बहुत सी महिलाएं प्रेगनेंसी के पहले कुछ ऐसे कांट्रेसेप्टिव्स का इस्तेमाल कर लेती हैं, जिनकी वजह से बाद में उन्हें कंसीव करने में परेशानी आती है। इसलिए सही समय पर सही कांट्रेसेप्टिव चुनना बहुत जरूरी है।
अंदर क्या है
प्रेगनेंसी रोकने के शॉर्ट टर्म तरीके
जन्म के बाद प्रेगनेंसी रोकने के उपाय
अक्सर लोग प्रेगनेंसी अवॉइड करने के लिए अलग-अलग तरह के कांट्रेसेप्टिव मेथड का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, सभी कांट्रेसेप्टिव मेथड पूरी तरह से सुरक्षित नहीं होते और कई बार शरीर पर इनके दुष्प्रभाव भी नजर आ सकते हैं। गौर करने वाली बात यह है, कि कुछ प्रकार के कांट्रेसेप्टिव मेथड ऐसे हैं, जो आपके फर्टिलिटी को नुकसान पहुंचाते हैं। बहुत सी महिलाएं प्रेगनेंसी के पहले कुछ ऐसे कांट्रेसेप्टिव्स का इस्तेमाल कर लेती हैं, जिनकी वजह से बाद में उन्हें कंसीव करने में परेशानी आती है। इसलिए सही समय पर सही कांट्रेसेप्टिव चुनना बहुत जरूरी है।
इस विषय पर अधिक गंभीरता से समझने के लिए हमने श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट, दिल्ली की गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ. रेणु गुप्ता से बात की। डॉक्टर ने सही समय पर सही कंट्रासेप्टिव लेने की सलह देते हुए, आपको कंट्रासेप्टिव मेथड के सुझाव भी दिए हैं (how to avoid pregnancy)। तो चलिए जानते हैं इस बारे में अधिक विस्तार से।
यहां हैं प्रेगनेंसी रोकने के शॉर्ट टर्म तरीके (how to avoid pregnancy)
कंट्रासेप्टिव का सही विकल्प चुनना आपकी उम्र, जीवनशैली, और भविष्य की प्लानिंग पर निर्भर करता है। सबसे पहले, अगर आप शादीशुदा नहीं हैं, और केवल अस्थायी रूप से प्रेगनेंसी से बचना चाहती हैं, तो कंडोम या पिल्स जैसे विकल्प अच्छे हो सकते हैं। कंडोम का फायदा यह है कि यह यौन संक्रमण से भी सुरक्षा प्रदान करता है। वहीं, पिल्स भी प्रेगनेंसी रोकने का एक तरीका है, लेकिन इसे नियमित रूप से लेना जरूरी होता है और इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, जैसे कि हार्मोनल बदलाव या वेट गेन आदि।
बच्चे के जन्म के बाद प्रेगनेंसी रोकने के उपाय (how to avoid pregnancy after child birth)
इसके अलावा अगर आपने हाल में बच्चे को जन्म दिया है, और प्रेगनेंसी अवॉइड (avoid pregnancy after baby) करना चाहती हैं, तो गर्भनिरोधक इंजेक्शन, मिनी-पिल्स या फिर इंट्रा-यूटेराइन डिवाइस (IUD), जैसे कि कॉपर टी, आपके लिए अच्छे विकल्प साबित हो सकते हैं।
प्रेगनेंसी अवॉइड करने के लिए इस इंजेक्शन को हर तीन महीने में एक बार लगवाना होता है, इसमें हार्मोन का प्रयोग किया जाता है। वही, मिनी-पिल्स को स्तनपान कराने वाली महिलाएं भी बिना किसी परेशानी के इस्तेमाल कर सकती हैं।
IUD या कॉपर टी लंबे समय तक चलता है और इसमें किसी हार्मोन का उपयोग नहीं होता, जिससे यह एक सुरक्षित विकल्प साबित हो सकता है। तुरंत मां बनी हैं तो किसी भी तरीके को अपनाने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
फैमिली कंप्लीट हो गई है, तो इन कंट्रासेप्टिव मेथड से अवॉइड करे प्रेगनेंसी
अगर आपने पहले ही तय कर लिया है, कि भविष्य में बच्चे की प्लानिंग नहीं करनी है, या अपने अपनी फैमिली कंप्लीट कर ली है, तो एक स्थायी उपाय, स्टेरलाइजेशन यानी नसबंदी अच्छा विकल्प हो सकता है। महिलाओं के लिए इसे ट्यूबल लिगेशन कहा जाता है। यह एक छोटा सा ऑपरेशन होता है और एक बार यह हो जाने के बाद गर्भधारण की संभावना नहीं रहती। लेकिन ध्यान दें कि यह एक स्थायी निर्णय है, और इसे रिवर्स कर पाना मुश्किल है। इसलिए इस विकल्प को चुनने से पहले अच्छी तरह से सोचें और अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
लेटेक्स कंडोम से एलर्जी है, तो प्रेगनेंसी अवॉइड करने का तरीका
यदि आप या आपके पार्टनर को लेटेस्ट कंडोम से एलर्जी है, तो आप नॉन लेटेक्स कंडोम का इस्तेमाल कर सकती हैं। कई ऐसे नॉन लेटेक्स कंडोम के विकल्प उपलब्ध हैं, जिसे एलर्जी से बचाव के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं यदि आपको कंडोम की वजह से किसी प्रकार की एलर्जिक रिएक्शन हो गई है, तो फौरन मेडिकल ट्रीटमेंट लें। क्योंकि इस प्रकार की समस्याओं में देरी करना आपको गंभीर बीमारी का शिकार बना सकता है।
बहुत सी महिलाएं प्रेगनेंसी के पहले कुछ ऐसे कांट्रेसेप्टिव्स का इस्तेमाल कर लेती हैं, जिनकी वजह से बाद में उन्हें कंसीव करने में परेशानी आती है। इसलिए सही समय पर सही कांट्रेसेप्टिव चुनना बहुत जरूरी है।
अंदर क्या है
प्रेगनेंसी रोकने के शॉर्ट टर्म तरीके
जन्म के बाद प्रेगनेंसी रोकने के उपाय
अक्सर लोग प्रेगनेंसी अवॉइड करने के लिए अलग-अलग तरह के कांट्रेसेप्टिव मेथड का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, सभी कांट्रेसेप्टिव मेथड पूरी तरह से सुरक्षित नहीं होते और कई बार शरीर पर इनके दुष्प्रभाव भी नजर आ सकते हैं। गौर करने वाली बात यह है, कि कुछ प्रकार के कांट्रेसेप्टिव मेथड ऐसे हैं, जो आपके फर्टिलिटी को नुकसान पहुंचाते हैं। बहुत सी महिलाएं प्रेगनेंसी के पहले कुछ ऐसे कांट्रेसेप्टिव्स का इस्तेमाल कर लेती हैं, जिनकी वजह से बाद में उन्हें कंसीव करने में परेशानी आती है। इसलिए सही समय पर सही कांट्रेसेप्टिव चुनना बहुत जरूरी है।
इस विषय पर अधिक गंभीरता से समझने के लिए हमने श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट, दिल्ली की गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ. रेणु गुप्ता से बात की। डॉक्टर ने सही समय पर सही कंट्रासेप्टिव लेने की सलह देते हुए, आपको कंट्रासेप्टिव मेथड के सुझाव भी दिए हैं (how to avoid pregnancy)। तो चलिए जानते हैं इस बारे में अधिक विस्तार से।
यहां हैं प्रेगनेंसी रोकने के शॉर्ट टर्म तरीके (how to avoid pregnancy)
कंट्रासेप्टिव का सही विकल्प चुनना आपकी उम्र, जीवनशैली, और भविष्य की प्लानिंग पर निर्भर करता है। सबसे पहले, अगर आप शादीशुदा नहीं हैं, और केवल अस्थायी रूप से प्रेगनेंसी से बचना चाहती हैं, तो कंडोम या पिल्स जैसे विकल्प अच्छे हो सकते हैं। कंडोम का फायदा यह है कि यह यौन संक्रमण से भी सुरक्षा प्रदान करता है। वहीं, पिल्स भी प्रेगनेंसी रोकने का एक तरीका है, लेकिन इसे नियमित रूप से लेना जरूरी होता है और इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, जैसे कि हार्मोनल बदलाव या वेट गेन आदि।
बच्चे के जन्म के बाद प्रेगनेंसी रोकने के उपाय (how to avoid pregnancy after child birth)
इसके अलावा अगर आपने हाल में बच्चे को जन्म दिया है, और प्रेगनेंसी अवॉइड (avoid pregnancy after baby) करना चाहती हैं, तो गर्भनिरोधक इंजेक्शन, मिनी-पिल्स या फिर इंट्रा-यूटेराइन डिवाइस (IUD), जैसे कि कॉपर टी, आपके लिए अच्छे विकल्प साबित हो सकते हैं।
प्रेगनेंसी अवॉइड करने के लिए इस इंजेक्शन को हर तीन महीने में एक बार लगवाना होता है, इसमें हार्मोन का प्रयोग किया जाता है। वही, मिनी-पिल्स को स्तनपान कराने वाली महिलाएं भी बिना किसी परेशानी के इस्तेमाल कर सकती हैं।
IUD या कॉपर टी लंबे समय तक चलता है और इसमें किसी हार्मोन का उपयोग नहीं होता, जिससे यह एक सुरक्षित विकल्प साबित हो सकता है। तुरंत मां बनी हैं तो किसी भी तरीके को अपनाने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
फैमिली कंप्लीट हो गई है, तो इन कंट्रासेप्टिव मेथड से अवॉइड करे प्रेगनेंसी
अगर आपने पहले ही तय कर लिया है, कि भविष्य में बच्चे की प्लानिंग नहीं करनी है, या अपने अपनी फैमिली कंप्लीट कर ली है, तो एक स्थायी उपाय, स्टेरलाइजेशन यानी नसबंदी अच्छा विकल्प हो सकता है। महिलाओं के लिए इसे ट्यूबल लिगेशन कहा जाता है। यह एक छोटा सा ऑपरेशन होता है और एक बार यह हो जाने के बाद गर्भधारण की संभावना नहीं रहती। लेकिन ध्यान दें कि यह एक स्थायी निर्णय है, और इसे रिवर्स कर पाना मुश्किल है। इसलिए इस विकल्प को चुनने से पहले अच्छी तरह से सोचें और अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
लेटेक्स कंडोम से एलर्जी है, तो प्रेगनेंसी अवॉइड करने का तरीका
यदि आप या आपके पार्टनर को लेटेस्ट कंडोम से एलर्जी है, तो आप नॉन लेटेक्स कंडोम का इस्तेमाल कर सकती हैं। कई ऐसे नॉन लेटेक्स कंडोम के विकल्प उपलब्ध हैं, जिसे एलर्जी से बचाव के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं यदि आपको कंडोम की वजह से किसी प्रकार की एलर्जिक रिएक्शन हो गई है, तो फौरन मेडिकल ट्रीटमेंट लें। क्योंकि इस प्रकार की समस्याओं में देरी करना आपको गंभीर बीमारी का शिकार बना सकता है।