नई दिल्ली. बाएं हाथ के बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल को ऑस्ट्रेलिया का टिकट इंडिया ए के लिए मिला था, लेकिन रोहित शर्मा की अनुपस्थिति और शुभमन गिल के चोटिल होने के कारण उनको पर्थ टेस्ट मैच में खेलने का मौका मिल गया। हालांकि, उस मैच में उनका बल्ला नहीं चला। बाद में रोहित और गिल की वापसी से उनको एक भी मैच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में खेलने को नहीं मिला। हालांकि, अब ऑस्ट्रेलिया से आते ही उनके बल्ले ने आग उगली है। विजय हजारे ट्रॉफी के क्वॉर्टर फाइनल में उन्होंने दमदार शतक कर्नाटक की टीम के लिए जड़ा है।
बड़ौदा के खिलाफ वडोदरा के मोती बाग स्टेडियम में विजय हजारे ट्रॉफी के क्वॉर्टर फाइनल में देवदत्त पडिक्कल ने मयंक अग्रवाल के साथ ओपन करते हुए 99 गेंदों में 15 चौके और 2 छक्कों की मदद से 102 रनों की पारी खेली। उनका स्ट्राइक रेट 103.03 का था। उनको राज लिंबानी ने आउट किया। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस टूर्नामेंट में देवदत्त पडिक्कल का औसत 100 से भी ज्यादा का है। यहां तक वे दो दर्जन से ज्यादा पारियां खेल चुके हैं। स्ट्राइक रेट भी उनका 95 के आसपास का है।
आपको बता दें देवदत्त पडिक्कल अब तक विजय हजारे ट्रॉफी लिस्ट ए टूर्नामेट में 26 पारियों में कुल 1915 रन बना चुके हैं। उनका औसत 100.78 का है, जबकि स्ट्राइक रेट 94.47 का है। वे 9 शतक और 11 अर्धशतक इस टूर्नामेंट के इतिहास में जड़ चुके हैं। वे भारत के लिए दो टेस्ट और दो टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं, लेकिन इतने प्रभावशाली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नजर नहीं आए। हालांकि, उनको कम मिले हैं। अगर उनका एक बड़ी सीरीज मिलती है तो वे छाप छोड़ने में सफल हो सकते हैं। वे आईपीएल में अब तक तीन टीमों का हिस्सा रहे हैं, जिनमें रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, राजस्थान रॉयल्स और लखनऊ सुपर जायंट्स का नाम शामिल है।
नई दिल्ली. बाएं हाथ के बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल को ऑस्ट्रेलिया का टिकट इंडिया ए के लिए मिला था, लेकिन रोहित शर्मा की अनुपस्थिति और शुभमन गिल के चोटिल होने के कारण उनको पर्थ टेस्ट मैच में खेलने का मौका मिल गया। हालांकि, उस मैच में उनका बल्ला नहीं चला। बाद में रोहित और गिल की वापसी से उनको एक भी मैच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में खेलने को नहीं मिला। हालांकि, अब ऑस्ट्रेलिया से आते ही उनके बल्ले ने आग उगली है। विजय हजारे ट्रॉफी के क्वॉर्टर फाइनल में उन्होंने दमदार शतक कर्नाटक की टीम के लिए जड़ा है।
बड़ौदा के खिलाफ वडोदरा के मोती बाग स्टेडियम में विजय हजारे ट्रॉफी के क्वॉर्टर फाइनल में देवदत्त पडिक्कल ने मयंक अग्रवाल के साथ ओपन करते हुए 99 गेंदों में 15 चौके और 2 छक्कों की मदद से 102 रनों की पारी खेली। उनका स्ट्राइक रेट 103.03 का था। उनको राज लिंबानी ने आउट किया। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस टूर्नामेंट में देवदत्त पडिक्कल का औसत 100 से भी ज्यादा का है। यहां तक वे दो दर्जन से ज्यादा पारियां खेल चुके हैं। स्ट्राइक रेट भी उनका 95 के आसपास का है।
आपको बता दें देवदत्त पडिक्कल अब तक विजय हजारे ट्रॉफी लिस्ट ए टूर्नामेट में 26 पारियों में कुल 1915 रन बना चुके हैं। उनका औसत 100.78 का है, जबकि स्ट्राइक रेट 94.47 का है। वे 9 शतक और 11 अर्धशतक इस टूर्नामेंट के इतिहास में जड़ चुके हैं। वे भारत के लिए दो टेस्ट और दो टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं, लेकिन इतने प्रभावशाली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नजर नहीं आए। हालांकि, उनको कम मिले हैं। अगर उनका एक बड़ी सीरीज मिलती है तो वे छाप छोड़ने में सफल हो सकते हैं। वे आईपीएल में अब तक तीन टीमों का हिस्सा रहे हैं, जिनमें रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, राजस्थान रॉयल्स और लखनऊ सुपर जायंट्स का नाम शामिल है।