“ज़िंदगी जब मुंह पे दरवाज़ा बंद करती है, तब उसे खोलना नहीं, तोड़ना पड़ता है” - ज़ी सिनेमा पर ‘घूमर’ के प्रीमियर के साथ इंसानी हौसले और अटूट जज़्बे की सच्ची मिसाल देखने के लिए तैयार हो जाइए! अभिषेक बच्चन और सैयामी खेर अभिनीत, यह फिल्म एक युवा क्रिकेट स्टार अनीना के सफर की कहानी है, जिसकी ज़िंदगी उसकी एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय शुरुआत से ठीक पहले पूरी तरह बदल जाती है और फिर कैसे वो विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए उनसे पार पाती है। आर. बाल्की द्वारा निर्देशित, घूमर के वर्ल्ड टेलीविज़न प्रीमियर के साथ प्रेरणा और मनोरंजन के लिए तैयार हो जाइए, रविवार, 30 जून को रात 8 बजे सिर्फ़ ज़ी सिनेमा पर।
यह फ़िल्म एक स्पोर्ट्स सर्वाइवल ड्रामा है जिसमें दो इंसानों - एक गुरु और दूसरी शिष्या का सफर है, और कैसे दोनों एक-दूसरे को अपने पैरों पर खड़े होने में मदद करते हैं। यह इंसानी हौसले और तमाम मुश्किलों से उभरकर सामने आने की कहानी है। सैयामी खेर, जो असल ज़िंदगी में एक पूर्व क्रिकेटर हैं, एक खिलाड़ी की बेहतरीन बॉडी लैंग्वेज और भावुक चित्रण के साथ अपने किरदार को विश्वसनीय बना देती हैं।
शबाना आज़मी ने अनीना की दादी का रोल निभाया है और महानायक अमिताभ बच्चन ने इसमें खास कैमियो किया है, जो इस फिल्म में चार चांद लगाते हैं। इन दोनों एक्टर्स की मौजूदगी कहानी में एक खास परत जोड़ती है।
सैयामी खेर ने कहा, “घूमर मेरे लिए बहुत खास है जहां मैं एक ऐसी फिल्म का हिस्सा बनी जो इंसानी जज़्बे की सच्ची मिसाल है। यह ऐसा रोल है जिसे निभाने का मैंने अपनी पूरी ज़िंदगी में सपना देखा है। इस फिल्म ने मुझे अपने बारे में और ज्यादा सिखाया। यह समाज के उपेक्षित वर्ग की कहानी है और मुझे लगता है कि पूरा भारत इससे जुड़ेगा क्योंकि यह सभी मुश्किलों से आगे बढ़कर जीतने के बारे में है। स्पोर्ट्स ने मुझमें कभी हार ना मानने का जज़्बा जगाया है और इस फिल्म ने मुझे उस मानसिकता में गहराई से उतरने का मौका दिया। मैं हमेशा बाल्की सर की आभारी रहूंगी। वे बहुत खास हैं और मैं चाहती हूं कि मुझे उनके साथ फिर से काम करने का मौका मिले। मैं ज़ी सिनेमा पर इसके प्रीमियर को लेकर उत्साहित हूं और उम्मीद करती हूं कि दर्शकों को इस कहानी और खेल से परे प्रेरणा मिलेगी।”
आर बाल्की ने कहा, “घूमर एक ऐसी फिल्म है जो एक इंसान के अटूट हौसले और कभी हार ना मानने वाले जज़्बे को दर्शाती है। इस पर काम करना एक बेहद संतुष्टिदायक अनुभव रहा है और मैं ज़ी सिनेमा के जरिए इसे दर्शकों के साथ साझा करने के लिए उत्साहित हूं। फिल्म के कलाकारों और क्रू की लगन और उनके जुनून ने इस कहानी को सबसे खूबसूरत तरीके से साकार किया है। मुझे उम्मीद है कि यह दर्शकों को उतना ही प्रेरित करेगी, जितना इसने हमें प्रेरित किया है।”
युवा बल्लेबाज अनीना अपने इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखने वाली होती है, लेकिन मैच से ठीक एक दिन पहले वो अपना दाहिना हाथ खो देती है। इसके बाद उसकी ज़िंदगी में एक नाकाम क्रिकेटर आता है और उसे नई उम्मीद देता है। कुछ अनोखे प्रशिक्षण के साथ, वो भारतीय क्रिकेट टीम के लिए गेंदबाज बनने का लक्ष्य रखती है। क्या वो अपने सपने को फिर से जी पाएगी?
“ज़िंदगी जब मुंह पे दरवाज़ा बंद करती है, तब उसे खोलना नहीं, तोड़ना पड़ता है” - ज़ी सिनेमा पर ‘घूमर’ के प्रीमियर के साथ इंसानी हौसले और अटूट जज़्बे की सच्ची मिसाल देखने के लिए तैयार हो जाइए! अभिषेक बच्चन और सैयामी खेर अभिनीत, यह फिल्म एक युवा क्रिकेट स्टार अनीना के सफर की कहानी है, जिसकी ज़िंदगी उसकी एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय शुरुआत से ठीक पहले पूरी तरह बदल जाती है और फिर कैसे वो विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए उनसे पार पाती है। आर. बाल्की द्वारा निर्देशित, घूमर के वर्ल्ड टेलीविज़न प्रीमियर के साथ प्रेरणा और मनोरंजन के लिए तैयार हो जाइए, रविवार, 30 जून को रात 8 बजे सिर्फ़ ज़ी सिनेमा पर।
यह फ़िल्म एक स्पोर्ट्स सर्वाइवल ड्रामा है जिसमें दो इंसानों - एक गुरु और दूसरी शिष्या का सफर है, और कैसे दोनों एक-दूसरे को अपने पैरों पर खड़े होने में मदद करते हैं। यह इंसानी हौसले और तमाम मुश्किलों से उभरकर सामने आने की कहानी है। सैयामी खेर, जो असल ज़िंदगी में एक पूर्व क्रिकेटर हैं, एक खिलाड़ी की बेहतरीन बॉडी लैंग्वेज और भावुक चित्रण के साथ अपने किरदार को विश्वसनीय बना देती हैं।
शबाना आज़मी ने अनीना की दादी का रोल निभाया है और महानायक अमिताभ बच्चन ने इसमें खास कैमियो किया है, जो इस फिल्म में चार चांद लगाते हैं। इन दोनों एक्टर्स की मौजूदगी कहानी में एक खास परत जोड़ती है।
सैयामी खेर ने कहा, “घूमर मेरे लिए बहुत खास है जहां मैं एक ऐसी फिल्म का हिस्सा बनी जो इंसानी जज़्बे की सच्ची मिसाल है। यह ऐसा रोल है जिसे निभाने का मैंने अपनी पूरी ज़िंदगी में सपना देखा है। इस फिल्म ने मुझे अपने बारे में और ज्यादा सिखाया। यह समाज के उपेक्षित वर्ग की कहानी है और मुझे लगता है कि पूरा भारत इससे जुड़ेगा क्योंकि यह सभी मुश्किलों से आगे बढ़कर जीतने के बारे में है। स्पोर्ट्स ने मुझमें कभी हार ना मानने का जज़्बा जगाया है और इस फिल्म ने मुझे उस मानसिकता में गहराई से उतरने का मौका दिया। मैं हमेशा बाल्की सर की आभारी रहूंगी। वे बहुत खास हैं और मैं चाहती हूं कि मुझे उनके साथ फिर से काम करने का मौका मिले। मैं ज़ी सिनेमा पर इसके प्रीमियर को लेकर उत्साहित हूं और उम्मीद करती हूं कि दर्शकों को इस कहानी और खेल से परे प्रेरणा मिलेगी।”
आर बाल्की ने कहा, “घूमर एक ऐसी फिल्म है जो एक इंसान के अटूट हौसले और कभी हार ना मानने वाले जज़्बे को दर्शाती है। इस पर काम करना एक बेहद संतुष्टिदायक अनुभव रहा है और मैं ज़ी सिनेमा के जरिए इसे दर्शकों के साथ साझा करने के लिए उत्साहित हूं। फिल्म के कलाकारों और क्रू की लगन और उनके जुनून ने इस कहानी को सबसे खूबसूरत तरीके से साकार किया है। मुझे उम्मीद है कि यह दर्शकों को उतना ही प्रेरित करेगी, जितना इसने हमें प्रेरित किया है।”
युवा बल्लेबाज अनीना अपने इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखने वाली होती है, लेकिन मैच से ठीक एक दिन पहले वो अपना दाहिना हाथ खो देती है। इसके बाद उसकी ज़िंदगी में एक नाकाम क्रिकेटर आता है और उसे नई उम्मीद देता है। कुछ अनोखे प्रशिक्षण के साथ, वो भारतीय क्रिकेट टीम के लिए गेंदबाज बनने का लक्ष्य रखती है। क्या वो अपने सपने को फिर से जी पाएगी?