरह के कृत्य माफी
लायक नहीं हैं।
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरण
सिंहदेव ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए शुक्रवार को विधानसभा परिसर
में पत्रकार के साथ हुई धक्का-मुक्की और अभद्रता को “लोकतंत्र के मंदिर में
कांग्रेस की गुंडागर्दी” करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संविधान और
लोकतंत्र की दुहाई देकर जनता को गुमराह करती है, जबकि वास्तविकता यह है कि
वह अभिव्यक्ति की आजादी और लोकतांत्रिक मूल्यों का खुलेआम उल्लंघन कर रही
है।
श्री देव ने कहा, “संविधान की नकली किताब लेकर घूमने वाले कांग्रेसी
बताएं कि पत्रकारों को धमकाना और उनका अपमान करना कहां तक संवैधानिक है?”
उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली से लेकर छत्तीसगढ़ तक कांग्रेस केवल हिंसा,
धक्कामुक्की, और धमकीबाजी की राजनीति कर रही है।
उन्होंने इस घटना को लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ बताते हुए कहा,
“पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकार को सवाल पूछने पर उंगलियां
दिखाईं, और फिर कांग्रेस विधायकों ने घेरकर उसे धमकाया, माइक और कैमरा छीन
लिया। इतना ही नहीं, पत्रकार को औकात में रहने जैसी अपमानजनक बातें कहीं
गईं।”
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने लोकसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर भी
निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के सामने बुजुर्ग सांसदों के साथ
धक्का-मुक्की की गई, जिससे उनका सिर तक फूट गया। इसके अलावा, सारंगढ़
विधायक उत्तरी जांगड़े ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कलेक्ट्रेट में घुसकर
तोड़फोड़ करने का आह्वान किया।
श्री देव ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा परिसर में पत्रकार को घुटनों के
बल बैठाने की कोशिश और माइक-कैमरा छीनने का दृश्य छत्तीसगढ़ के इतिहास में
कभी नहीं देखा गया। उन्होंने इसे लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के लिए शर्मनाक और
निंदनीय घटना बताया।
कांग्रेस का हिंसक चेहरा उजागर
श्री देव ने कहा कि
कांग्रेस का हिंसक और असंवैधानिक चेहरा अब जनता के सामने आ चुका है।
उन्होंने कहा कि जो घटना शुक्रवार को विधानसभा में हुई, वह न केवल कांग्रेस
की असहिष्णुता को दिखाती है, बल्कि यह भी प्रमाणित करती है कि कांग्रेस अब
राजनीतिक और नैतिक मूल्यों से पूरी तरह भटक चुकी है।
कड़ी निंदा और माफी की मांग
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस को अपने व्यवहार के लिए
सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के
अपमान पर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया और कहा कि इस तरह के कृत्य माफी
लायक नहीं हैं।