पुणे: महाराष्ट्र में पुणे के पुणे के पिंपड़ी चिंचवाड़ इलाके में बुधवार को बड़ा हादसा हो गया था। पुणे में चलती मिनी बस में आग लगने से चार लोग जिंदा जल गए। इस मामले में अब बड़ा खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि बस चालक ने जानबूझकर उस मिनी बस में आग लगाई थी और इसे दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की थी।
हिंजेवाड़ी बस आग की घटना के बारे में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक कन्हैया थोरात ने जानकारी दी। उन्होंने कहा, “बस चालक ने जानबूझकर वाहन में आग लगाई, ताकि इसे दुर्घटना का रूप दिया जा सके। हमारी जांच से पता चलता है कि बस चालक अपने सहकर्मियों के खिलाफ शिकायत रखता था और बदला लेने के लिए इस घटना को अंजाम दिया। हम जांच कर रहे हैं कि उसे रसायन कहां से मिले। हमने ड्राइवर के खिलाफ बीएनएस की संबंधित धाराओं (103 और 109) के तहत मामला दर्ज किया है।”
इससे पहले पिंपरी-चिंचवाड़ के डीसीपी विशाल गायकवाड़ ने बताया था कि सुबह करीब 7:30 बजे 112 पर कॉल आया कि हिंजेवाड़ी पीएस इलाके में एक मिनीबस में आग लग गई है। इस हादसे में कुछ यात्रियों की मौत हो गई है और अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो चार लोगों की मौत हो चुकी थी। छह लोगों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। बस में कुल 14 यात्री सवार थे, जिनमें से कुछ बाहर निकलने में कामयाब रहे।
यात्री, ड्राइवर और मिनीबस सभी फेज 1 में व्योमा ग्राफिक्स कंपनी से थे और ड्यूटी के लिए ऑफिस जा रहे थे। पहले जानकारी थी कि आग मिनीबस में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। आग में मरने वाले चार लोग बस के पीछे बैठे थे और वाहन से बाहर नहीं निकल सके। उन सभी का आईसीयू में इलाज करा रहे छह लोगों में से एक की हालत गंभीर है और उसे पुणे के एक विशेष अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है।
पिंपरी चिंचवाड़ के पुलिस उपायुक्त विशाल गायकवाड़ ने जांच के बाद बताया कि जांच से पता चला है कि आग की घटना दुर्घटना नहीं, बल्कि एक साजिश का नतीजा थी। उन्होंने बताया कि मामले में आरोपी मिनी बस चालक जनार्दन हंबरदेकर है, जो हाल में अपने वेतन में हुई कटौती से बहुत नाराज था। पुलिस ने कहा कि उसका कुछ कर्मचारियों के साथ विवाद भी चल रहा था और वह बदला लेना चाहता था। अधिकारी ने कहा कि जिन कर्मचारियों के खिलाफ जनार्दन का गुस्सा था, वे उन मृतक चार लोगों में शामिल नहीं थे।
पुणे: महाराष्ट्र में पुणे के पुणे के पिंपड़ी चिंचवाड़ इलाके में बुधवार को बड़ा हादसा हो गया था। पुणे में चलती मिनी बस में आग लगने से चार लोग जिंदा जल गए। इस मामले में अब बड़ा खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि बस चालक ने जानबूझकर उस मिनी बस में आग लगाई थी और इसे दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की थी।
हिंजेवाड़ी बस आग की घटना के बारे में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक कन्हैया थोरात ने जानकारी दी। उन्होंने कहा, “बस चालक ने जानबूझकर वाहन में आग लगाई, ताकि इसे दुर्घटना का रूप दिया जा सके। हमारी जांच से पता चलता है कि बस चालक अपने सहकर्मियों के खिलाफ शिकायत रखता था और बदला लेने के लिए इस घटना को अंजाम दिया। हम जांच कर रहे हैं कि उसे रसायन कहां से मिले। हमने ड्राइवर के खिलाफ बीएनएस की संबंधित धाराओं (103 और 109) के तहत मामला दर्ज किया है।”
इससे पहले पिंपरी-चिंचवाड़ के डीसीपी विशाल गायकवाड़ ने बताया था कि सुबह करीब 7:30 बजे 112 पर कॉल आया कि हिंजेवाड़ी पीएस इलाके में एक मिनीबस में आग लग गई है। इस हादसे में कुछ यात्रियों की मौत हो गई है और अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो चार लोगों की मौत हो चुकी थी। छह लोगों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। बस में कुल 14 यात्री सवार थे, जिनमें से कुछ बाहर निकलने में कामयाब रहे।
यात्री, ड्राइवर और मिनीबस सभी फेज 1 में व्योमा ग्राफिक्स कंपनी से थे और ड्यूटी के लिए ऑफिस जा रहे थे। पहले जानकारी थी कि आग मिनीबस में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। आग में मरने वाले चार लोग बस के पीछे बैठे थे और वाहन से बाहर नहीं निकल सके। उन सभी का आईसीयू में इलाज करा रहे छह लोगों में से एक की हालत गंभीर है और उसे पुणे के एक विशेष अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है।
पिंपरी चिंचवाड़ के पुलिस उपायुक्त विशाल गायकवाड़ ने जांच के बाद बताया कि जांच से पता चला है कि आग की घटना दुर्घटना नहीं, बल्कि एक साजिश का नतीजा थी। उन्होंने बताया कि मामले में आरोपी मिनी बस चालक जनार्दन हंबरदेकर है, जो हाल में अपने वेतन में हुई कटौती से बहुत नाराज था। पुलिस ने कहा कि उसका कुछ कर्मचारियों के साथ विवाद भी चल रहा था और वह बदला लेना चाहता था। अधिकारी ने कहा कि जिन कर्मचारियों के खिलाफ जनार्दन का गुस्सा था, वे उन मृतक चार लोगों में शामिल नहीं थे।