गन्‍ने का रस पीने के शौकीन लोग हो जाएं सावधान, मोटापे से डायबिटीज तक का बढ़ सकता है खतरा:

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गर्मियों के मौसम में लोग अकसर तेज धूप और प्यास से राहत पाने के लिए गन्ने का रस पीना पसंद करते हैं। ठंडी तासीर वाले गन्ने के रस में कैल्शियम, कॉपर, मैग्नीशियम, मैंगनीज, आयरन और पोटेशियम जैसे महत्वपूर्ण खनिज के साथ विटामिन ए, बी1, बी2, बी3 और सी जैसे पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं। जो सेहत को अनगिनत फायदा पहुंचाते हैं। बावजूद इसके क्या आप जानते हैं कुछ लोगों के लिए गन्ने का रस फायदे की जगह सेहत से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकता है। कई अध्ययन बताते हैं कि गन्ने में मौजूद पोलीकोसैनॉल नामक रसायन का लंबे समय तक सेवन अनिद्रा, पेट की खराबी, चक्कर आने, सिर दर्द और मोटापे का जोखिम बढ़ा सकता है। आइए जानते हैं किन लोगों को नहीं करना चाहिए गन्ने के रस का सेवन।
इन लोगों को नहीं पानी चाहिए गन्ने का रस
मोटापा

गन्ने के रस में कैलोरी और शर्करा की मात्रा ज्यादा होने की वजह से यह व्यक्ति के लिए मोटापे का खतरा बढ़ा सकता है। कई शोध बताते हैं कि गन्ने के जूस में लगभग 270 कैलोरी, लगभग 100 ग्राम चीनी की मात्रा हो सकती है। ऐसे में इसके नियमित सेवन से मोटापे का खतरा बढ़ सकता है।
डायबिटीज

डायबिटीज के मरीजों को गन्ने के रस का सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि इसमें प्राकृतिक रूप से बहुत अधिक चीनी होती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है।
कोलेस्ट्राल

अगर आपका कोलेस्ट्राल लेवल पहले से ही बढ़ा हुआ हैं तो गन्ने के रस का सेवन करने से बचें। इसके नियमित सेवन से बैड कोलेस्ट्राल अधिक मात्रा में बढ़ सकता है। दरअसल, ज्यादा चीनी के सेवन से लीवर को एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (बैड कोलेस्ट्रॉल) बनाने में मदद मिलती है, जिससे एचडीएल कोलेस्ट्रॉल (गुड कोलेस्ट्रॉल) कम हो सकता है।
अनिद्रा की शिकायत

अगर आपको पहले से ही स्ट्रेस या अनिद्रा की समस्या रहती हैं तो गन्ने के जूस का सेवन अधिक मात्रा में ना करें। गन्ने के रस में पाया जाने वाला पोलीकोसैनॉल नींद ना आने का कारण बन सकता है। जिससे व्यक्ति को अनिद्रा की समस्या हो सकती है।
दांतों में कैविटी

गन्ने का रस ज्यादा मात्रा में पीने से दांतों में कैविटी की समस्या हो सकती है। बता दें, गन्ने की मिठास कैविटी की समस्या का कारण बनती है।


गर्मियों के मौसम में लोग अकसर तेज धूप और प्यास से राहत पाने के लिए गन्ने का रस पीना पसंद करते हैं। ठंडी तासीर वाले गन्ने के रस में कैल्शियम, कॉपर, मैग्नीशियम, मैंगनीज, आयरन और पोटेशियम जैसे महत्वपूर्ण खनिज के साथ विटामिन ए, बी1, बी2, बी3 और सी जैसे पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं। जो सेहत को अनगिनत फायदा पहुंचाते हैं। बावजूद इसके क्या आप जानते हैं कुछ लोगों के लिए गन्ने का रस फायदे की जगह सेहत से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकता है। कई अध्ययन बताते हैं कि गन्ने में मौजूद पोलीकोसैनॉल नामक रसायन का लंबे समय तक सेवन अनिद्रा, पेट की खराबी, चक्कर आने, सिर दर्द और मोटापे का जोखिम बढ़ा सकता है। आइए जानते हैं किन लोगों को नहीं करना चाहिए गन्ने के रस का सेवन।
इन लोगों को नहीं पानी चाहिए गन्ने का रस
मोटापा

गन्ने के रस में कैलोरी और शर्करा की मात्रा ज्यादा होने की वजह से यह व्यक्ति के लिए मोटापे का खतरा बढ़ा सकता है। कई शोध बताते हैं कि गन्ने के जूस में लगभग 270 कैलोरी, लगभग 100 ग्राम चीनी की मात्रा हो सकती है। ऐसे में इसके नियमित सेवन से मोटापे का खतरा बढ़ सकता है।
डायबिटीज

डायबिटीज के मरीजों को गन्ने के रस का सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि इसमें प्राकृतिक रूप से बहुत अधिक चीनी होती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है।
कोलेस्ट्राल

अगर आपका कोलेस्ट्राल लेवल पहले से ही बढ़ा हुआ हैं तो गन्ने के रस का सेवन करने से बचें। इसके नियमित सेवन से बैड कोलेस्ट्राल अधिक मात्रा में बढ़ सकता है। दरअसल, ज्यादा चीनी के सेवन से लीवर को एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (बैड कोलेस्ट्रॉल) बनाने में मदद मिलती है, जिससे एचडीएल कोलेस्ट्रॉल (गुड कोलेस्ट्रॉल) कम हो सकता है।
अनिद्रा की शिकायत

अगर आपको पहले से ही स्ट्रेस या अनिद्रा की समस्या रहती हैं तो गन्ने के जूस का सेवन अधिक मात्रा में ना करें। गन्ने के रस में पाया जाने वाला पोलीकोसैनॉल नींद ना आने का कारण बन सकता है। जिससे व्यक्ति को अनिद्रा की समस्या हो सकती है।
दांतों में कैविटी

गन्ने का रस ज्यादा मात्रा में पीने से दांतों में कैविटी की समस्या हो सकती है। बता दें, गन्ने की मिठास कैविटी की समस्या का कारण बनती है।


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