नई दिल्ली:– आपको बता दे की भारत में बिस्कुट बनाने वाली पुरानी कंपनियों में से एक है ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड इसका हेडक्वार्टर पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में है। दरअसल, इस कंपनी की शुरुआत ही कोलकाता में ही हुई है। वहां के तारातला इलाके में ब्रिटानिया बिस्कुट का एक कारखाना है, जिसकी स्थापना 1947 में हुई थी। कई दिन से खबर आ रही है कि इस पुराने कारखाने को बंद किया जा रहा है। इस बीच पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से बयान आया है कि यह फैक्ट्री बंद नहीं होगी। हम बता रहे हैं इस बारे में पूरी बात।ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने पिछले दिनों स्टॉक एक्सचेंज की फाइलिंग में बताया था कि वह तारातला की फैक्ट्री को बंद करने वाली है। कंपनी ने बताया है कि तारातला फैक्ट्री बंद करने से किसी कर्मचारी पर दुष्प्रभाव नहीं पड़ेगा। सभी कर्मचारियों को वॉलंटरी रिटायरमेंट का लाभ मिला है। दरअसल, उस प्लांट के सभी कर्मचारी वीआरएस ले चुके हैं।
पश्चिम बंगाल सरकार में पूर्व वित्त मंत्री रहे और इस समय राज्य सरकार के चीफ इकोनॉमिक एडवायजर अमित मित्रा ने मंगलवार को एक प्रेस कांफ्रेस में कुछ अलग दावे किये। उन्होंने कहा कि ब्रिटानिया पश्चिम बंगाल नहीं छोड़ रही है, यह पोलिटिकली मोटिवेटेड प्रोपगंडा है। उनकी कंपनी के एमडी वरूण बेरी से बात हुई है। उन्होंने आश्वस्त किया है कि कंपनी पश्चिम बंगाल के प्रति पूरी तरह से कमिटेड है। इस समय भी कंपनी 1200 करोड़ रुपये का बिस्कुट बना रही है। बेरी ने यह भी कहा है कि ब्रिटानिया का हेडक्वार्टर कोलकाता ही बना रहेगा और यहीं शेयरहोल्डर्स की बैठक भी होगी।
नई दिल्ली:– आपको बता दे की भारत में बिस्कुट बनाने वाली पुरानी कंपनियों में से एक है ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड इसका हेडक्वार्टर पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में है। दरअसल, इस कंपनी की शुरुआत ही कोलकाता में ही हुई है। वहां के तारातला इलाके में ब्रिटानिया बिस्कुट का एक कारखाना है, जिसकी स्थापना 1947 में हुई थी। कई दिन से खबर आ रही है कि इस पुराने कारखाने को बंद किया जा रहा है। इस बीच पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से बयान आया है कि यह फैक्ट्री बंद नहीं होगी। हम बता रहे हैं इस बारे में पूरी बात।ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने पिछले दिनों स्टॉक एक्सचेंज की फाइलिंग में बताया था कि वह तारातला की फैक्ट्री को बंद करने वाली है। कंपनी ने बताया है कि तारातला फैक्ट्री बंद करने से किसी कर्मचारी पर दुष्प्रभाव नहीं पड़ेगा। सभी कर्मचारियों को वॉलंटरी रिटायरमेंट का लाभ मिला है। दरअसल, उस प्लांट के सभी कर्मचारी वीआरएस ले चुके हैं।
पश्चिम बंगाल सरकार में पूर्व वित्त मंत्री रहे और इस समय राज्य सरकार के चीफ इकोनॉमिक एडवायजर अमित मित्रा ने मंगलवार को एक प्रेस कांफ्रेस में कुछ अलग दावे किये। उन्होंने कहा कि ब्रिटानिया पश्चिम बंगाल नहीं छोड़ रही है, यह पोलिटिकली मोटिवेटेड प्रोपगंडा है। उनकी कंपनी के एमडी वरूण बेरी से बात हुई है। उन्होंने आश्वस्त किया है कि कंपनी पश्चिम बंगाल के प्रति पूरी तरह से कमिटेड है। इस समय भी कंपनी 1200 करोड़ रुपये का बिस्कुट बना रही है। बेरी ने यह भी कहा है कि ब्रिटानिया का हेडक्वार्टर कोलकाता ही बना रहेगा और यहीं शेयरहोल्डर्स की बैठक भी होगी।