अगर किसी भी परीक्षा को पास करना हो, तो अधिक पढ़ाई की नहीं एक स्ट्रैटेजिक प्लान की जरूरत होती है. इस प्लान के जरिए आप किसी भी कठिन परीक्षा को पास करने में सफल हो सकते हैं. इसी स्ट्रैटेजिक प्लान के जरिए अनुष्का कुलकर्णी ने नीट यूजी की परीक्षा में 720 में से 705 अंक हासिल करने में सफल रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 24 हासिल की हैं. यह न केवल उनके लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, बल्कि गोवा राज्य के लिए भी गर्व का क्षण रहा.
नीट में हासिल की 24वीं रैंक
नीट यूजी में 24वीं रैंक हासिल करने वाली अनुष्का कुलकर्णी पण्जी से ताल्लुक रखती हैं. उन्होंने अपनी सफलता के पीछे की कड़ी मेहनत को शेयर किया है. वह सबसे पहले कोचिंग की मदद से कक्षा 9वीं और 10वीं में बेसिक साइंस को मजबूत किया. इसके साथ ही उन्हें कोचिंग और शिक्षकों के सहयोग से पढ़ाई में सफलता मिली. कोविड के दौरान भी उनके शिक्षक ने उन्हें ऑनलाइन कक्षाओं से प्रेरित रखा.
नीट तैयारी की ऐसे थी स्ट्रेटजी
अनुष्का नीट यूजी को पास करने के लिए स्कूल के बाद वह रोज़ 2-4 घंटे पढ़ाई करती थी. छुट्टियों के दौरान वह और भी ज्यादा प्रयास किया. उनकी मेहनत और टाइम मैनेजमेंट के कारण ही वह इतने अच्छे रिजल्ट तक पहुंच पाईं. उनका मानना है कि उनकी सफलता में उनके परिवार और शिक्षकों का अहम योगदान रहा है. उनके स्कूल की प्रिंसिपल ने भी कहा कि हम सभी को इस उपलब्धि पर गर्व होना चाहिए, क्योंकि यह न केवल अनुष्का, बल्कि गोवा के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है.
अगर किसी भी परीक्षा को पास करना हो, तो अधिक पढ़ाई की नहीं एक स्ट्रैटेजिक प्लान की जरूरत होती है. इस प्लान के जरिए आप किसी भी कठिन परीक्षा को पास करने में सफल हो सकते हैं. इसी स्ट्रैटेजिक प्लान के जरिए अनुष्का कुलकर्णी ने नीट यूजी की परीक्षा में 720 में से 705 अंक हासिल करने में सफल रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 24 हासिल की हैं. यह न केवल उनके लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, बल्कि गोवा राज्य के लिए भी गर्व का क्षण रहा.
नीट में हासिल की 24वीं रैंक
नीट यूजी में 24वीं रैंक हासिल करने वाली अनुष्का कुलकर्णी पण्जी से ताल्लुक रखती हैं. उन्होंने अपनी सफलता के पीछे की कड़ी मेहनत को शेयर किया है. वह सबसे पहले कोचिंग की मदद से कक्षा 9वीं और 10वीं में बेसिक साइंस को मजबूत किया. इसके साथ ही उन्हें कोचिंग और शिक्षकों के सहयोग से पढ़ाई में सफलता मिली. कोविड के दौरान भी उनके शिक्षक ने उन्हें ऑनलाइन कक्षाओं से प्रेरित रखा.
नीट तैयारी की ऐसे थी स्ट्रेटजी
अनुष्का नीट यूजी को पास करने के लिए स्कूल के बाद वह रोज़ 2-4 घंटे पढ़ाई करती थी. छुट्टियों के दौरान वह और भी ज्यादा प्रयास किया. उनकी मेहनत और टाइम मैनेजमेंट के कारण ही वह इतने अच्छे रिजल्ट तक पहुंच पाईं. उनका मानना है कि उनकी सफलता में उनके परिवार और शिक्षकों का अहम योगदान रहा है. उनके स्कूल की प्रिंसिपल ने भी कहा कि हम सभी को इस उपलब्धि पर गर्व होना चाहिए, क्योंकि यह न केवल अनुष्का, बल्कि गोवा के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है.