कोटा। राजस्थान के कोटा से एक बार फिर बड़ी खबर सामने आई है। जहां आईआईटी-जेईई की तैयारी कर रहे एक 19 वर्षीय छात्र ने मौत को गले लगा लिया। मिली जानकारी के अनुसार, छात्र नीरज एक साल पहले आईआईटी-जेईई की तैयारी के लिए कोटा आया था। वह राजीव गांधी नगर इलाके में कोचिंग कर रहा था।
यह पहला मामला नहीं है कि, कोटा में किसी छात्र ने सुसाइड किया हो, इसे पहले कई छात्रों ने ऐसे कदम उठाए हैं। अभिभावक अपने बच्चों को करियर बनाने के लिए यहां भेज रहे हैं, लेकिन छात्रों के आत्महत्या की घटनाओं ने परिजनों को झकझोर दिया हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, साल 2024 में कोटा में कुल 19 छात्रों ने आत्महत्या की थी, जबकि साल 2023 में कुल 29 छात्रों ने आत्महत्या की थी। गंभीर स्थिति को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से कई कदम उठाए गए। होस्टल के कमरों में एंटी-हैंगिंग डिवाइस लगाए गए। इसके अलावा छात्रों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया। इसके जरिए छात्र किसी भी समस्या के लिए प्रशासन से बात कर सकते हैं। फिर भी छात्रों की आत्महत्या का सिलसिला थम नहीं रहा हैं।
कोटा। राजस्थान के कोटा से एक बार फिर बड़ी खबर सामने आई है। जहां आईआईटी-जेईई की तैयारी कर रहे एक 19 वर्षीय छात्र ने मौत को गले लगा लिया। मिली जानकारी के अनुसार, छात्र नीरज एक साल पहले आईआईटी-जेईई की तैयारी के लिए कोटा आया था। वह राजीव गांधी नगर इलाके में कोचिंग कर रहा था।
यह पहला मामला नहीं है कि, कोटा में किसी छात्र ने सुसाइड किया हो, इसे पहले कई छात्रों ने ऐसे कदम उठाए हैं। अभिभावक अपने बच्चों को करियर बनाने के लिए यहां भेज रहे हैं, लेकिन छात्रों के आत्महत्या की घटनाओं ने परिजनों को झकझोर दिया हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, साल 2024 में कोटा में कुल 19 छात्रों ने आत्महत्या की थी, जबकि साल 2023 में कुल 29 छात्रों ने आत्महत्या की थी। गंभीर स्थिति को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से कई कदम उठाए गए। होस्टल के कमरों में एंटी-हैंगिंग डिवाइस लगाए गए। इसके अलावा छात्रों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया। इसके जरिए छात्र किसी भी समस्या के लिए प्रशासन से बात कर सकते हैं। फिर भी छात्रों की आत्महत्या का सिलसिला थम नहीं रहा हैं।