अमित शाह का बेटा बताकर मंत्री पद का लालच देने वाले 3 ठग पकड़ाए, मणिपुर पुलिस लेकर आयी इंफाल:

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इंफाल : एक बड़ी खबर के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री
अमित शाह का बेटा बनकर मणिपुर के कई विधायकों को धन के बदले मुख्यमंत्री पद
दिलाने का वादा करने के आरोप में हाल में उत्तराखंड से गिरफ्तार किए गए
तीन लोगों को इंफाल लाया गया।





इस बाबत पुलिस ने आज यानी बुधवार को जानकारी देते बताया कि मणिपुर में
राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद कई विधायकों को तीन आरोपियों के फोन आए
थे, जिन्होंने कथित तौर पर खुद को शाह का बेटा जय शाह बताया था और उन्हें
चार करोड़ रुपये में मुख्यमंत्री पद की पेशकश की थी।

इस बाबत पुलिस के एक बयान में कहा गया, ‘‘इंफाल थाने में दर्ज दो
प्राथमिकियों के संबंध में जांच के बाद, उत्तराखंड में पहले गिरफ्तार किए
गए तीन व्यक्तियों को मणिपुर पुलिस द्वारा इंफाल लाया गया।” बयान में कहा
गया है कि आरोपियों ने फरवरी में एन. बीरेन सिंह के मणिपुर के मुख्यमंत्री
पद से इस्तीफा देने के बाद राज्य के कई विधायकों को फोन किया था।


वहीं इस बाबत बयान के अनुसार, ‘‘उन्होंने खुद को केंद्रीय गृह मंत्री
अमित शाह का बेटा जय शाह बताया तथा विधायकों से बड़ी धनराशि मांगी और वादा
किया कि उनके नाम पर मुख्यमंत्री पद के लिए विचार किया जाएगा।”

मामले पर मणिपुर पुलिस ने बताया कि उनकी पहचान उत्तर प्रदेश के एटा जिले
के निधौरी कला निवासी उवैस अहमद, दिल्ली के गाजीपुर के रहने वाले गौरव नाथ
और प्रियांशु पंत के रूप में हुई है।


जानकारी दें कि, मई 2023 से मणिपुर में मेइती और कुकी-जो समूहों के बीच
जातीय हिंसा में 250 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए
हैं। एन. बीरेन सिंह के इस्तीफा देने के बाद केंद्र ने 13 फरवरी को राज्य
में राष्ट्रपति शासन लगा दिया था। राज्य विधानसभा को निलंबित कर दिया गया
है और इसका कार्यकाल 2027 तक है।


इंफाल : एक बड़ी खबर के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री
अमित शाह का बेटा बनकर मणिपुर के कई विधायकों को धन के बदले मुख्यमंत्री पद
दिलाने का वादा करने के आरोप में हाल में उत्तराखंड से गिरफ्तार किए गए
तीन लोगों को इंफाल लाया गया।





इस बाबत पुलिस ने आज यानी बुधवार को जानकारी देते बताया कि मणिपुर में
राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद कई विधायकों को तीन आरोपियों के फोन आए
थे, जिन्होंने कथित तौर पर खुद को शाह का बेटा जय शाह बताया था और उन्हें
चार करोड़ रुपये में मुख्यमंत्री पद की पेशकश की थी।

इस बाबत पुलिस के एक बयान में कहा गया, ‘‘इंफाल थाने में दर्ज दो
प्राथमिकियों के संबंध में जांच के बाद, उत्तराखंड में पहले गिरफ्तार किए
गए तीन व्यक्तियों को मणिपुर पुलिस द्वारा इंफाल लाया गया।” बयान में कहा
गया है कि आरोपियों ने फरवरी में एन. बीरेन सिंह के मणिपुर के मुख्यमंत्री
पद से इस्तीफा देने के बाद राज्य के कई विधायकों को फोन किया था।


वहीं इस बाबत बयान के अनुसार, ‘‘उन्होंने खुद को केंद्रीय गृह मंत्री
अमित शाह का बेटा जय शाह बताया तथा विधायकों से बड़ी धनराशि मांगी और वादा
किया कि उनके नाम पर मुख्यमंत्री पद के लिए विचार किया जाएगा।”

मामले पर मणिपुर पुलिस ने बताया कि उनकी पहचान उत्तर प्रदेश के एटा जिले
के निधौरी कला निवासी उवैस अहमद, दिल्ली के गाजीपुर के रहने वाले गौरव नाथ
और प्रियांशु पंत के रूप में हुई है।


जानकारी दें कि, मई 2023 से मणिपुर में मेइती और कुकी-जो समूहों के बीच
जातीय हिंसा में 250 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए
हैं। एन. बीरेन सिंह के इस्तीफा देने के बाद केंद्र ने 13 फरवरी को राज्य
में राष्ट्रपति शासन लगा दिया था। राज्य विधानसभा को निलंबित कर दिया गया
है और इसका कार्यकाल 2027 तक है।


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