महाराष्ट्र महायुति में सीट शेयरिंग का मुद्दा लगभग सुलझ गया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार महाराष्ट्र लौट गए हैं, जबकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अभी दिल्ली में हैं और जल्द ही महाराष्ट्र लौट जाएंगे. देर रात शाह के घर हुई बैठक में सीट बंटवारे पर व्यापक चर्चा हुई.
सूत्रों ने बताया कि सीट शेयरिंग का फार्मूला इस तरह हो सकता है : बीजेपी 156 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, शिंदे की शिवसेना 78 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, अजित पवार की एनसीपी 54 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, और किसी पार्टी को जिताऊ उम्मीदवार नहीं होने की स्थिति में 5 जगह प्लस-माइनस मिल सकता है.
अमित शाह ने कहा है कि राज्य स्तर पर कुछ सीटों को लेकर पेंच सुलझाया जाएगा. इसके अलावा, बीजेपी, एनसीपी और शिवसेना की कुछ सिटिंग सीटों को अदला बदलने का निर्णय लिया गया है, जिसमें उम्मीदवार के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी होगी. आज महायुति का एक साझा बयान भी जारी किया जा सकता है, शाह ने सभी को तेजी से प्रचार में शामिल होने को कहा है.
पिछला चुनाव बीजेपी-शिवसेना ने मिलकर लड़ा था. सरकार बनने से पहले ही उद्धव ठाकरे ने पाला बदला और कांग्रेस-एनसीपी के समर्थन से महाविकास अघाड़ी गठबंधन सरकार में सीएम बने. बाद में शिवसेना और एनसीपी टूट गए, और बीजेपी, शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी ने मिलकर महायुति की सरकार बनाई, जिसमें एकनाथ शिंदे सीएम बने.
महाराष्ट्र महायुति में सीट शेयरिंग का मुद्दा लगभग सुलझ गया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार महाराष्ट्र लौट गए हैं, जबकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अभी दिल्ली में हैं और जल्द ही महाराष्ट्र लौट जाएंगे. देर रात शाह के घर हुई बैठक में सीट बंटवारे पर व्यापक चर्चा हुई.
सूत्रों ने बताया कि सीट शेयरिंग का फार्मूला इस तरह हो सकता है : बीजेपी 156 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, शिंदे की शिवसेना 78 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, अजित पवार की एनसीपी 54 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, और किसी पार्टी को जिताऊ उम्मीदवार नहीं होने की स्थिति में 5 जगह प्लस-माइनस मिल सकता है.
अमित शाह ने कहा है कि राज्य स्तर पर कुछ सीटों को लेकर पेंच सुलझाया जाएगा. इसके अलावा, बीजेपी, एनसीपी और शिवसेना की कुछ सिटिंग सीटों को अदला बदलने का निर्णय लिया गया है, जिसमें उम्मीदवार के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी होगी. आज महायुति का एक साझा बयान भी जारी किया जा सकता है, शाह ने सभी को तेजी से प्रचार में शामिल होने को कहा है.
पिछला चुनाव बीजेपी-शिवसेना ने मिलकर लड़ा था. सरकार बनने से पहले ही उद्धव ठाकरे ने पाला बदला और कांग्रेस-एनसीपी के समर्थन से महाविकास अघाड़ी गठबंधन सरकार में सीएम बने. बाद में शिवसेना और एनसीपी टूट गए, और बीजेपी, शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी ने मिलकर महायुति की सरकार बनाई, जिसमें एकनाथ शिंदे सीएम बने.