ऑनलाइन का फ्रॉड का खतरा काफी बढ़ गया है। आए दिन साइबरक्राइम और ऑनलाइन स्कैम से जुड़ी खबरें आती रहती हैं। अब साइबर क्रिमिनल्स फोन कॉल से भी यूजर्स को चूना लगा रहे हैं। कूरियर कंपनी FedEx ने यूजर्स को इस तरह के स्कैम्स से बेहद सावधान रहने के लिए कहा है। आजकल ऐसे क्राइम हो रहे हैं, जिनमें यूजर को फर्जी कॉल करके कहा जा रहा है कि उनके नाम का एक गैरकानूनी शिपमेंट पकड़ा गया है। मामले को सुलझाने के लिए जालसाज यूजर्स को FedEx के कस्टमर केयर से कनेक्ट होने के लिए फोन पर 9 दबाने के लिए कहते हैं। यहीं से स्कैम की असली शुरुआत होती है।
AI का भी पूरा इस्तेमाल कर रहे हैकर
फोन में 9 प्रेस करते ही यूजर कस्टमर केयर से कनेक्ट हो जाते हैं। यहां हैकर अपने आपको FedEx का रेप्रेजेंटेटिव बताते हैं और बिल्कुल प्रोफेशनल कस्टमर केयर एग्जिक्यूटिव की तरह बात करते हैं। इन सबसे यूजर बड़ी आसानी से साइबर क्रिमिनल्स की जाल में फंस जाते हैं और अपनी डीटेल को उनके साथ शेयर कर देते हैं। इस स्कैम में हैकर AI का भी पूरा इस्तेमाल कर रहे हैं। एआई की मदद से हैकर किसी भी कस्टमर केयर एग्जिक्यूटिव के बात करने के अंदाज को क्लोन कर लेते हैं और यूजर को अपना शिकार बना लेते हैं।
फेक नोटिफिकेशन और अर्जेंट मेसेज से भी हो रहा खेल
एक्सपर्ट्स के अनुसार हैकर यूजर्स को फेक नोटिफिकेशन और अर्जेंट मेसेज भेज कर भी कन्फ्यूज करते हैं। मेसेज में यूजर्स को लुभावने ऑफर और स्कीम के बारे में बताया जाता है। लालच में यूजर मेसेज और नोटिफिकेशन में भेजे गए गलत लिंक पर टैप करके अनजाने में फोन में वायरस वाले ऐप को इंस्टॉल कर लेते हैं। इसी ऐप के जरिए हैकर यूजर के डिवाइस को ऐक्सेस करके उसमें मौजूद डीटेल को ऐक्सेस कर लेते हैं। चिंता की बात यह है कि इससे आपका बैंक अकाउंट भी खाली हो सकता है।
यूजर्स को ठगने के लिए कुछ हैकर कॉल स्पूफिंग भी करते हैं। इसमें फोन नंबर को कंपनी का रियल कस्टमर केयर नंबर बताने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा हैकर वॉइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल कर रही है। इससे उन्हें असली नंबर और लोकेशन को मैच करने में आसानी होती है।
ऐसे बचें इन स्कैम से
हैकर यूजर्स को डराने के लिए फोन पर खुद सरकार एजेंसी जैसे सीआईडी और पुलिस डिपार्टमेंट का बताते हैं। आमतौर पर यूजर इन जगहों से आई कॉल से घबरा जाते है। अगर आपके साथ भी कभी ऐसे हो, तो सबसे पहले आपको घबराना नहीं है। सामने वाले की बात सुनिए और कॉलर की डीटेल को क्रॉस-चेक करें। आप चाहें तो नजदीकी पुलिस स्टेशन से भी इस बारे में मदद से सकते हैं। इसके अलावा ऐप के जरिए होने वाले फ्रॉड्स से बचने का सबसे सही तरीका है कि उन्हें समय-समय पर अपडेट किया जाए।
ऑनलाइन का फ्रॉड का खतरा काफी बढ़ गया है। आए दिन साइबरक्राइम और ऑनलाइन स्कैम से जुड़ी खबरें आती रहती हैं। अब साइबर क्रिमिनल्स फोन कॉल से भी यूजर्स को चूना लगा रहे हैं। कूरियर कंपनी FedEx ने यूजर्स को इस तरह के स्कैम्स से बेहद सावधान रहने के लिए कहा है। आजकल ऐसे क्राइम हो रहे हैं, जिनमें यूजर को फर्जी कॉल करके कहा जा रहा है कि उनके नाम का एक गैरकानूनी शिपमेंट पकड़ा गया है। मामले को सुलझाने के लिए जालसाज यूजर्स को FedEx के कस्टमर केयर से कनेक्ट होने के लिए फोन पर 9 दबाने के लिए कहते हैं। यहीं से स्कैम की असली शुरुआत होती है।
AI का भी पूरा इस्तेमाल कर रहे हैकर
फोन में 9 प्रेस करते ही यूजर कस्टमर केयर से कनेक्ट हो जाते हैं। यहां हैकर अपने आपको FedEx का रेप्रेजेंटेटिव बताते हैं और बिल्कुल प्रोफेशनल कस्टमर केयर एग्जिक्यूटिव की तरह बात करते हैं। इन सबसे यूजर बड़ी आसानी से साइबर क्रिमिनल्स की जाल में फंस जाते हैं और अपनी डीटेल को उनके साथ शेयर कर देते हैं। इस स्कैम में हैकर AI का भी पूरा इस्तेमाल कर रहे हैं। एआई की मदद से हैकर किसी भी कस्टमर केयर एग्जिक्यूटिव के बात करने के अंदाज को क्लोन कर लेते हैं और यूजर को अपना शिकार बना लेते हैं।
फेक नोटिफिकेशन और अर्जेंट मेसेज से भी हो रहा खेल
एक्सपर्ट्स के अनुसार हैकर यूजर्स को फेक नोटिफिकेशन और अर्जेंट मेसेज भेज कर भी कन्फ्यूज करते हैं। मेसेज में यूजर्स को लुभावने ऑफर और स्कीम के बारे में बताया जाता है। लालच में यूजर मेसेज और नोटिफिकेशन में भेजे गए गलत लिंक पर टैप करके अनजाने में फोन में वायरस वाले ऐप को इंस्टॉल कर लेते हैं। इसी ऐप के जरिए हैकर यूजर के डिवाइस को ऐक्सेस करके उसमें मौजूद डीटेल को ऐक्सेस कर लेते हैं। चिंता की बात यह है कि इससे आपका बैंक अकाउंट भी खाली हो सकता है।
यूजर्स को ठगने के लिए कुछ हैकर कॉल स्पूफिंग भी करते हैं। इसमें फोन नंबर को कंपनी का रियल कस्टमर केयर नंबर बताने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा हैकर वॉइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल कर रही है। इससे उन्हें असली नंबर और लोकेशन को मैच करने में आसानी होती है।
ऐसे बचें इन स्कैम से
हैकर यूजर्स को डराने के लिए फोन पर खुद सरकार एजेंसी जैसे सीआईडी और पुलिस डिपार्टमेंट का बताते हैं। आमतौर पर यूजर इन जगहों से आई कॉल से घबरा जाते है। अगर आपके साथ भी कभी ऐसे हो, तो सबसे पहले आपको घबराना नहीं है। सामने वाले की बात सुनिए और कॉलर की डीटेल को क्रॉस-चेक करें। आप चाहें तो नजदीकी पुलिस स्टेशन से भी इस बारे में मदद से सकते हैं। इसके अलावा ऐप के जरिए होने वाले फ्रॉड्स से बचने का सबसे सही तरीका है कि उन्हें समय-समय पर अपडेट किया जाए।