रायगढ़ । बड़ी हैरानी की बात है कि राइस मिलर्स को नवंबर-दिसंबर में खरीदा गया धान दिया गया। इसका चावल कूटकर जगा किया गया तो लॉट रिजेक्ट हो गए। छह राइस मिलर्स के सात लॉट केमिकल टेस्ट में फेल हो गए। नागरिक आपूर्ति निगम भी अचंभे में है। जब से एफसीआई और नान में केमिकल टेस्ट का प्रावधान हुआ है, राइस मिलर्स की परेशानी बढ़ गई है। पुराना चावल जमा करने वालों की शामत आ गई है। वर्तमान में एफसीआई में चावल जमा बंद है, केवल नान के गोदामों में चावल लिया जा रहा है। पिछले सत्र का चावल जमा पूरा होने के बाद 24-25 के धान का उठाव हो रहा है। साथ-साथ राइस मिलर चावल भी जमा कर रहे हैं। नए धान का परिदान करने के बाद मिल में चावल कूटकर नान गोदाम भेजा जा रहा है। अब तक 264 लॉट जमा हो चुके हैं।
दिलचस्प बात यह है कि इसमें भी कई मिलर्स के लॉट फेल हो चुके हैं। 27 दिसंबर से अब तक छह राइस मिलों के सात लॉट एज टेस्ट में फेल हो गए। बंजारी राइस प्रोडक्ट, बसंती राइस मिल, बालाजी राइस इंडस्ट्रीज, श्रीगणेश प्रोसेसिंग यूनिट के एक-एक लॉट और सुमित्रा राइस मिल खरसिया के दो लॉट फेल हो चुके हैं। चावल तभी फेल होता है जब यह पुराना होता है या पुराने चावल को मिलाकर जमा किया जाता है। कई राइस मिलर पहले फेल हो चुके लॉट के चावल को नए चावल की बोरियों के साथ मिलाकर जमा करते हैं। टेस्ट में यह चावल फेल हो जाता है। अभी राइस मिलर्स को एफसीआई में 72500 टन चावल जमा देना शेष है।
पिछले सत्र में रायगढ़ जिले में 105 लॉट बियॉन्ड रिजेक्शन लिमिट पाई गई हैं। मतलब इतने लॉट रिजेक्ट हुए जो प्रदेश में सबसे ज्यादा हैं। रायगढ़ से दो क्वालिटी इंस्पेक्टरों का तबादला भी हो चुका है। इतने ज्यादा लॉट रिजेक्ट होना रायगढ़ के मिलर्स की साख को गिराता है।
रायगढ़ । बड़ी हैरानी की बात है कि राइस मिलर्स को नवंबर-दिसंबर में खरीदा गया धान दिया गया। इसका चावल कूटकर जगा किया गया तो लॉट रिजेक्ट हो गए। छह राइस मिलर्स के सात लॉट केमिकल टेस्ट में फेल हो गए। नागरिक आपूर्ति निगम भी अचंभे में है। जब से एफसीआई और नान में केमिकल टेस्ट का प्रावधान हुआ है, राइस मिलर्स की परेशानी बढ़ गई है। पुराना चावल जमा करने वालों की शामत आ गई है। वर्तमान में एफसीआई में चावल जमा बंद है, केवल नान के गोदामों में चावल लिया जा रहा है। पिछले सत्र का चावल जमा पूरा होने के बाद 24-25 के धान का उठाव हो रहा है। साथ-साथ राइस मिलर चावल भी जमा कर रहे हैं। नए धान का परिदान करने के बाद मिल में चावल कूटकर नान गोदाम भेजा जा रहा है। अब तक 264 लॉट जमा हो चुके हैं।
दिलचस्प बात यह है कि इसमें भी कई मिलर्स के लॉट फेल हो चुके हैं। 27 दिसंबर से अब तक छह राइस मिलों के सात लॉट एज टेस्ट में फेल हो गए। बंजारी राइस प्रोडक्ट, बसंती राइस मिल, बालाजी राइस इंडस्ट्रीज, श्रीगणेश प्रोसेसिंग यूनिट के एक-एक लॉट और सुमित्रा राइस मिल खरसिया के दो लॉट फेल हो चुके हैं। चावल तभी फेल होता है जब यह पुराना होता है या पुराने चावल को मिलाकर जमा किया जाता है। कई राइस मिलर पहले फेल हो चुके लॉट के चावल को नए चावल की बोरियों के साथ मिलाकर जमा करते हैं। टेस्ट में यह चावल फेल हो जाता है। अभी राइस मिलर्स को एफसीआई में 72500 टन चावल जमा देना शेष है।
पिछले सत्र में रायगढ़ जिले में 105 लॉट बियॉन्ड रिजेक्शन लिमिट पाई गई हैं। मतलब इतने लॉट रिजेक्ट हुए जो प्रदेश में सबसे ज्यादा हैं। रायगढ़ से दो क्वालिटी इंस्पेक्टरों का तबादला भी हो चुका है। इतने ज्यादा लॉट रिजेक्ट होना रायगढ़ के मिलर्स की साख को गिराता है।