भोपाल । मप्र के बांधवगढ़, खजुराहो और पन्ना को अनिवार्य वैश्विक गंतव्य यानी, गो-टू ग्लोबल डेस्टिनेशन्स फॉर 2025 की लिस्ट में शामिल किया गया है। लिस्ट में शामिल होने से प्रदेश में विदेशी पर्यटकों की संख्या और भी बढ़ जाएगी। पर्यटन और संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने बताया, मध्यप्रदेश सालों से विदेशी पर्यटकों को अपनी प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहरों और अद्वितीय अनुभवों से आकर्षित करता आया है। खजुराहो के भव्य मंदिर, सांची स्तूप और भीमबेटका की गुफाएं जैसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल इतिहास प्रेमियों के लिए प्रमुख आकर्षण हैं। राष्ट्रीय उद्यानों जैसे कान्हा, बांधवगढ़, पन्ना और सतपुड़ा में बाघों और अन्य दुर्लभ वन्यजीवों का दीदार पर्यावरण प्रेमियों को लुभाता है। नर्मदा और चंबल नदियों पर बोटिंग, जलप्रपातों की यात्रा और साहसिक गतिविधियां रोमांच प्रदान करती हैं। इसके अलावा समृद्ध लोक कला, जनजातीय संस्कृति और स्थानीय व्यंजन विदेशी पर्यटकों के लिए एक अविस्मरणीय सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करते हैं। ये सारी विशेषताएं हमें एक प्रमुख वैश्विक पर्यटन बनाती हैं।
लिस्ट में शामिल होने से यह फायदा
एमपी टूरिज्म बोर्ड द्वारा प्रदेश के पर्यटन गंतव्यों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित करने के उद्देश्य से प्रयास एवं नवाचार किए जा रहे हैं। वैश्विक पर्यटन प्रदर्शनियों में सहभागिता करना, ट्रैवल एजेंट्स, टूर ऑपरेटर्स, ब्लॉगर्स, और मीडिया प्रतिनिधियों के लिए एफएएम ट्रिप्स जैसे माध्यमों से राज्य के अद्वितीय अनुभवों को प्रचारित करते हैं। लिस्ट में शामिल होने से विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार भी बढ़ जाएगा।
भोपाल । मप्र के बांधवगढ़, खजुराहो और पन्ना को अनिवार्य वैश्विक गंतव्य यानी, गो-टू ग्लोबल डेस्टिनेशन्स फॉर 2025 की लिस्ट में शामिल किया गया है। लिस्ट में शामिल होने से प्रदेश में विदेशी पर्यटकों की संख्या और भी बढ़ जाएगी। पर्यटन और संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने बताया, मध्यप्रदेश सालों से विदेशी पर्यटकों को अपनी प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहरों और अद्वितीय अनुभवों से आकर्षित करता आया है। खजुराहो के भव्य मंदिर, सांची स्तूप और भीमबेटका की गुफाएं जैसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल इतिहास प्रेमियों के लिए प्रमुख आकर्षण हैं। राष्ट्रीय उद्यानों जैसे कान्हा, बांधवगढ़, पन्ना और सतपुड़ा में बाघों और अन्य दुर्लभ वन्यजीवों का दीदार पर्यावरण प्रेमियों को लुभाता है। नर्मदा और चंबल नदियों पर बोटिंग, जलप्रपातों की यात्रा और साहसिक गतिविधियां रोमांच प्रदान करती हैं। इसके अलावा समृद्ध लोक कला, जनजातीय संस्कृति और स्थानीय व्यंजन विदेशी पर्यटकों के लिए एक अविस्मरणीय सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करते हैं। ये सारी विशेषताएं हमें एक प्रमुख वैश्विक पर्यटन बनाती हैं।
लिस्ट में शामिल होने से यह फायदा
एमपी टूरिज्म बोर्ड द्वारा प्रदेश के पर्यटन गंतव्यों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित करने के उद्देश्य से प्रयास एवं नवाचार किए जा रहे हैं। वैश्विक पर्यटन प्रदर्शनियों में सहभागिता करना, ट्रैवल एजेंट्स, टूर ऑपरेटर्स, ब्लॉगर्स, और मीडिया प्रतिनिधियों के लिए एफएएम ट्रिप्स जैसे माध्यमों से राज्य के अद्वितीय अनुभवों को प्रचारित करते हैं। लिस्ट में शामिल होने से विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार भी बढ़ जाएगा।