रायपुर । शराब घोटाला मामले में जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के नखरों से जेल प्रशासन परेशान है। लखमा की रोजाना नई मांग और सुविधाओं को लेकर जेलकर्मी पशोपेश में है। बताया जाता है कि लखमा की मांगों से भरी लंबी फेहरिस्त में भोजन में दारू और मुर्गा-मछली, अच्छा नाश्ता, तंबाखू-खैनी और आराम फरमाने के लिए गद्दों की मांग से जेलकर्मी मुश्किल में है। उन्हें पूर्व मंत्री का कोपभाजन भी बनना पड़ रहा है।
सूत्रों के मुताबिक हफ्तेभर से लखमा के व्यवहार में तब्दीली भी देखी गई है। वे चिड़चिड़े नजर आ रहे है, कई मौकों बात-बात में भड़के लखमा अपना गुस्सा जेल प्रहरियों पर उतार रहे है।
जानकारी के मुताबिक लखमा कों जिस सेल में रखा गया है, उससे सटे सेल में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव भी कैद है। वे लखमा को अक्सर समझाते-बुझाते और धैर्य रखने की सलाह भी दे रहे है। बावजूद इसके लखमा का न तो गुस्सा शांत हो रहा है, और न ही वे सामान्य नजर आ रहे है। यह भी बताया जाता है कि जेल से अस्पताल ट्रांसफर करने के लिए अधिकारियों पर उन्होंने दबाव बनाना शुरू कर दिया है। हालांकि जेल अस्पताल में उनका लगातार स्वास्थ्य परिक्षण और इलाज भी किया जा रहा है। लखमा के अजीबो-गरीब व्यवहार से आम कैदी भी हैरत में है।
पूर्व मंत्री कवासी लखमा को ED की विशेष कोर्ट ने 4 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में जेल भेजा था। शराब घोटाले में कवासी लखमा से पूछताछ के बाद 15 जनवरी को उन्हें गिरफ्तार कर जेल दाखिल कराया गया था। फ़िलहाल, लखमा की मांगों से भरी लंबी फेहरिस्त को देखकर जेल प्रशासन ने उन्हें नियम-कायदों का हवाला देकर अपने हाथ खड़े कर दिए है।
रायपुर । शराब घोटाला मामले में जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के नखरों से जेल प्रशासन परेशान है। लखमा की रोजाना नई मांग और सुविधाओं को लेकर जेलकर्मी पशोपेश में है। बताया जाता है कि लखमा की मांगों से भरी लंबी फेहरिस्त में भोजन में दारू और मुर्गा-मछली, अच्छा नाश्ता, तंबाखू-खैनी और आराम फरमाने के लिए गद्दों की मांग से जेलकर्मी मुश्किल में है। उन्हें पूर्व मंत्री का कोपभाजन भी बनना पड़ रहा है।
सूत्रों के मुताबिक हफ्तेभर से लखमा के व्यवहार में तब्दीली भी देखी गई है। वे चिड़चिड़े नजर आ रहे है, कई मौकों बात-बात में भड़के लखमा अपना गुस्सा जेल प्रहरियों पर उतार रहे है।
जानकारी के मुताबिक लखमा कों जिस सेल में रखा गया है, उससे सटे सेल में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव भी कैद है। वे लखमा को अक्सर समझाते-बुझाते और धैर्य रखने की सलाह भी दे रहे है। बावजूद इसके लखमा का न तो गुस्सा शांत हो रहा है, और न ही वे सामान्य नजर आ रहे है। यह भी बताया जाता है कि जेल से अस्पताल ट्रांसफर करने के लिए अधिकारियों पर उन्होंने दबाव बनाना शुरू कर दिया है। हालांकि जेल अस्पताल में उनका लगातार स्वास्थ्य परिक्षण और इलाज भी किया जा रहा है। लखमा के अजीबो-गरीब व्यवहार से आम कैदी भी हैरत में है।
पूर्व मंत्री कवासी लखमा को ED की विशेष कोर्ट ने 4 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में जेल भेजा था। शराब घोटाले में कवासी लखमा से पूछताछ के बाद 15 जनवरी को उन्हें गिरफ्तार कर जेल दाखिल कराया गया था। फ़िलहाल, लखमा की मांगों से भरी लंबी फेहरिस्त को देखकर जेल प्रशासन ने उन्हें नियम-कायदों का हवाला देकर अपने हाथ खड़े कर दिए है।