नई दिल्ली. दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए सभी 70 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी आम आदमी पार्टी (आप) ने इस बार 20 सीटों पर अपने मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए हैं। पार्टी ने तीन सीटों पर इन विधायकों के परिजनों को ही टिकट दिया है तो 2 ने खुद चुनाव ना लड़ने की इच्छा जाहिर कर दी थी। बाकी बचे 15 विधायकों में अब कई बगावती रुख अपनाते दिख रहे हैं। कम से कम 4 ने तो सोशल मीडिया पर अपने इरादे जाहिर किए हैं। चारों आगामी विधानसभा चुनाव में उतरने की तैयारी में जुट गए हैं। हालांकि, इनमें से किसी ने यह साफ नहीं किया है कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ने जा रहे हैं या फिर किसी और दल से टिकट लेंगे।
अभी तक जिन विधायकों ने चुनाव में उतरने के इरादे सार्वजनिक किए हैं उनमें देवली से प्रकाश जारवाल, जनकपुरी से राजेश ऋषि, त्रिलोकपुरी से राकेश महरौलिया, कस्तूरबा नगर से मदन लाल शामिल हैं। इसके अलावा कई विधायक ऐसे भी हैं जो टिकट कटने के बाद से ही चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि लिस्ट आने से पहले तक वह सोशल मीडिया पर सक्रियता के साथ पार्टी के कामकाज को साझा करके लोगों तक पहुंचाते थे। माना जा रहा है कि अधिकतर नेताओं की चुप्पी की वजह से टिकट कटने से उपजी नाराजगी है। इनमें से अधिकतर नेता अपने समर्थकों के साथ विकल्पों पर विचार-विमर्श कर रहे हैं।
तीन बार के विधायक प्रकाश जारवाल चुनाव लड़ने को तैयार
'आप' ने देवली से तीन बार के विधायक प्रकाश जारवाल का टिकट काट दिया है। इस बार उनकी जगह प्रेम कुमार चौहान को उतारा गया है। प्रकाश जारवाल पार्टी के इस कदम से नाराज हैं और बागी रुख अख्तियार कर चुके हैं। प्रकाश जारवाल ने सोशल मीडिया एक्स पर समर्थकों के साथ बातचीत करते हुए एक वीडियो डालकर सबकुछ साफ कर दिया है। इसमें उनके समर्थक उनसे कह रहे हैं कि वह टिकट का इंतजाम कर लें, साथ देने के लिए कार्यकर्ता तैयार हैं। उन्होंने इसके साथ लिखा, 'जनता ने कहा, तुम योद्धा हो युद्ध लड़ो, जनता आपके साथ है!' एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा- मुझे जनता की सेवा करने से कोई भी पार्टी रोक नहीं पायेगी!' जारवाल अन्ना आंदोलन के दौर से ही केजरीवाल के साथ जुड़े हुए थे। हालांकि, एक डॉक्टर की आत्महत्या मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद से पार्टी ने उनसे किनारा कर लिया था।
राजेश ऋषि भी लड़ेंगे चुनाव
जनकपुरी से लगातार 5 बार के विधायक रहे भाजपा के जगदीश मुखी को 2015 और 2020 में बड़े अंतर से हराने वाले राजेश ऋषि से भी 'आप' ने इस बार किनारा कर लिया है। पार्टी ने ऋषि का टिकट काटकर प्रवीण कुमार को मौका दिया है। ऐसे में अब राजेश ऋषि ने भी बागी रुख अपना लिया है। एक तरफ वह चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं तो दूसरी तरफ 'एक्स' पर 'आप' की बागी सांसद स्वाति मालीवाल के उन ट्वीट्स को शेयर करना शुरू कर दिया है जिसमें वह दिल्ली सरकार और अरविंद केजरीवाल पर हमले कर रही हैं। 8 दिसंबर तक पार्टी के प्रचार-प्रसार में जुटे राजेश ऋषि ने एक पोस्ट में अपना काम दिखाते हुए कहा- जनकपुरी के C 5C ब्लॉक में नई सीवर लाइन डालने का उदघाटन जनता द्वारा करवाया। जिस बैडमिंटन कोर्ट में उदघाटन किया गया ऐसे बैडमिंटन कोर्ट जनकपुरी में 30 बने है। अरविंद केजरीवाल जी कहते है कि विधायक ने काम नहीं किया।' राजेश ऋषि ने अपने कार्यालय का नंबर भी बदल लिया है।
रोहित कुमार का तो खुला ऐलान
त्रिलोकपुरी सीट से विधायक और दलित नेता रोहित कुमार महरौलिया ने तो चुनाव लड़ने का खुला ऐलान कर दिया है। पिछले दिनों 'लाइव हिन्दुस्तान' से बातचीत में महरौलिया ने कहा कि वह चुनाव जरूर लड़ेंगे। टिकट कटने से महरौलिया इतने आहत हैं कि उन्होंने कहा कि वह त्रिलोकपुरी से भी चुनाव लड़ सकते हैं और नई दिल्ली सीट पर सीधे अरविंद केजरीवाल को भी चुनौती दे सकते हैं। महरौलिया लगातार अपने क्षेत्र में घूमकर जनता से संपर्क कर रहे हैं और उनसे अपनी व्यथा बताते हुए चुनाव लड़ने का आशीर्वाद मांग रहे हैं।
मदनलाल 'नई चुनौती' के लिए तैयार
टिकट कटते ही कस्तूरबा नगर से विधायक मदन लाल ने एक्स पर अपनी प्रोफाइल पिक्चर बदली और इस पर लिख दिया- 'नई चुनौती, नई जिम्मेदारी' के लिए तैयार। टिकट कटने के बाद से उन्होंने आम आदमी पार्टी के झंडे, निशान आदि को त्याग दिया है। वह लगातार जनता से संपर्क साध रहे हैं और चुनाव लड़ने की तैयारी में जुट गए हैं। अभी यह साफ नहीं है कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे या फिर किसी दूसरी पार्टी का दामन थामेंगे। आम आदमी पार्टी ने कस्तूरबा नगर से इस बार रमेश पहलवान को टिकट दिया है। रमेश पहलवान वही नेता हैं जिन्हें 'आप' में शामिल होने के एक घंटे बाद ही टिकट मिल गया था।
नई दिल्ली. दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए सभी 70 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी आम आदमी पार्टी (आप) ने इस बार 20 सीटों पर अपने मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए हैं। पार्टी ने तीन सीटों पर इन विधायकों के परिजनों को ही टिकट दिया है तो 2 ने खुद चुनाव ना लड़ने की इच्छा जाहिर कर दी थी। बाकी बचे 15 विधायकों में अब कई बगावती रुख अपनाते दिख रहे हैं। कम से कम 4 ने तो सोशल मीडिया पर अपने इरादे जाहिर किए हैं। चारों आगामी विधानसभा चुनाव में उतरने की तैयारी में जुट गए हैं। हालांकि, इनमें से किसी ने यह साफ नहीं किया है कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ने जा रहे हैं या फिर किसी और दल से टिकट लेंगे।
अभी तक जिन विधायकों ने चुनाव में उतरने के इरादे सार्वजनिक किए हैं उनमें देवली से प्रकाश जारवाल, जनकपुरी से राजेश ऋषि, त्रिलोकपुरी से राकेश महरौलिया, कस्तूरबा नगर से मदन लाल शामिल हैं। इसके अलावा कई विधायक ऐसे भी हैं जो टिकट कटने के बाद से ही चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि लिस्ट आने से पहले तक वह सोशल मीडिया पर सक्रियता के साथ पार्टी के कामकाज को साझा करके लोगों तक पहुंचाते थे। माना जा रहा है कि अधिकतर नेताओं की चुप्पी की वजह से टिकट कटने से उपजी नाराजगी है। इनमें से अधिकतर नेता अपने समर्थकों के साथ विकल्पों पर विचार-विमर्श कर रहे हैं।
तीन बार के विधायक प्रकाश जारवाल चुनाव लड़ने को तैयार
'आप' ने देवली से तीन बार के विधायक प्रकाश जारवाल का टिकट काट दिया है। इस बार उनकी जगह प्रेम कुमार चौहान को उतारा गया है। प्रकाश जारवाल पार्टी के इस कदम से नाराज हैं और बागी रुख अख्तियार कर चुके हैं। प्रकाश जारवाल ने सोशल मीडिया एक्स पर समर्थकों के साथ बातचीत करते हुए एक वीडियो डालकर सबकुछ साफ कर दिया है। इसमें उनके समर्थक उनसे कह रहे हैं कि वह टिकट का इंतजाम कर लें, साथ देने के लिए कार्यकर्ता तैयार हैं। उन्होंने इसके साथ लिखा, 'जनता ने कहा, तुम योद्धा हो युद्ध लड़ो, जनता आपके साथ है!' एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा- मुझे जनता की सेवा करने से कोई भी पार्टी रोक नहीं पायेगी!' जारवाल अन्ना आंदोलन के दौर से ही केजरीवाल के साथ जुड़े हुए थे। हालांकि, एक डॉक्टर की आत्महत्या मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद से पार्टी ने उनसे किनारा कर लिया था।
राजेश ऋषि भी लड़ेंगे चुनाव
जनकपुरी से लगातार 5 बार के विधायक रहे भाजपा के जगदीश मुखी को 2015 और 2020 में बड़े अंतर से हराने वाले राजेश ऋषि से भी 'आप' ने इस बार किनारा कर लिया है। पार्टी ने ऋषि का टिकट काटकर प्रवीण कुमार को मौका दिया है। ऐसे में अब राजेश ऋषि ने भी बागी रुख अपना लिया है। एक तरफ वह चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं तो दूसरी तरफ 'एक्स' पर 'आप' की बागी सांसद स्वाति मालीवाल के उन ट्वीट्स को शेयर करना शुरू कर दिया है जिसमें वह दिल्ली सरकार और अरविंद केजरीवाल पर हमले कर रही हैं। 8 दिसंबर तक पार्टी के प्रचार-प्रसार में जुटे राजेश ऋषि ने एक पोस्ट में अपना काम दिखाते हुए कहा- जनकपुरी के C 5C ब्लॉक में नई सीवर लाइन डालने का उदघाटन जनता द्वारा करवाया। जिस बैडमिंटन कोर्ट में उदघाटन किया गया ऐसे बैडमिंटन कोर्ट जनकपुरी में 30 बने है। अरविंद केजरीवाल जी कहते है कि विधायक ने काम नहीं किया।' राजेश ऋषि ने अपने कार्यालय का नंबर भी बदल लिया है।
रोहित कुमार का तो खुला ऐलान
त्रिलोकपुरी सीट से विधायक और दलित नेता रोहित कुमार महरौलिया ने तो चुनाव लड़ने का खुला ऐलान कर दिया है। पिछले दिनों 'लाइव हिन्दुस्तान' से बातचीत में महरौलिया ने कहा कि वह चुनाव जरूर लड़ेंगे। टिकट कटने से महरौलिया इतने आहत हैं कि उन्होंने कहा कि वह त्रिलोकपुरी से भी चुनाव लड़ सकते हैं और नई दिल्ली सीट पर सीधे अरविंद केजरीवाल को भी चुनौती दे सकते हैं। महरौलिया लगातार अपने क्षेत्र में घूमकर जनता से संपर्क कर रहे हैं और उनसे अपनी व्यथा बताते हुए चुनाव लड़ने का आशीर्वाद मांग रहे हैं।
मदनलाल 'नई चुनौती' के लिए तैयार
टिकट कटते ही कस्तूरबा नगर से विधायक मदन लाल ने एक्स पर अपनी प्रोफाइल पिक्चर बदली और इस पर लिख दिया- 'नई चुनौती, नई जिम्मेदारी' के लिए तैयार। टिकट कटने के बाद से उन्होंने आम आदमी पार्टी के झंडे, निशान आदि को त्याग दिया है। वह लगातार जनता से संपर्क साध रहे हैं और चुनाव लड़ने की तैयारी में जुट गए हैं। अभी यह साफ नहीं है कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे या फिर किसी दूसरी पार्टी का दामन थामेंगे। आम आदमी पार्टी ने कस्तूरबा नगर से इस बार रमेश पहलवान को टिकट दिया है। रमेश पहलवान वही नेता हैं जिन्हें 'आप' में शामिल होने के एक घंटे बाद ही टिकट मिल गया था।