नई दिल्ली : आज के कारोबार में शेयर बाजार में भारी उछाल देखने के लिए मिला था, जिसका असर सोने की कीमतों पर भी होते हुए देखा जा रहा है। कमजोर ग्लोबल रुख के चलते सोमवार को देश की राजधानी में गोल्ड रेट 1,000 रुपये से घटकर 98,400 रुपये प्रति 10 ग्राम तक हो गए हैं। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के द्वारा ये जानकारी दी गई है।
99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला गोल्ड गुरूवार को 99,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला गोल्ड 1,000 रुपये घटकर 97,900 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया, जबकि पिछला क्लोजिंग रेट 98,900 रुपये प्रति 10 ग्राम था।
बान्स फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी चिंतन मेहता ने कहा है कि अमेरिका और चीन ट्रेड वॉर का खतरा कम होने से निवेशकों की जोखिम उठाने की क्षमता बढ़ी है, जिससे सर्राफा जैसी सुरक्षित-संपत्तियों की डिमांड कम हुई है। जबकि डॉलर के मजबूत होने से गोल्ड पर दबाव बढ़ा है।
शुक्रवार को चीन ने ऐलान किया है कि वह अपने 125 प्रतिशत टैरिफ से कुछ अमेरिकी इंपोर्ट को छूट देगा। हालांकि उसने इस बात से इनकार किया कि कोई फॉर्मल ट्रेड वार्ता चल रही है। इस बीच, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ऑफिसर्स ने इशारा दिया कि उन्हें मॉनिटरी पॉलिसी को समायोजित करने की तुरंत जरूरत नहीं दिखती है, इसके बजाय उन्होंने ट्रंप प्रशासन के टैरिफ के इकोनॉमिक इफेक्ट की निगरानी करने का ऑप्शन चुना है।
इस आक्रामक रुख से पता चलता है कि रेपो रेट में कटौती निकट भविष्य में नहीं हो सकती है। इससे गोल्ड पर और प्रेशर पड़ेगा। आमतौर पर ब्याज दरों के ऊंचे रहने पर डिमांड प्रभावित रहती है। मेहता ने कहा है कि बढ़ते जियो पॉलिटिकल प्रेशर से गोल्ड रेट की गिरावट को सीमित कर सकते हैं। जैसे-जैसे युद्ध का रिस्क बढ़ता है और नए संघर्ष सामने आते हैं, निवेशक मूल्यवान धातु की ओर आकर्षित होते हैं।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के खिलाफ व्यापारियों के विरोध प्रदर्शन के कारण शुक्रवार को स्थानीय सर्राफा बाजार बंद रहे। इसके अलावा, सोमवार को सिल्वर रेट भी 1,400 रुपये गिरकर 98,500 रुपये प्रति किलोग्राम रह गईं। पिछले सेशन में सिल्वर 99,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। ग्लोबल मोर्चे पर, हाजिर गोल्ड करीब 1 प्रतिशत टूटकर 3,291.04 डॉलर प्रति औंस पर रहा।
एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष जतिन त्रिवेदी ने कहा है कि अमेरिका द्वारा कई देशों के साथ टैरिफ वार्ता शुरू करने और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अनुसार संभावित चीन-अमेरिका ट्रेड एग्रीमेंट की बढ़ती उम्मीदों के बीच गोल्ड रेट में गिरावट आयी है। इसके अलावा, संभावित रूस-यूक्रेन पीस एग्रीमेंट को लेकर उम्मीद से भी सिक्योर इंवेस्टमेंट के रूप में गोल्ड की डिमांड कम हुई है।
एशियाई मार्केट्स में हाजिर सिल्वर 0.2 प्रतिशत की गिरावट के साथ 33.05 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक सौमिल गांधी ने कहा कि इस हफ्ते व्यापारियों का अनुमान है कि मुख्य रूप से टैरिफ से संबंधित घटनाक्रमों पर ध्यान होगा। गांधी ने कहा कि व्यापक इकोनॉमिक मोर्चे पर, अप्रैल के लिए मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई, जीडीपी और सबसे महत्वपूर्ण रूप से, अमेरिकी गैर-कृषि पेरोल और बेरोजगारी दर जैसे आंकड़े जारी होने से सर्राफा बाजार पर असर पड़ सकता है।
नई दिल्ली : आज के कारोबार में शेयर बाजार में भारी उछाल देखने के लिए मिला था, जिसका असर सोने की कीमतों पर भी होते हुए देखा जा रहा है। कमजोर ग्लोबल रुख के चलते सोमवार को देश की राजधानी में गोल्ड रेट 1,000 रुपये से घटकर 98,400 रुपये प्रति 10 ग्राम तक हो गए हैं। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के द्वारा ये जानकारी दी गई है।
99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला गोल्ड गुरूवार को 99,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला गोल्ड 1,000 रुपये घटकर 97,900 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया, जबकि पिछला क्लोजिंग रेट 98,900 रुपये प्रति 10 ग्राम था।
बान्स फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी चिंतन मेहता ने कहा है कि अमेरिका और चीन ट्रेड वॉर का खतरा कम होने से निवेशकों की जोखिम उठाने की क्षमता बढ़ी है, जिससे सर्राफा जैसी सुरक्षित-संपत्तियों की डिमांड कम हुई है। जबकि डॉलर के मजबूत होने से गोल्ड पर दबाव बढ़ा है।
शुक्रवार को चीन ने ऐलान किया है कि वह अपने 125 प्रतिशत टैरिफ से कुछ अमेरिकी इंपोर्ट को छूट देगा। हालांकि उसने इस बात से इनकार किया कि कोई फॉर्मल ट्रेड वार्ता चल रही है। इस बीच, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ऑफिसर्स ने इशारा दिया कि उन्हें मॉनिटरी पॉलिसी को समायोजित करने की तुरंत जरूरत नहीं दिखती है, इसके बजाय उन्होंने ट्रंप प्रशासन के टैरिफ के इकोनॉमिक इफेक्ट की निगरानी करने का ऑप्शन चुना है।
इस आक्रामक रुख से पता चलता है कि रेपो रेट में कटौती निकट भविष्य में नहीं हो सकती है। इससे गोल्ड पर और प्रेशर पड़ेगा। आमतौर पर ब्याज दरों के ऊंचे रहने पर डिमांड प्रभावित रहती है। मेहता ने कहा है कि बढ़ते जियो पॉलिटिकल प्रेशर से गोल्ड रेट की गिरावट को सीमित कर सकते हैं। जैसे-जैसे युद्ध का रिस्क बढ़ता है और नए संघर्ष सामने आते हैं, निवेशक मूल्यवान धातु की ओर आकर्षित होते हैं।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के खिलाफ व्यापारियों के विरोध प्रदर्शन के कारण शुक्रवार को स्थानीय सर्राफा बाजार बंद रहे। इसके अलावा, सोमवार को सिल्वर रेट भी 1,400 रुपये गिरकर 98,500 रुपये प्रति किलोग्राम रह गईं। पिछले सेशन में सिल्वर 99,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। ग्लोबल मोर्चे पर, हाजिर गोल्ड करीब 1 प्रतिशत टूटकर 3,291.04 डॉलर प्रति औंस पर रहा।
एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष जतिन त्रिवेदी ने कहा है कि अमेरिका द्वारा कई देशों के साथ टैरिफ वार्ता शुरू करने और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अनुसार संभावित चीन-अमेरिका ट्रेड एग्रीमेंट की बढ़ती उम्मीदों के बीच गोल्ड रेट में गिरावट आयी है। इसके अलावा, संभावित रूस-यूक्रेन पीस एग्रीमेंट को लेकर उम्मीद से भी सिक्योर इंवेस्टमेंट के रूप में गोल्ड की डिमांड कम हुई है।
एशियाई मार्केट्स में हाजिर सिल्वर 0.2 प्रतिशत की गिरावट के साथ 33.05 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक सौमिल गांधी ने कहा कि इस हफ्ते व्यापारियों का अनुमान है कि मुख्य रूप से टैरिफ से संबंधित घटनाक्रमों पर ध्यान होगा। गांधी ने कहा कि व्यापक इकोनॉमिक मोर्चे पर, अप्रैल के लिए मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई, जीडीपी और सबसे महत्वपूर्ण रूप से, अमेरिकी गैर-कृषि पेरोल और बेरोजगारी दर जैसे आंकड़े जारी होने से सर्राफा बाजार पर असर पड़ सकता है।